पंजाब में 14 से अधिक आतंकी हमलों के आरोपी गैंगस्टर हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया को अमेरिका के सैक्रामेंटो शहर में एफबीआई और यूएस इमिग्रेशन एजेंसी ईआरओ ने संयुक्त रूप से गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी भारत की खुफिया एजेंसियों और पंजाब पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
एनआईए और पंजाब पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश में थीं, और वर्ष 2025 की शुरुआत में एनआईए ने उसकी गिरफ्तारी के लिए ₹5 लाख के इनाम की घोषणा की थी।
🧑💼 हैप्पी पासिया कौन है?
हरप्रीत सिंह, जो अजनाला तहसील, अमृतसर का निवासी है, अपने आपराधिक सफर की शुरुआत एक छोटे गैंगस्टर के रूप में करता है। लेकिन धीरे-धीरे वह पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों से जुड़कर एक खतरनाक आतंकवादी बन गया।
वर्तमान में उस पर भारत में कुल 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें आतंकवाद, नशीले पदार्थों की तस्करी, और अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त शामिल हैं। उस पर UAPA (Unlawful Activities Prevention Act), NDPS Act और Arms Act जैसी गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं।
💣 किस-किस मामले में आरोपी है हैप्पी पासिया?
पिछले 7 महीनों में पंजाब में कुल 16 ग्रेनेड हमले हुए थे, जिनमें से 14 में हैप्पी पासिया का नाम सामने आया।
- चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में एक पुलिस अधिकारी के घर पर ग्रेनेड हमला
- भाजपा नेता मनोऱंजन कालिया के घर पर हमला
- धार्मिक स्थलों और पुलिस पोस्ट्स पर हमले
इन हमलों के बाद सोशल मीडिया पर एकाउंट्स से जिम्मेदारी लेने वाले वीडियो भी सामने आए, जो कथित तौर पर हैप्पी पासिया से जुड़े थे।
🔗 पाकिस्तान और आतंकी संगठनों से गहरे संबंध
हरप्रीत सिंह का नाम पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के साथ जुड़ा है, जो बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़ा हुआ है।
रिंदा और पासिया ने मिलकर पंजाब में आतंकवाद फैलाने के लिए एक नया सिंडिकेट तैयार किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह सिंडिकेट पंजाब में कई आतंकवादी मॉड्यूल खड़ा करने की फिराक में था।
रिंदा का नाम सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में भी आ चुका है।
🛂 अमेरिका में अवैध प्रवेश और गिरफ्तारी की पूरी कहानी
रिपोर्ट के अनुसार, हैप्पी पासिया ने 2021 में एक मानव तस्करी नेटवर्क की मदद से मैक्सिको बॉर्डर से अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश किया था।
- उसने गिरफ्तारी से बचने के लिए बर्नर फोन और एन्क्रिप्टेड चैटिंग ऐप्स का इस्तेमाल किया
- अमेरिका में उसकी मौजूदगी की पुष्टि भारत की एजेंसियों को पहले से थी
- FBI और Enforcement & Removal Operations (ERO) ने मिलकर Sacramento, California से गिरफ्तार किया
FBI Sacramento ने ट्विटर पर लिखा:
“आज हरप्रीत सिंह, पंजाब, भारत में आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार एक संदिग्ध आतंकवादी, को #FBI और #ERO ने Sacramento में गिरफ्तार किया। वह दो अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों से जुड़ा था और गिरफ्तारी से बचने के लिए बर्नर फोन का उपयोग करता था।”
Today, Harpreet Singh, an alleged terrorist responsible for terror attacks in Punjab, India, was arrested by the #FBI & #ERO in Sacramento. Linked to two international terrorist groups, he entered the U.S. illegally and used burner phones to evade capture. pic.twitter.com/vObj2xPa8Q
— FBI Sacramento (@FBISacramento) April 18, 2025
🧾 भारत की प्रतिक्रिया और कानूनी प्रक्रिया
भारत की नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और पंजाब पुलिस ने इस गिरफ्तारी को बड़ी सफलता बताया है।
- चंडीगढ़ की जिला अदालत में पहले ही उसके खिलाफ वारंट जारी किया जा चुका था
- उसे भारत लाने के लिए प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जल्द शुरू की जा सकती है
- भारतीय एजेंसियां अब अमेरिका के साथ मिलकर सभी दस्तावेजों और साक्ष्यों को साझा कर रही हैं
🌐 सोशल मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया
FBI Sacramento के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर इस गिरफ्तारी को लेकर भारी प्रतिक्रिया देखने को मिली।
- ट्विटर पर #HappyPassia, #FBI, और #PunjabTerrorism जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे
- पंजाब के कई लोगों ने राहत की सांस ली और भारत सरकार की तारीफ की
- वहीं, कुछ लोगों ने भारत में ऐसे नेटवर्क को खत्म करने की मांग तेज कर दी
Gangster Happy Passia, who plotted 14 terrorist attacks in Punjab recently, has been detained by the ICE in the USA. He is also wanted by the NIA pic.twitter.com/SfJSKXS48X
— Shuvankar Biswas (@manamuntu) April 17, 2025
🔚 निष्कर्ष: क्या यह आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक कदम है?
हैप्पी पासिया की गिरफ्तारी केवल एक गैंगस्टर की गिरफ्तारी नहीं है—यह भारत में सक्रिय आतंकवादी मॉड्यूल के खिलाफ एक बड़ा झटका है।
- इससे यह साफ होता है कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग से भारत अपने दुश्मनों को पकड़ने में सक्षम है
- अब देखना यह है कि उसे भारत लाकर कोर्ट में कैसे प्रस्तुत किया जाएगा और कब तक उसके खिलाफ न्यायिक प्रक्रिया पूरी होगी