क्यों खास है यह ग्रहण
2025 का अंतिम सूर्य ग्रहण खगोल प्रेमियों के लिए बेहद रोमांचक मौका है। इस साल पहले ही कई अद्भुत खगोलीय घटनाएं देखी गईं, और अब सितंबर के अंत में पड़ने वाला यह आंशिक सूर्य ग्रहण पूरे वर्ष की सबसे आकर्षक घटनाओं में से एक माना जा रहा है।
हाल ही में चंद्रमा का पूर्ण चंद्र ग्रहण (ब्लड मून) देखने को मिला था। उसी तरह यह घटना भी आकाश को एक अद्भुत रूप देगी। यदि आपने ब्लड मून का अनुभव मिस कर दिया था, तो उसकी पूरी रिपोर्ट यहां देख सकते हैं: ब्लड मून 2025 का पूरा विवरण।
तारीख़ और समय
यह ग्रहण 21-22 सितंबर 2025 की रात और तड़के के बीच घटित होगा।
- भारत में शुरुआती समय: 21 सितंबर की देर रात लगभग 11:43 बजे IST से आंशिक ग्रहण शुरू होगा।
- अधिकतम चरण: 22 सितंबर की तड़के लगभग 2:17 बजे IST।
- समापन: सुबह 4:30 बजे IST के करीब।
विश्व के विभिन्न हिस्सों में समय अलग-अलग होगा। उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया के कई भागों में इसे अलग-अलग टाइम ज़ोन में देखा जा सकेगा। भारत में यह आंशिक स्वरूप में दिखेगा, जबकि कुछ देशों में दृश्यता और भी स्पष्ट होगी।
वैज्ञानिक कारण और खगोलीय महत्व
सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आकर सूर्य के प्रकाश को आंशिक या पूर्ण रूप से ढक देता है।
- इस बार का ग्रहण आंशिक है, यानी चंद्रमा पूरी तरह सूर्य को नहीं ढकेगा।
- सूर्य का एक किनारा चमकता रहेगा, जिससे “रिंग ऑफ लाइट” जैसा दृश्य दिख सकता है।
- यह घटना पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य की सटीक स्थिति का अद्भुत परिणाम है।
Total solar eclipse over the Arctic pic.twitter.com/86n2QBZfTh
— ✨ (@astro4pics) September 14, 2025
सुरक्षित तरीके से देखने के उपाय
सूर्य ग्रहण को बिना तैयारी के देखना आंखों के लिए हानिकारक हो सकता है। नंगी आंखों से कभी न देखें।
- सोलर व्यूइंग ग्लास का प्रयोग करें।
- पिनहोल प्रोजेक्टर या विशेष टेलीस्कोप फ़िल्टर का उपयोग करें।
- बच्चों और बुज़ुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दें।
भारत में धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताएँ
भारत में ग्रहण का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व पुराना है।
- परंपरा के अनुसार लोग स्नान, मंत्रोच्चार और दान जैसे कार्य करते हैं।
- कई परिवार ग्रहण की अवधि में भोजन बनाने या खाने से परहेज़ करते हैं।
- वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ये मान्यताएँ आस्था का हिस्सा हैं, पर इन्हें संतुलित नज़रिए से देखना चाहिए।
वैश्विक दृश्यता और खास स्थान
विश्व के कई देश इस आंशिक सूर्य ग्रहण के साक्षी बनेंगे।
- उत्तरी अमेरिका के कुछ हिस्सों में यह सूर्यास्त के समय दिखेगा।
- यूरोप में कई शहरों में लोग इसे सुबह के आसमान में देख पाएंगे।
- एशिया में भारत सहित नेपाल, भूटान और श्रीलंका के कुछ हिस्सों में आंशिक दृश्यता रहेगी।
भारत में देखने योग्य प्रमुख स्थान
भारत में साफ आसमान और ऊंचाई वाले क्षेत्रों से नज़ारा सबसे अच्छा मिलेगा।
- लद्दाख, राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके, और उत्तराखंड की पहाड़ियां आदर्श स्थान हैं।
- कई खगोल संस्थाएं टेलीस्कोप और लाइव स्ट्रीम की व्यवस्था करेंगी ताकि आम लोग सुरक्षित रूप से देख सकें।
सोशल मीडिया और जन-उत्साह
जैसे-जैसे ग्रहण नजदीक आएगा, #SolarEclipse2025, #SuryaGrahan जैसे हैशटैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड करेंगे।
स्कूलों और विश्वविद्यालयों में खगोल विज्ञान क्लब विशेष वर्कशॉप और प्रोजेक्ट आयोजित करेंगे।
लाइव स्ट्रीम के माध्यम से देशभर के लोग इस खगोलीय अद्भुत नज़ारे का आनंद घर बैठे उठा पाएंगे।
पाठक सहभागिता
सितंबर 2025 का यह सूर्य ग्रहण वैज्ञानिक और सांस्कृतिक दोनों दृष्टि से अनूठा अवसर है।
आसमान को देखने के लिए तैयार हो जाइए और सुरक्षा का ध्यान रखें।
आपने पहले का ब्लड मून देखा हो या न देखा हो, यह सूर्य ग्रहण आपकी स्मृतियों में हमेशा के लिए बस सकता है।
आप अपने अनुभव, तस्वीरें और विचार कमेंट में ज़रूर साझा करें—आपका अनुभव दूसरे पाठकों के लिए प्रेरणा बनेगा।