उत्तर भारत की सबसे तेज़ और हाईटेक ट्रेन सर्विस — Delhi-Ghaziabad-Meerut Regional Rapid Transit System (RRTS) अब अपने आखिरी चरण में पहुँच चुकी है। गाज़ियाबाद और मेरठ के यात्रियों के लिए बड़ी राहत की खबर है कि मेरठ में शताब्दी नगर से मोदिपुरम तक के 17 किमी सेक्शन का ट्रायल रन मई की शुरुआत में शुरू होने वाला है। यह जानकारी NCRTC (National Capital Region Transport Corporation) के अधिकारियों ने दी है।
🛤 क्या है RRTS और क्यों है ये खास?
82 किलोमीटर लंबा यह कॉरिडोर देश का पहला रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम है, जिसे ₹30,274 करोड़ की लागत से बनाया गया है। इसका मकसद दिल्ली, गाज़ियाबाद और मेरठ को हाई-स्पीड ट्रेनों से जोड़ना है। इस प्रोजेक्ट के बाद दिल्ली से मेरठ का सफर महज़ 55 मिनट में पूरा होगा, जो वर्तमान समय में करीब 2.5 घंटे लेता है।
📍 अब तक कितना हुआ काम?
इस पूरे कॉरिडोर में कुल 24 स्टेशन हैं। इनमें से 11 स्टेशन (New Ashok Nagar से लेकर Meerut South तक) पहले ही शुरू हो चुके हैं। गाज़ियाबाद सेक्शन के 8 स्टेशन पूरी तरह से चालू हैं:
- साहिबाबाद
- गाज़ियाबाद
- गुलधर
- डुहाई
- डुहाई डिपो
- मुरादनगर
- मोदीनगर (दक्षिण)
- मोदीनगर (उत्तर)
🧭 मेरठ सेक्शन की पूरी जानकारी
मेरठ के 23 किमी सेक्शन में कुल 13 स्टेशन हैं। इनमें से चार मुख्य स्टेशन RRTS ट्रेनों के लिए निर्धारित किए गए हैं:
- Meerut South
- Shatabdi Nagar
- Begumpul
- Modipuram
बाकी 9 स्टेशनों पर लोकल मेट्रो चलेगी। इनमें शामिल हैं: Partapur, Rithani, Bhrampuri, Meerut Central, Bhaisali, MES Colony, Daurli, Meerut North, और Modipuram Depot।
6 किमी लंबा सेक्शन (Meerut South से Shatabdi Nagar) पर पहले से ट्रायल रन चल रहा है। बाकी 17 किमी का ट्रायल मई में शुरू होगा।
🏗 कैसे चल रहा है काम?
NCRTC के अनुसार, ट्रैक बिछाने का काम पूरा हो चुका है और ओवरहेड इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट और सिग्नलिंग का कार्य अंतिम चरण में है। 5 किमी अंडरग्राउंड सेक्शन, जिसमें तीन स्टेशन शामिल हैं, पर भी ट्रायल रन की तैयारी जोरों पर है।
पुनीत वत्स (PRO, NCRTC) ने कहा:
“Work is progressing fast on the entire 82km corridor, and we are very hopeful that the June 2025 deadline for the project will be met.”
🚄 ट्रेन की खूबियाँ – Namo Bharat और लोकल मेट्रो
इस प्रोजेक्ट के तहत दो प्रकार की ट्रेनें चलेंगी:
- Namo Bharat (6 कोच) — हाई स्पीड RRTS ट्रेन
- Local Metro (3 कोच) — मेरठ शहर के अंदर यात्रा के लिए
दोनों ट्रेनें एक ही ट्रैक पर चलेंगी, जो भारत में पहली बार हो रहा है। Namo Bharat ट्रेनें लंबी दूरी के लिए हैं, जबकि लोकल मेट्रो सभी 13 स्टेशनों पर रुकेगी।
🧳 सुविधाएं यात्रियों के लिए
- हाई स्पीड ट्रैवल (180 किमी/घंटा तक)
- वाई-फाई, CCTV, ऑटोमैटिक डोर
- विशेष महिला, सीनियर सिटीजन और दिव्यांगजन कोच
22 Namo Bharat ट्रेनें और सभी 10 लोकल मेट्रो ट्रेनें NCRTC को मिल चुकी हैं और डुहाई डिपो (गाज़ियाबाद) में रखी गई हैं।
📢 NCRTC के ट्वीट्स से मिली ये जानकारी
NCRTC ने 12 अप्रैल को ट्वीट करके बताया कि:
“Trial runs have commenced from New Ashok Nagar to Sarai Kale Khan section. The infrastructure is being tested for operations readiness.”
NCRTC has achieved another significant milestone in the journey of operationalising the complete Delhi section of the Delhi-Ghaziabad-Meerut Namo Bharat corridor.
The Over Head Equipment (OHE) between New Ashok Nagar and Sarai Kale Khan stations has now been successfully… pic.twitter.com/t7TqkJSQs5
— National Capital Region Transport Corporation Ltd. (@officialncrtc) April 10, 2025
यह दर्शाता है कि NCRTC समय पर काम पूरा करने के लिए तेज़ी से काम कर रही है।
📅 भविष्य की योजना और डेडलाइन
- जून 2025: पूरा RRTS नेटवर्क चालू होने की उम्मीद
- NCRTC की टीम दिल्ली, गाज़ियाबाद और मेरठ तीनों सेक्शनों में ट्रायल को समांतर तरीके से पूरा करने में जुटी है
- मेरठ में अंडरग्राउंड सेक्शन पर जल्द ट्रायल शुरू होगा
🔚 निष्कर्ष
Delhi-Ghaziabad-Meerut RRTS प्रोजेक्ट उत्तर भारत की यातायात क्रांति की दिशा में बड़ा कदम है। मई में मेरठ सेक्शन का ट्रायल रन न सिर्फ NCR की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा, बल्कि लाखों लोगों के रोज़ाना सफर को भी आसान बनाएगा।