🔹देश को झकझोर देने वाला हमला
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बाइसारन घास के मैदान में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। यह घटना देशभर में आक्रोश और शोक का कारण बनी। पर्यटक स्थल पर हुआ यह हमला आतंकियों की कायराना हरकत को दर्शाता है।
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर आम जनता तक ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। देशभर में कैंडल मार्च निकाले गए, सोशल मीडिया पर गुस्सा फूटा और सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी।
🔹दो आतंकियों के घर उड़ाए गए – त्वरित एक्शन
घटना के तीन दिन बाद यानी 25 अप्रैल को सुरक्षा बलों ने इस हमले से जुड़े दो आतंकियों – आदिल हुसैन ठोकर और आसिफ शेख – के घरों को विस्फोट से ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग और पुलवामा जिलों में की गई।
रात के अंधेरे में यह कार्रवाई चुपचाप अंजाम दी गई, ताकि किसी भी तरह की हिंसा या पब्लिक डिस्टरबेंस से बचा जा सके। विस्फोट के बाद दोनों घर पूरी तरह से नष्ट हो गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि धमाके इतने तेज थे कि आसपास के इलाकों में भी कंपन महसूस किया गया।
🔹कैसे हुआ विस्फोट?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों के घरों में पहले से ही विस्फोटक सामग्री छिपाकर रखी गई थी, जो सर्च ऑपरेशन के दौरान डिटोनेट हो गई। हालांकि कुछ रिपोर्ट्स बताती हैं कि यह विस्फोट सुरक्षा बलों की योजना का हिस्सा था, ताकि आतंकियों के ठिकानों को पूरी तरह तबाह किया जा सके।
PTI की रिपोर्ट के अनुसार, आदिल ठोकर और आसिफ शेख के घरों पर तलाशी अभियान चल रहा था, उसी दौरान यह धमाके हुए। इस कार्रवाई में किसी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा।
J&K में सुरक्षा बलों ने पहलगाम आतंकी हमले शामिल आतंकी आसिफ शेख और आदिल ठोकर का घर उड़ाया, ये दोनों पहलगाम हमले के आरोपी हैं।
अगर चारों आतंकी को नर्क में भी छिपे हैं तो उन्हें ढूंढकर इसी तरह खत्म कर देना चाहिए।#Pahalgam pic.twitter.com/ukLu1CFLhV— Aafrin (@Aafrin7866) April 25, 2025
🔹कौन हैं आदिल ठोकर और आसिफ शेख?
आदिल हुसैन ठोकर, अनंतनाग जिले के बिजबेहरा ब्लॉक का निवासी है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, वह 2018 में पाकिस्तान गया था जहां उसने आतंकी ट्रेनिंग ली। हाल ही में वह घाटी में सक्रिय हुआ और विदेशी आतंकियों की सहायता कर रहा था।
आसिफ शेख, पुलवामा जिले के त्राल का रहने वाला है। उस पर इस हमले की साजिश में शामिल होने का शक है। उसे “ओवरग्राउंड वर्कर” से ज्यादा, एक मुख्य साजिशकर्ता माना जा रहा है।
अनंतनाग पुलिस ने आदिल ठोकर की गिरफ्तारी के लिए ₹20 लाख के इनाम की घोषणा भी की है। साथ ही दो अन्य पाकिस्तानी आतंकियों – हाशिम मूसा और अली तल्हा – को भी इस हमले में मुख्य आरोपी घोषित किया गया है।
🔹आतंकियों की पूरी टीम – पाकिस्तान कनेक्शन
हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान, एक प्रशिक्षित पाकिस्तानी आतंकी है जो पिछले साल से जम्मू-कश्मीर में सक्रिय था। NIA के अनुसार, वह पहले भी तीन बार सुरक्षाबलों और गैर-कश्मीरी नागरिकों पर हमला कर चुका है।
अली तल्हा, पाकिस्तान से घाटी में दो साल पहले दाखिल हुआ था और श्रीनगर के डाछीगाम जंगलों में छिपा था। माना जा रहा है कि इन्हीं दोनों आतंकियों ने गोलीबारी की थी, जबकि आदिल और आसिफ ने उनकी स्थानीय मदद की।
🔹पुलिस और प्रशासन की तत्परता
हमले के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस, CRPF और भारतीय सेना ने संयुक्त रूप से सर्च ऑपरेशन शुरू किया। अनेकों ओवरग्राउंड वर्कर्स से पूछताछ की गई और संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी गई।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए साफ किया कि कोई भी आतंकी या उसके मददगार को बख्शा नहीं जाएगा। इसी के तहत आतंकियों के घरों को उड़ाने की कार्रवाई की गई।
🔹प्रधानमंत्री मोदी का बड़ा बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की निंदा करते हुए साफ कहा कि
“भारत हर उस आतंकी और उसके मददगार को सज़ा देगा, जो हमारे निर्दोष नागरिकों की हत्या करता है। हम उन्हें धरती के किसी भी कोने से खोजकर सज़ा देंगे।”
इसके साथ ही केंद्र सरकार ने पाकिस्तान पर भी कड़ा रुख अपनाते हुए इंडस वॉटर ट्रीटी को सस्पेंड करने की बात कही है। यह भारत की ओर से एक बड़ा कूटनीतिक संकेत माना जा रहा है।
🔹पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
भारत के इस सख्त रुख के जवाब में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सेना प्रमुख आसीम मुनीर और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ एक आपातकालीन बैठक बुलाई। इस मीटिंग में साफ कहा गया कि “भारत द्वारा पानी की आपूर्ति रोकना युद्ध की घोषणा जैसा होगा।”
यह बयान न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल पैदा कर रहा है, बल्कि दोनों देशों के बीच तनाव को भी नई दिशा दे सकता है।
🔹देशभर में गुस्सा – सोशल मीडिया और सड़कों पर आक्रोश
जैसे ही पहलगाम हमला और उसके बाद की कार्रवाई सामने आई, सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर #PahalgamAttack, #JusticeForVictims और #TerrorMustEnd जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
जावेद अख्तर ने ट्वीट किया:
“इन निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले दरिंदों को सज़ा मिलनी चाहिए। ये नरसंहार माफ नहीं किया जा सकता।”
ओमर अब्दुल्ला ने एक स्थानीय पोनीवाला की बहादुरी की तारीफ की, जिसने पर्यटकों को बचाने की कोशिश करते हुए अपनी जान गंवा दी।
🔹 हमले के शिकार – इंसानी कहानियाँ
इस आतंकी हमले ने कई परिवारों को उजाड़ दिया। एक तस्वीर जो सोशल मीडिया पर वायरल हुई, उसमें एक नवविवाहित जोड़ा – नौसेना अधिकारी और उनकी शिक्षिका पत्नी – का नाम सामने आया, जो हनीमून मनाने आए थे और इस हमले का शिकार हो गए।
एक और दर्दनाक कहानी सामने आई कर्नाटक की एक माँ की, जिन्होंने अपनी बेटी और दामाद को पहले ही “वहां मत जाओ” कहा था। लेकिन नियति को कुछ और ही मंज़ूर था।
🔹 आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
भारत ने एक बार फिर यह साबित किया है कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति “जीरो टॉलरेंस” पर आधारित है। आतंकियों के घर ध्वस्त कर दिए गए, उनकी पहचान सार्वजनिक की गई और देश को भरोसा दिलाया गया कि ऐसी घटनाओं के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
यह सिर्फ दो घरों का उड़ाया जाना नहीं था, बल्कि यह संदेश था – कि आतंक के खिलाफ भारत की लड़ाई निर्णायक और अडिग है।