Shravan Maas 2025 की शुरुआत इस वर्ष 10 जुलाई (गुरुवार) से होगी और इसका समापन 8 अगस्त (शुक्रवार) को होगा। यह मास भगवान शिव को समर्पित होता है और पूरे महीने व्रत, पूजा, भक्ति, और संयम का विशेष महत्व होता है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में इसकी शुरुआत तिथियों में थोड़ी भिन्नता हो सकती है क्योंकि कहीं चंद्र मास तो कहीं सौर मास मान्य होता है। फिर भी, उत्तर भारत में यह मास विशेष श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है।
🗓️ इस बार सावन में कितने सोमवार पड़ेंगे?
सावन 2025 में कुल 5 सोमवार होंगे, जो कि इस प्रकार हैं:
- 14 जुलाई
- 21 जुलाई
- 28 जुलाई
- 4 अगस्त
- 11 अगस्त
हर सोमवार को शिव भक्त व्रत रखते हैं, शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं और पूरे दिन उपवास करके रात्रि में कथा व आरती करते हैं। इस बार विशेष बात यह है कि कुछ सोमवारों को शिव योग, सर्वार्थ सिद्धि योग जैसे शुभ संयोग बन रहे हैं।
🕉️ श्रावण सोमवार व्रत की पूजा विधि
सावन सोमवार की पूजा विधि सरल और फलदायी मानी जाती है। दिन की शुरुआत ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करने से होती है। इसके बाद शिवलिंग पर जलाभिषेक किया जाता है।
पूजन सामग्री में ये चीजें शामिल होती हैं:
- बेलपत्र
- दूध, दही, शहद, घी, गंगाजल
- भांग, धतूरा
- सफेद फूल
- अक्षत, चंदन, भस्म
- धूप, दीप, रूई की बाती
पूजा विधि:
- शिवलिंग पर पंचामृत से अभिषेक करें
- ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें
- 108 बार बेलपत्र अर्पित करें
- शिव चालीसा और आरती का पाठ करें
- रात्रि में व्रत कथा अवश्य सुनें
🔱 व्रत का धार्मिक महत्व और पौराणिक मान्यता
मान्यता है कि मां पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए सावन मास में कठोर व्रत किया था। उनके तप और श्रद्धा से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें स्वीकार किया।
इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आज भी कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की प्राप्ति, और विवाहित महिलाएं वैवाहिक सुख हेतु यह व्रत करती हैं।
इसके अलावा, सावन सोमवार को भगवान शिव का ध्यान करने से कष्टों का नाश, दुर्भाग्य का अंत और मानसिक शांति मिलती है।
🌟 इस बार बनने वाले विशेष योग और संयोग
इस बार के श्रावण मास में कई ऐसे शुभ योग बन रहे हैं, जो इसे और भी अधिक फलदायक बनाते हैं:
- 14 जुलाई: शिव योग
- 21 जुलाई: अमृत सिद्धि योग
- 28 जुलाई: रवि योग + सिद्धि योग
- 4 अगस्त: सर्वार्थ सिद्धि योग
- 11 अगस्त: द्विपुष्कर योग
इन योगों में व्रत और पूजा करने से कई गुना फल मिलता है। विशेषकर शिव योग और अमृत योग में रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप और शिव पुराण का पाठ करना अति शुभ माना गया है।
✅ सावन में क्या करें, क्या न करें?
🌼 क्या करें:
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें
- शिवलिंग पर जल और बेलपत्र चढ़ाएं
- शिव चालीसा और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें
- व्रत रखें और संयमित जीवनशैली अपनाएं
- जरूरतमंदों को भोजन या वस्त्र दान करें
🚫 क्या न करें:
- मांस-मदिरा का सेवन न करें
- क्रोध, झूठ और अपवित्र विचारों से दूर रहें
- तामसिक भोजन न करें
- दूसरों की निंदा, अपमान या विवाद से बचें
- पीपल और तुलसी को न तोड़ें
हिंदू धर्म में सावन महीने का विशेष महत्व माना जाता है. सावन का महीना शिव भगवान को समर्पित होता है सावन महीने में प्रत्येक सोमवार के दिन भगवान शिव की विधिवत उपासना की जाती है। शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि श्रावण मास भगवान शिव का अत्यंत प्रिय महीना है
उत्तर सावन सोमवार
— 12 Jyotirlingas Of Mahadev (@12Jyotirling) June 28, 2024
🌳 सावन और पर्यावरण से जुड़ा संदेश
सावन का महीना सिर्फ पूजा का नहीं बल्कि प्रकृति से जुड़ाव का भी महीना है। यह मानसून का समय होता है जब हरियाली प्रकृति को सुंदर बना देती है।
पौराणिक मान्यता है कि इस माह में वृक्षारोपण, जल संरक्षण, और पर्यावरण रक्षा का कार्य विशेष पुण्य देता है। इसलिए मंदिरों में जल बचाने की पहल और पौधे लगाने की परंपरा का पालन अवश्य करें।
🧘♀️ मानसिक और आध्यात्मिक लाभ
श्रावण मास का व्रत केवल शारीरिक संयम का नहीं बल्कि मानसिक संतुलन और आत्मिक शुद्धि का मार्ग है।
- नकारात्मक विचारों से मुक्ति
- मन की शांति
- ध्यान और साधना का उत्तम समय
- आध्यात्मिक प्रगति के लिए श्रेष्ठ काल
इस प्रकार के आध्यात्मिक अवसरों में कुछ विशेष राशियों के लिए भाग्य भी प्रबल होता है। जून के अंतिम दिन कौन-सी राशियाँ रहेंगी सबसे भाग्यशाली, यह जानने के लिए यह रिपोर्ट ज़रूर पढ़ें, क्योंकि सावन से पहले का समय भी आपकी आध्यात्मिक ऊर्जा को बल प्रदान कर सकता है।
📌 निष्कर्ष
Shravan Maas 2025 एक ऐसा अवसर है जब भक्तगण शिव भक्ति में लीन हो जाते हैं। यह महीना संयम, साधना और सेवा के साथ जीवन को उच्चतर दिशा देता है।
इस बार के पांच सोमवार भक्तों के लिए विशेष फलदायक होंगे, खासकर जब योग और तिथियां भी शुभ हैं।
👉 आप इस सावन में कौन-से सोमवार का व्रत रखेंगे? क्या आपने कोई विशेष संकल्प लिया है? नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।