एजबेस्टन टेस्ट में भारत से मिली करारी हार के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने पिच को लेकर नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि यह पिच संतुलित नहीं थी और बल्लेबाज़ों को परेशान कर रही थी।
स्टोक्स के बयान ने एक बार फिर “पिच राजनीति” को चर्चा में ला दिया, खासकर तब जब इंग्लैंड खुद घरेलू परिस्थितियों में भारत को स्पिन ट्रैकों पर चुनौती देता रहा है।
सितांशु कोटक का जवाब – दो टूक लेकिन संतुलित
टीम इंडिया के कोच सितांशु कोटक ने स्टोक्स की शिकायत पर बेबाक प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा,
“हम कभी भी पिच की शिकायत नहीं करते। जो मिलता है, उसी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की सोच रखते हैं।“
कोच कोटक ने साफ़ तौर पर कहा कि मानसिक मजबूती और पेशेवर सोच ही भारत की ताकत है, न कि परिस्थितियों से शिकायती रवैया।
उन्होंने यह भी जोड़ा, “भारतीय खिलाड़ी मानसिक रूप से काफी परिपक्व हो चुके हैं और हार या जीत को मैदान के प्रदर्शन से जोड़ते हैं, न कि बहानों से।“
India batting coach, Sitanshu Kotak responded to Ben Stokes and Brendon McCullum’s remarks about the ‘subcontinental pitch’ after England’s heavy defeat at Edgbaston.#ENGvIND #TeamIndia #England pic.twitter.com/xHNIGhzgRx
— Circle of Cricket (@circleofcricket) July 8, 2025
सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया – फैंस का क्या कहना है?
कोच कोटक के बयान के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई।
ट्विटर पर #KotakStraightTalk ट्रेंड करने लगा, और अधिकतर फैंस ने उनकी राय को समर्थन दिया।
एक यूज़र ने लिखा,
“पिच पर नहीं, अपनी रणनीति पर काम करो, तभी टीम जीतती है।”
इसी तरह, बहुत से भारतीय समर्थकों ने कहा कि
“भारत ने स्टोक्स को उसी की भाषा में करारा जवाब दिया – लेकिन शालीनता के साथ।”
एजबेस्टन टेस्ट – प्रदर्शन का विश्लेषण
टीम इंडिया ने एजबेस्टन में हर मोर्चे पर इंग्लैंड को पछाड़ा।
यशस्वी जायसवाल की धमाकेदार पारी, रोहित शर्मा और विराट कोहली की समझदारी भरी बल्लेबाज़ी ने भारत को मज़बूत स्थिति में पहुँचाया।
गेंदबाज़ी में सिराज और बुमराह ने इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को बांधकर रखा।
टीम ने मुश्किल पिच को मौके में बदला, जो इस बात का सबूत है कि तैयारी और आत्मविश्वास से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।
और इसी तरह का शानदार प्रदर्शन हमें हाल ही में भी देखने को मिला था, जब शुभमन गिल की कप्तानी में भारत ने बड़ी जीत हासिल की, जिस पर बॉलीवुड सितारों ने भी जमकर तारीफ की थी।
पिच विवाद पहले भी – क्या यह नया है?
पिच को लेकर विवाद क्रिकेट का पुराना हिस्सा रहा है।
2021 में भारत में हुई टेस्ट सीरीज़ में भी इंग्लैंड ने अहमदाबाद की टर्निंग पिच पर आपत्ति जताई थी।
ICC की गाइडलाइंस यह कहती हैं कि पिच में “बैलेंस” होना चाहिए, लेकिन घरेलू टीम की तैयारी का कुछ असर पिच पर रहना सामान्य है।
इसलिए सवाल यह नहीं है कि पिच कैसे थी, बल्कि यह है कि टीम ने खुद को किस तरह ढालकर प्रदर्शन किया।
कोच कोटक का दृष्टिकोण – सीखने की बात
सितांशु कोटक का बयान केवल एक जवाब नहीं था, बल्कि यह क्रिकेट खेलने के सही दृष्टिकोण की नज़ीर बन गया।
उन्होंने कहा, “हम मैदान की बजाय अपनी तैयारी पर ध्यान देते हैं। यही सफलता की कुंजी है।“
युवाओं के लिए कोटक की सोच एक प्रेरणा है, कि कैसे शांत, प्रोफेशनल और संतुलित रहकर भी सटीक जवाब दिया जा सकता है।
“It ended up being more of a subcontinent pitch.”
Lol Ben Stokes is a proper cry baby.
Absolutely lost it when Jaiswal got an opportunity to review.
Was throwing fits that umpire gave him LBW in what was plumb.
Captain Cranky?pic.twitter.com/xfvhQpqkRu
— Sameer Allana (@HitmanCricket) July 6, 2025
खेल भावना या बहाना?
बेन स्टोक्स की शिकायत क्या खेल भावना के तहत थी या हार को छुपाने की एक कोशिश?
इस सवाल का जवाब हमें टीम इंडिया के रुख में मिलता है, जो विवादों से नहीं, बल्कि मैदान पर प्रदर्शन से बोलती है।
कोच कोटक का जवाब साफ था — “खेलो, शिकायत मत करो।”
जहां एक ओर इंग्लैंड के कप्तान बहस में उलझे रहे, वहीं भारत ने अपनी प्रोफेशनल अप्रोच से जवाब दिया — यही अंतर दो टीमों की मानसिकता को दर्शाता है।