🟦 GMADA का बड़ा फैसला – मिलेगा समर्पित डंपिंग ग्राउंड
मोहाली शहर में लंबे समय से चल रही कचरे के निस्तारण की समस्या अब अपने समाधान की ओर बढ़ती दिख रही है। ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMADA) ने लगभग 40 एकड़ ज़मीन डंपिंग ग्राउंड के लिए आवंटित करने का फैसला लिया है। इस ज़मीन को खरड़ और जंझेरी के बीच के इलाके में चिन्हित किया गया है।
यह निर्णय मोहाली की स्थानीय निकायों, खासकर नगर निगम के साथ विचार-विमर्श के बाद लिया गया है। ज़मीन को चिन्हित करने का उद्देश्य है कि शहर में बेहतरीन कचरा प्रबंधन किया जा सके और पुराने डंपिंग स्थलों से स्थानीय लोगों को होने वाली परेशानियों से राहत दी जा सके।
पंजाब में चल रही विकास योजनाओं में एक और बड़ा कदम, जिसमें हाल ही में ₹15,606 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले, उसी दिशा में यह फैसला भी एक अहम कड़ी बनकर सामने आया है।
🟦 कहां होगा यह डंपिंग ग्राउंड?
मेयर कुलवंत सिंह के मुताबिक, GMADA ने यह ज़मीन खरड़ के पास जंझेरी क्षेत्र के समीप चिन्हित की है। यह जगह पहले से सरकारी नियंत्रण में है, जिससे भूमि अधिग्रहण जैसी कोई जटिलता नहीं आएगी। इससे प्रशासनिक प्रक्रिया में तेज़ी आने की उम्मीद है।
मेयर ने बताया कि GMADA के अधिकारी और निगम प्रशासन इस योजना को शीघ्र क्रियान्वित करने के प्रयास में हैं। इस फैसले के बाद शहर के विभिन्न इलाकों में डंपिंग की समस्या से निजात मिलेगी।
🟦 मेयर कुलवंत सिंह का बयान – ‘जनता को राहत मिलेगी’
मोहाली के मेयर कुलवंत सिंह ने कहा कि यह डंपिंग ग्राउंड शहर की वर्षों पुरानी समस्या का समाधान साबित हो सकता है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि,
“हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि कचरा निस्तारण वैज्ञानिक और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से हो।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस ज़मीन के चयन से आसपास की कॉलोनियों और रिहायशी क्षेत्रों पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा। पर्यावरणीय नियमों का पालन करते हुए इस ज़मीन का उपयोग किया जाएगा।
Area demarcated for Green belt is converted either into illegal encroachment & Garbage dumping ground (sector 92/95 & 93/94 dividing road) , @OfficialGMDA is just sleeping over the issue, no firm plan or action to remove these illegal activities & to develop the Green belts pic.twitter.com/kVZdJ8j6ZV
— RWA SARE HOMES-SEC92 (@RWASAREHOMES92) July 8, 2025
🟦 स्थानीय निवासियों की चिंता – लेकिन राहत की उम्मीद
जहां एक ओर प्रशासनिक स्तर पर यह एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय नागरिकों में चिंता भी देखी जा रही है। खासकर जो क्षेत्र प्रस्तावित ज़मीन के पास हैं, वहाँ के लोगों को पर्यावरणीय और स्वच्छता से जुड़े मुद्दों पर आशंका है।
हालांकि, मेयर और अधिकारियों ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि सभी NGT और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा।
🟦 पुराने डंपिंग स्थलों की स्थिति
मोहाली में अभी तक कोई स्थायी डंपिंग ग्राउंड नहीं था, और यह काम कई अस्थायी जगहों पर किया जाता रहा। इससे कई रिहायशी इलाकों में गंदगी, बदबू और बीमारियों का खतरा बढ़ता गया। अब, GMADA का यह फैसला उन समस्याओं को खत्म करने की दिशा में एक ठोस कदम है।
🟦 कचरा प्रबंधन पर नया दृष्टिकोण
GMADA और नगर निगम मिलकर इस नई योजना को सस्टेनेबल और मॉडर्न सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लान के तहत आगे बढ़ा रहे हैं। इसमें शामिल होगा:
- कचरे की प्री-सेग्रेगेशन प्रक्रिया
- रीसाइक्लिंग और कम्पोस्टिंग यूनिट्स
- ट्रांसफर स्टेशन और अपशिष्ट ऊर्जा संयंत्र की संभावनाएं
🟦 पर्यावरणीय मानकों पर जोर
मेयर और GMADA दोनों ने आश्वासन दिया है कि डंपिंग ग्राउंड स्थापित करते समय सभी पर्यावरणीय सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखा जाएगा। इसमें ग्रीन बेल्ट, लीकेज प्रूफ सिस्टम, गंध नियंत्रण तकनीक और भूमिगत जल की सुरक्षा पर भी काम होगा।
🟦 आगे का रास्ता – क्या होंगी चुनौतियां?
इस प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए प्रशासन को कुछ प्रमुख चुनौतियों से निपटना होगा:
- जन जागरूकता बढ़ाना
- आसपास के निवासियों की आशंकाओं को दूर करना
- पर्यावरणीय मंजूरी समय पर प्राप्त करना
परंतु यदि ये सभी बाधाएं पार हो जाएं तो यह योजना ना केवल मोहाली, बल्कि पूरे पंजाब के लिए एक मॉडल बन सकती है।
🟦 विकास और पर्यावरण का संतुलन
GMADA का यह निर्णय भविष्य की एक ज़रूरत की ओर इशारा करता है – विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन। यदि इसे जिम्मेदारी और पारदर्शिता से लागू किया गया, तो यह न सिर्फ मोहाली की साफ-सफाई व्यवस्था को सुधारेगा, बल्कि स्थानीय निवासियों को एक बेहतर जीवन-स्तर भी प्रदान करेगा।