दक्षिण कोरिया इस समय अपने इतिहास की सबसे भीषण जंगल की आग से जूझ रहा है। दक्षिण-पूर्वी क्षेत्रों में लगी इस आग ने हजारों एकड़ जंगल को निगल लिया है और कई घरों तथा ऐतिहासिक स्थलों को नुकसान पहुंचाया है। इस तबाही के बीच एक और दुखद घटना घटी जब आग बुझाने के प्रयास में एक फायरफाइटिंग हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उसमें सवार पायलट की मौत हो गई।
सरकार ने इस आग को ‘अभूतपूर्व’ बताते हुए इसे रोकने के लिए व्यापक कदम उठाए हैं। हजारों अग्निशमन कर्मी, पुलिस और नागरिक अधिकारी बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर काफी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
हेलीकॉप्टर क्रैश: क्या हुआ?
इस हादसे की शुरुआत उस समय हुई जब एक फायरफाइटिंग हेलीकॉप्टर, जो तेजी से फैल रही आग को बुझाने में मदद कर रहा था, अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह घटना Uiseong County में हुई, जो राजधानी सियोल से 200 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। इस हेलीकॉप्टर में केवल एक पायलट सवार था, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इस घटना के बाद सरकार ने सभी फायरफाइटिंग हेलीकॉप्टरों को अस्थायी रूप से ग्राउंडेड कर दिया, जिससे बचाव कार्य प्रभावित हुआ। इस दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट्स में तकनीकी खराबी को संभावित कारण बताया जा रहा है।
दक्षिण कोरिया की ‘अभूतपूर्व’ जंगल की आग
यह आग पिछले कई दशकों की सबसे भयावह घटनाओं में से एक मानी जा रही है। Interior Safety Ministry के अनुसार, इस आग में 17,398 हेक्टेयर (लगभग 43,000 एकड़) से अधिक भूमि जलकर राख हो चुकी है। इस तबाही में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है और कई अन्य घायल हुए हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि तेज़ हवाओं और शुष्क मौसम के कारण आग तेजी से फैल रही है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन स्थिति घोषित कर दी है, और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
❗️🇰🇷 – At least 16 people have died in wildfires across South Korea as of March 25, 2025.
A massive fire that started in Uiseong, North Gyeongsang Province, has been spreading for four days, reaching Andong, Cheongsong, Juwangsan National Park, Yeongyang, and Yeongdeok.
The… pic.twitter.com/2PfbUdhwu6
— 🔥🗞The Informant (@theinformant_x) March 25, 2025
ऐतिहासिक गऊंसा मंदिर का नुकसान
1300 साल पुराना गऊंसा बौद्ध मंदिर, जो दक्षिण कोरिया की सांस्कृतिक धरोहरों में से एक है, इस आग में पूरी तरह जलकर खाक हो गया। मंदिर का प्रमुख हिस्सा और कई ऐतिहासिक कलाकृतियां इस आग में नष्ट हो गईं। हालांकि, कुछ प्रमुख मूर्तियों और पुरानी धरोहरों को पहले ही अन्य स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया था।
इस ऐतिहासिक क्षति को लेकर सोशल मीडिया पर व्यापक प्रतिक्रिया देखने को मिली, जहां लोगों ने इस घटना को कोरिया की सांस्कृतिक पहचान पर एक बड़ी चोट बताया।
1000 year old Temple consumed by wildfire
Thousand-year-old Unramsa Temple on Cheondeungsan Mountain South Korea, was completely destroyed by a forest fire yesterday. It quickly spread due to strong winds, burning down both the main building and its outbuildings.
“Before the… pic.twitter.com/X5Bk6aTjUy
— Volcaholic 🌋 (@volcaholic1) March 23, 2025
सरकार की प्रतिक्रिया और बचाव कार्य
सरकार ने आग बुझाने के लिए 10,000 से अधिक फायरफाइटर्स, पुलिस और नागरिक सेवकों को तैनात किया है। 57 से अधिक हेलीकॉप्टर और 2,600 अग्निशमन कर्मी लगातार आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री Han Duck-soo ने इस घटना को “अभूतपूर्व संकट” करार दिया है और लोगों से अतिरिक्त सावधानी बरतने की अपील की है। कई नागरिक संगठनों ने भी राहत और पुनर्वास के प्रयासों में योगदान दिया है।
जंगल की आग के पीछे के कारण
इस आग के पीछे कई संभावित कारण बताए जा रहे हैं:
- मानवीय लापरवाही – रिपोर्ट के अनुसार, यह आग एक व्यक्ति द्वारा कब्र स्थल की सफाई के दौरान फैल गई।
- जलवायु परिवर्तन – इस वर्ष दक्षिण कोरिया में जंगल की आग की घटनाएं पिछले वर्ष की तुलना में 2.4 गुना अधिक देखी गई हैं।
- तेज हवाएं और शुष्क मौसम – जंगल की आग के तेज़ी से फैलने का प्रमुख कारण मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियां हैं।
पीड़ितों की कहानियां
आग से प्रभावित कई लोगों ने अपनी दर्दनाक कहानियां साझा की हैं।
Kwon So-han, 79 वर्षीय निवासी, ने बताया कि उन्होंने जैसे ही निकासी आदेश सुना, वे अपना घर छोड़कर भाग गए।
Cho Jae-oak, एक सेब किसान, ने बताया कि वह और उनकी पत्नी अपने घर के चारों ओर पानी छिड़कते रहे, लेकिन आग के चलते उन्हें अंततः वहां से जाना पड़ा।
निष्कर्ष और भविष्य के लिए सुझाव
यह त्रासदी हमें कई महत्वपूर्ण सबक देती है। सबसे पहला यह कि जंगल की आग से निपटने के लिए अधिक प्रभावी रणनीतियों की आवश्यकता है। सरकार को चाहिए कि:
- जंगल की आग की रोकथाम के लिए मजबूत नीतियां लागू करे।
- नागरिकों को जागरूक करे और आग से निपटने के उपायों को बढ़ावा दे।
- जलवायु परिवर्तन से जुड़े कारकों पर ध्यान दे।
आपकी राय: क्या आपको लगता है कि सरकार को जंगल की आग रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए? अपनी राय कमेंट में साझा करें!