23 जून 2025 को हुए विधानसभा उपचुनावों में कई दिलचस्प मोड़ देखने को मिले। पाँच राज्यों की छह सीटों पर हुए इन उपचुनावों में सबसे ज़्यादा चर्चा पंजाब की लुधियाना वेस्ट सीट और केरल की नीलाम्बूर सीट की रही। इन दोनों ही क्षेत्रों से ऐसे नतीजे सामने आए जो राजनीतिक विश्लेषकों के लिए भी चौंकाने वाले हैं।
लुधियाना वेस्ट, जो लंबे समय से बीजेपी का गढ़ माना जाता रहा है, वहाँ इस बार आम आदमी पार्टी (AAP) को निर्णायक बढ़त मिलती दिख रही है। दूसरी ओर, नीलाम्बूर में कांग्रेस उम्मीदवार ने CPI(M) को पीछे छोड़कर एक मजबूत स्थिति बना ली है।
लुधियाना वेस्ट: बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाती AAP
AAP बना रही है बढ़त, BJP तीसरे स्थान पर
पंजाब की लुधियाना वेस्ट सीट लंबे समय से भाजपा का मजबूत किला मानी जाती थी। वर्ष 2022 में यहां से बीजेपी प्रत्याशी ने अच्छे खासे वोटों से जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार हालात पूरी तरह बदलते नजर आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने ना सिर्फ चुनावी मैदान में मजबूती दिखाई, बल्कि शुरुआती रुझानों में ही बड़ा फासला बना लिया।
BJP, जिसे यहां अपनी जीत पक्की लग रही थी, तीसरे स्थान पर खिसक गई है। कांग्रेस दूसरे नंबर पर है, लेकिन AAP से दूरी लगातार बढ़ती जा रही है।
Ludhiana West By-election Results
AAP leading by 2286 votes after round 6
AAP – 14486(34.94%)
INC – 12200(29.42%)
BJP – 10703(25.81%)
SAD – 3283(7.92%)AAP lead decreased to 2286 votes !! https://t.co/uIL3sGlCca
— Haryana Punjab Political News Tracker (@HRPBpolitics) June 23, 2025
स्थानीय मुद्दों का असर
लुधियाना वेस्ट में बिजली की किल्लत, बेरोज़गारी, और ट्रैफिक समस्या जैसे स्थानीय मुद्दे मुख्य कारण बने। AAP ने इन मुद्दों को लेकर ज़मीन पर काम किया और लोगों से सीधा संवाद स्थापित किया।
वोटिंग ट्रेंड में बड़ा बदलाव
इस सीट पर पहली बार देखा गया कि शहरी वोटर्स और युवा मतदाता AAP के पक्ष में झुके। जहां BJP की पारंपरिक वोट बैंक में दरार दिखी, वहीं AAP ने ground-level campaigning के दम पर माहौल बदल डाला।
23 जून 2025 को हुए विधानसभा उपचुनावों में कई दिलचस्प मोड़ देखने को मिले। पाँच राज्यों की छह सीटों पर हुए इन उपचुनावों में सबसे ज़्यादा चर्चा पंजाब की लुधियाना वेस्ट सीट और केरल की नीलाम्बूर सीट की रही। इन दोनों ही क्षेत्रों से ऐसे नतीजे सामने आए जो राजनीतिक विश्लेषकों के लिए भी चौंकाने वाले हैं।
Ludhiana West By-Poll Result
Votes and Percentage after First Round
AAP – 44.06% 🔥💯
INC – 24.75% pic.twitter.com/zSxiEfbAjz— राहुल तंवर (@RahulTavar_) June 23, 2025
इन उपचुनावों की शुरुआत, मतदान प्रतिशत और प्रत्याशियों की स्थिति से जुड़ी पूरी जानकारी आप हमारे इस विशेष लेख में विस्तार से पढ़ सकते हैं: “पांच राज्यों में उपचुनाव की हलचल: मतदान जारी, नतीजे 23 जून को घोषित”
नीलाम्बूर: कांग्रेस ने LDF को पीछे छोड़ा
UDF उम्मीदवार की बढ़त, CPI(M) परेशान
केरल की नीलाम्बूर सीट पर भी सियासी तस्वीर पूरी तरह से बदलती दिखाई दी। जहां पिछले चुनाव में CPI(M) ने कड़ी टक्कर के बाद जीत दर्ज की थी, वहीं इस बार कांग्रेस के UDF गठबंधन ने मजबूत स्थिति बना ली है।
Congress प्रत्याशी को शुरुआती काउंटिंग में ही निर्णायक बढ़त मिल गई, जबकि CPI(M) पीछे चल रही है।
LDF के वोट बैंक में सेंध
इस बार CPI(M) को उनके परंपरागत वोटरों से भी झटका लगा है। माना जा रहा है कि इस सीट पर स्थानीय मुद्दों और मुस्लिम लीग की मजबूत ग्राउंड उपस्थिति ने कांग्रेस को फायदा पहुंचाया।
BJP की नाममात्र उपस्थिति
नीलाम्बूर में BJP की मौजूदगी केवल प्रतीकात्मक रही। यहाँ वोट शेयर बहुत ही कम रहा, जिससे मुख्य मुकाबला केवल UDF बनाम LDF के बीच ही सिमट गया।
क्या ये नतीजे बड़े राजनीतिक संकेत दे रहे हैं?
INDIA गठबंधन के लिए सकारात्मक संकेत
इन उपचुनावों के नतीजे INDIA गठबंधन के लिए एक प्रकार से सकारात्मक संकेत हैं। AAP की पंजाब में पकड़ और Congress की केरल में वापसी बताती है कि जनता विकल्पों की ओर देख रही है। इससे आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में विपक्षी दलों को नई ऊर्जा मिल सकती है।
BJP के लिए आत्ममंथन का समय
लुधियाना वेस्ट जैसी सीट पर हार BJP के लिए सिर्फ सीट नहीं, एक संकेत है कि उनकी पकड़ शहरी मतदाताओं पर ढीली पड़ रही है। पार्टी को अपनी रणनीति और संगठनात्मक ताकत पर दोबारा ध्यान देने की ज़रूरत है।
वोटिंग डेटा: क्या कहती है आंकड़ों की बारीकी
लुधियाना वेस्ट आंकड़े
- कुल मतदान प्रतिशत: 68.2%
- AAP को अब तक मिली वोटों की संख्या: 34,140+
- BJP को 2022 के मुकाबले लगभग 12% कम वोट
- कांग्रेस की स्थिति: दूसरे स्थान पर, वोट शेयर स्थिर
नीलाम्बूर आंकड़े
- मतदान प्रतिशत: 72.5%
- कांग्रेस को मिला बढ़त का अंतर: 3500+ वोट
- LDF को वोट शेयर में भारी गिरावट
- मुस्लिम लीग और युवा वोटर्स की भूमिका निर्णायक
जमीनी हकीकत: जनता का मूड बदल रहा है?
वोटर्स का बयान
लुधियाना के कई मतदाताओं ने बताया कि उन्हें इस बार किसी बड़ी पार्टी की जगह, “काम करने वाली पार्टी” चाहिए थी। वहीं नीलाम्बूर में जनता ने CPI(M) को “arrogant” कह कर कांग्रेस को तरजीह दी।
मीडिया की भूमिका
कई रिपोर्ट्स और TV पैनल्स में इन दोनों नतीजों को ‘Mini Mandate’ बताया गया, जो दर्शाता है कि जनता धीरे-धीरे राजनीतिक संतुलन को बदल रही है।
क्या 2025 में बड़ा बदलाव आने वाला है?
इन दोनों सीटों के नतीजों ने देश की राजनीति में नया संदेश दिया है। यह बताता है कि जनता अब मुद्दों पर वोट कर रही है, ना कि केवल पार्टी के नाम पर। BJP के गढ़ में AAP की बढ़त और CPI(M) के क्षेत्र में कांग्रेस की वापसी से राष्ट्रीय राजनीति में बदलाव की आहट सुनाई दे रही है।
आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ये उपचुनाव केवल एक अपवाद थे, या फिर 2026 के विधानसभा और 2029 के लोकसभा चुनावों की झलक।