एयर इंडिया ने 19 जून 2025 को एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया — 38 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की कटौती और तीन रूट्स पर सेवाएं पूरी तरह से रोक दी गईं। यह निर्णय अचानक नहीं आया। इसके पीछे कई कारक हैं — अहमदाबाद विमान हादसा, मध्य-पूर्व में एयरस्पेस क्लोजर, और सबसे अहम — यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना।
इस लेख में हम जानेंगे कि किन रूट्स पर असर हुआ है, इसका कारण क्या है, यात्रियों को क्या समाधान दिया जा रहा है, और एयर इंडिया की अगली रणनीति क्या हो सकती है।
🛫 कौन-कौन सी उड़ानें रद्द की गई हैं?
एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा है कि 21 जून से 15 जुलाई 2025 तक निम्नलिखित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को या तो सस्पेंड किया गया है या फ्रीक्वेंसी घटाई गई है:
✈️ पूरी तरह सस्पेंड की गई उड़ानें:
- दिल्ली – नैरोबी (सप्ताह में 4 बार)
- अमृतसर – लंदन (गैटविक) (3 बार)
- गोवा (मोपा) – लंदन (गैटविक) (3 बार)
🌍 फ्रीक्वेंसी में कटौती वाले रूट्स (18 रूट्स):
📍 उत्तर अमेरिका:
- दिल्ली – टोरंटो
- दिल्ली – वैंकूवर
- दिल्ली – सैन फ्रांसिस्को
- दिल्ली – शिकागो
- दिल्ली – वाशिंगटन
📍 यूरोप:
- दिल्ली – लंदन हीथ्रो
- बेंगलुरु – लंदन हीथ्रो
- अमृतसर – बर्मिंघम
- दिल्ली – बर्मिंघम
- दिल्ली – पेरिस
- दिल्ली – मिलान
- दिल्ली – कोपेनहेगन
- दिल्ली – वियना
- दिल्ली – एम्सटर्डम
📍 ऑस्ट्रेलिया और एशिया:
- दिल्ली – मेलबर्न
- दिल्ली – सिडनी
- दिल्ली – टोक्यो (हनैडा)
- दिल्ली – सियोल (इंचियोन)
Air India gives a breakup of its flight reductions
Cancels and suspends 48 flights per week to long and ultra-long haul routes operated by 777 and 787 aircraft
10 flights suspended on three routes inclduing Delhi-Nairobi, Amritsar- London (Gatwick) and Goa- London (Gatwick)… pic.twitter.com/J1zzFV37Im
— Madeeha Mujawar (@madeehamedia) June 19, 2025
🔥 अहमदाबाद हादसा: एक बड़ा कारण
12 जून 2025 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो लंदन जा रही थी, अहमदाबाद में क्रैश हो गई। इस हादसे में 241 यात्रियों में से केवल एक की जान बची। हादसे की प्रारंभिक जांच में ओवरलोडिंग, बर्ड हिट और इंजन फेल्योर को संभावित कारण बताया गया है।
इसके बाद एयर इंडिया पर DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) और जनता दोनों का दबाव बढ़ गया। इसके जवाब में कंपनी ने व्यापक सुरक्षा जांच और ऑपरेशनल ऑडिट शुरू किया।
🛠️ सुरक्षा जांच: नए मानक तय
एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि Boeing 787 और 777 विमान अब विस्तृत प्री-फ्लाइट सेफ्टी चेक्स से गुजरेंगे।
“हमारे यात्री हमारी प्राथमिकता हैं। हम किसी भी तरह की ढील नहीं बरतेंगे,” – कैंपबेल विल्सन
इन जांचों के लिए अतिरिक्त समय की आवश्यकता होती है, जिससे शेड्यूल पर असर पड़ा है। परिणामस्वरूप, उड़ानों की संख्या घटानी पड़ी।
🌐 मध्य-पूर्व संकट का असर
इज़राइल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष के कारण मध्य-पूर्व के एयरस्पेस में कई हिस्सों को बंद कर दिया गया है। इसके कारण:
- फ्लाइट डिस्टेंस बढ़ गया है
- ईंधन लागत बढ़ी है
- अधिक समय लगने से नए शेड्यूल बनाने की जरूरत पड़ी
यही वजह है कि एयर इंडिया को उड़ानों की आवृत्ति में कटौती करनी पड़ी।
👥 यात्रियों पर असर और समाधान
फ्लाइट रद्द होने से यात्रियों में नाराज़गी देखी गई। लेकिन एयर इंडिया ने प्रभावित यात्रियों के लिए तीन विकल्प दिए हैं:
- बिना शुल्क के रीशेड्यूलिंग
- वैकल्पिक उड़ानों में समायोजन
- पूर्ण रिफंड
कंपनी यात्रियों से ईमेल और कॉल के जरिए व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर रही है।
📉 ब्रांड इमेज पर असर?
एक तरफ जहां सुरक्षा की प्राथमिकता से कंपनी की विश्वसनीयता बढ़ी है, वहीं बार-बार की उड़ान रद्द होने और तकनीकी गड़बड़ियों ने यात्रियों का भरोसा भी हिलाया है। खासकर अंतरराष्ट्रीय रूट्स पर यात्रा करने वाले एनआरआई, छात्र और व्यापारी वर्ग इससे प्रभावित हुए हैं।
🗣️ यात्रियों की प्रतिक्रिया:
“मेरी फ्लाइट 23 जून को लंदन थी, अब कैंसिल हो गई। नया विकल्प दिया गया है पर बिजनेस क्लास से इकोनॉमी में डाल दिया,” – एक यात्री
“अच्छा है कि कंपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दे रही है, लेकिन पहले से जानकारी होती तो प्लान नहीं बिगड़ता,” – दूसरा यात्री
📈 क्या यह सही कदम है?
विशेषज्ञों का मानना है कि एयर इंडिया का यह कदम संवेदनशील लेकिन आवश्यक है। सुरक्षा से बड़ा कोई लाभ नहीं होता। हालांकि, कंपनी को अब ग्राहक सेवा, शेड्यूल ट्रांसपेरेंसी, और ब्रांड रिकवरी पर ध्यान देना होगा।
🔚 निष्कर्ष
एयर इंडिया ने अपनी रणनीति में स्पष्ट किया है कि यह कटौती “अस्थायी” है और 15 जुलाई के बाद स्थिति की दोबारा समीक्षा की जाएगी।
यात्रियों के लिए यह समय मुश्किल हो सकता है, लेकिन अगर इसका परिणाम सुरक्षित उड़ानें हैं — तो यह एक जरूरी कदम है।
✍️ आप क्या सोचते हैं?
क्या एयर इंडिया का यह फैसला सही है? क्या आपको भी किसी उड़ान में परेशानी हुई?
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