टूर्नामेंट से पहले बड़ा झटका: नहीं होगा भारत-पाक मुकाबला
एशिया कप हॉकी 2025 को लेकर खेल प्रेमियों में खासा उत्साह था, खासतौर पर जब भारत और पाकिस्तान की संभावित भिड़ंत की बात हो रही थी। लेकिन अब यह मुकाबला नहीं होगा क्योंकि पाकिस्तान हॉकी टीम ने भारत आने से इनकार कर दिया है।
राजगीर (बिहार) में आयोजित होने वाले इस टूर्नामेंट में अब बांग्लादेश को पाकिस्तान की जगह आमंत्रित किया गया है।
🛂 वीज़ा आवेदन के बाद भी अचानक लिया यू-टर्न
पाकिस्तान ने पहले भारतीय वीज़ा के लिए आवेदन किया था, जिससे यह संकेत मिला था कि टीम टूर्नामेंट में भाग लेगी। लेकिन अचानक ही पाकिस्तान हॉकी महासंघ (PHF) ने बयान जारी करके नाम वापसी की घोषणा कर दी।
बयान में कहा गया कि भारत में सुरक्षा को लेकर चिंता है, इसलिए टीम अब यात्रा नहीं करेगी। इस अप्रत्याशित बदलाव से एशियाई हॉकी प्रशंसकों को बड़ा झटका लगा है।
The Pakistan hockey team has reportedly made a U-turn after applying for Indian visas. No Asia Cup for it.https://t.co/O00FFILT7E
— Firstpost Sports (@FirstpostSports) August 7, 2025
🛑 सुरक्षा चिंताओं का हवाला, राजगीर को बताया “नो-गो ज़ोन”
पाकिस्तान हॉकी अधिकारियों ने यह दावा किया कि राजगीर को ‘नो-गो ज़ोन’ घोषित किया गया है, जहां खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जा सकती। उन्होंने भारत सरकार और आयोजकों पर सीधे तौर पर कोई आरोप नहीं लगाया, लेकिन यह जरूर कहा कि टीम की सुरक्षा के मद्देनज़र यह फैसला लिया गया है।
हालांकि इस दावे को भारतीय अधिकारियों या आयोजकों की ओर से कोई पुष्टिकरण नहीं मिला है।
भारत की शालीन प्रतिक्रिया: खेल को राजनीति से ऊपर रखा
भारत ने इस पर कोई आक्रामक टिप्पणी नहीं दी, बल्कि हॉकी इंडिया ने केवल यह कहा कि “हम टूर्नामेंट के लिए पूरी तरह तैयार हैं और हर टीम के स्वागत के लिए तत्पर हैं।”
पाकिस्तान के फैसले पर किसी भी तरह की बयानबाज़ी से बचा गया, ताकि खेल का माहौल खराब न हो।
भारत पहले भी कई बड़े खेल आयोजनों की मेजबानी कर चुका है और यहां खिलाड़ियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है।
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🏑 भारत-पाक हॉकी इतिहास: एक ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्विता
भारत और पाकिस्तान की हॉकी टीमें जब-जब आमने-सामने आती हैं, तो खेल प्रेमियों के बीच रोमांच चरम पर होता है।
पिछले कई मुकाबलों में दोनों टीमों के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिली है, चाहे वह एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हो या कॉमनवेल्थ गेम्स।
इस बार के टूर्नामेंट में भी यही उम्मीद की जा रही थी, लेकिन पाकिस्तान की वापसी ने इस संभावना को खत्म कर दिया।
🇧🇩 बांग्लादेश को मिला बुलावा, अब कौन सी टीमें खेलेंगी?
पाकिस्तान के स्थान पर अब बांग्लादेश को आमंत्रित किया गया है, जो टूर्नामेंट में हिस्सा लेगा। नई टीमों की सूची कुछ इस प्रकार है:
- भारत
- जापान
- कोरिया
- चीन
- बांग्लादेश
- मलेशिया
- ओमान
- इंडोनेशिया
ग्रुप स्टेज की रचना में भी बदलाव किया गया है, जिससे अब भारत को नए विरोधियों से भिड़ना होगा।
🎙️ विशेषज्ञों की राय: खेल में राजनीति का असर नहीं होना चाहिए
कई पूर्व हॉकी खिलाड़ी और विशेषज्ञ इस फैसले से नाराज़ नजर आए। कुछ का मानना है कि यह खेल के प्रति सही रवैया नहीं है और इससे हॉकी जैसे खेल का नुकसान होता है।
एक पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने कहा:
“खिलाड़ियों की सुरक्षा जरूर ज़रूरी है, लेकिन जब आयोजक पूरी जिम्मेदारी ले रहे हों, तब ऐसे फैसले से खेल का नुकसान होता है।”
वहीं कुछ अन्य विशेषज्ञों ने इसे राजनीतिक दबाव का परिणाम बताया है।
🔍 टूर्नामेंट के आयोजकों की चुनौतियां
राजगीर जैसे छोटे शहर में इतने बड़े टूर्नामेंट का आयोजन करना अपने आप में एक बड़ी चुनौती है, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने हर जरूरी इंतज़ाम किए हैं।
सुरक्षा, ठहरने की व्यवस्था, मेडिकल सुविधा और दर्शकों के लिए ट्रैफिक कंट्रोल जैसी व्यवस्थाओं को लेकर स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से तैयार था।
🧠 खेल को खेल ही रहने देना चाहिए
भारत-पाकिस्तान का मुकाबला केवल खेल नहीं होता, वह भावनाओं और इतिहास से जुड़ा होता है।
पाकिस्तान की वापसी से निश्चित ही टूर्नामेंट की चमक थोड़ी फीकी होगी, लेकिन यह भी जरूरी है कि खेल को राजनीतिक मुद्दों से दूर रखा जाए।
अब देखना होगा कि बांग्लादेश की टीम कैसा प्रदर्शन करती है और क्या वह इस टूर्नामेंट को और दिलचस्प बना पाएगी।