अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अपने बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में एक सार्वजनिक भाषण के दौरान उन्होंने दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच मई महीने में एक सैन्य टकराव हुआ, जिसमें पांच फाइटर जेट्स को मार गिराया गया। उनके अनुसार, यह टकराव काफी “सीरियस” था और स्थिति और भी खराब हो सकती थी।
यह बयान ना सिर्फ अमेरिकी राजनीति में हलचल का कारण बना, बल्कि दक्षिण एशिया के राजनीतिक समीकरणों में भी नई बहस को जन्म दे गया है। हालांकि, अभी तक इस दावे की किसी भी आधिकारिक माध्यम से पुष्टि नहीं हुई है।
ट्रंप ने क्या कहा: बयान का विश्लेषण
ट्रंप के अनुसार, मई महीने में भारत और पाकिस्तान के बीच एक बड़ी सैन्य झड़प हुई थी। उन्होंने कहा कि “पांच लड़ाकू विमान गिरा दिए गए थे” और मामला बहुत गंभीर था। ट्रंप ने यह भी जोड़ा कि अगर यह टकराव और आगे बढ़ता, तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती थी।
इस भाषण में ट्रंप ने जिस सैन्य ऑपरेशन का ज़िक्र किया, उसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ कहा जा रहा है। हालांकि इस नाम का कोई आधिकारिक सैन्य ऑपरेशन सार्वजनिक रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है, लेकिन ट्रंप ने इसे ‘सीक्रेट और इंटेंस कॉन्फ्लिक्ट’ करार दिया।
भारत-पाक के बीच मई में क्या हुआ था?
अब सवाल यह उठता है कि क्या मई 2025 में वाकई भारत और पाकिस्तान के बीच कोई ऐसा टकराव हुआ था जिसकी जानकारी आम जनता तक नहीं पहुंची? दोनों देशों के रक्षा मंत्रालयों या अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस प्रकार की किसी भी घटना की पुष्टि नहीं हुई है।
संभावना यह जताई जा रही है कि यह कोई गुप्त सैन्य कार्रवाई हो सकती है, जिसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इतने बड़े स्तर पर पांच फाइटर जेट्स का गिराया जाना अगर सच होता, तो उसकी खबर निश्चित रूप से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैल चुकी होती।
Donald J. Trump Truth Social 07.18.25 09:39 PM EST
We have fulfilled so many of our promises…
✅One Big Beautiful Bill
✅Laken Riley Act
✅TAKE IT DOWN Act
✅Rescissions Act of 2025
✅HALT Fentanyl Act
✅GENIUS Act pic.twitter.com/qAbTUXFyQm— Fan Donald J. Trump Posts From Truth Social (@TrumpDailyPosts) July 19, 2025
ट्रंप का दावा या चुनावी रणनीति?
ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों की दौड़ में दोबारा शामिल हो चुके हैं और अपनी राजनीतिक रैलियों में लगातार विदेश नीति से जुड़े बयान देते रहे हैं। उनका यह बयान भी इसी सिलसिले का हिस्सा माना जा रहा है।
विदेश नीति को लेकर ट्रंप पहले भी कई बार चौंकाने वाले बयान दे चुके हैं, जिनमें से कई बार उनके तथ्यों पर सवाल उठ चुके हैं। यह भी संभावना है कि भारत-पाक मुद्दे को उछालकर वे अमेरिकी-भारतीय वोटबैंक को साधने की कोशिश कर रहे हों।
भारत-पाक के पुराने सैन्य टकराव: एक संक्षिप्त झलक
भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव का इतिहास लंबा रहा है। कारगिल युद्ध, बालाकोट स्ट्राइक, और LoC पर लगातार होते टकराव इस बात का संकेत हैं कि दोनों देशों के बीच माहौल कभी भी गर्म हो सकता है।
बालाकोट एयरस्ट्राइक के समय भी दोनों देशों ने फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया था, और पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने एक भारतीय पायलट को गिरफ्तार किया था। ऐसे में ट्रंप के मौजूदा बयान को देखकर कुछ विश्लेषक मानते हैं कि वह किसी पुराने ऑपरेशन का ज़िक्र कर रहे हैं — जिसे अब नए संदर्भ में पेश किया जा रहा है।
क्या ‘ऑपरेशन सिंदूर’ वास्तव में हुआ?
ट्रंप के बयान में जिस ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र किया गया है, वह किसी भी भारतीय या पाकिस्तानी सैन्य दस्तावेज में नहीं मिला है। ना ही किसी सार्वजनिक मंच या मीडिया में इसकी कोई जानकारी उपलब्ध है। इसलिए यह कहना मुश्किल है कि ट्रंप किसी रीयल मिशन की बात कर रहे हैं या केवल एक अनुमान या रणनीतिक बयानबाज़ी कर रहे हैं।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को लेकर बयान दिया है। इससे पहले भी उन्होंने अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान कई बार मध्यस्थता की पेशकश की थी, जिसे भारत ने सिरे से खारिज कर दिया था।
वैश्विक राजनीति पर प्रभाव और भारत-अमेरिका सहयोग
डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान का असर भारत-अमेरिका संबंधों पर भी हो सकता है। दोनों देशों के बीच हाल ही में आतंकवाद विरोधी सहयोग को लेकर कई अहम कदम उठाए गए हैं। इस संदर्भ में भारत और अमेरिका द्वारा आतंकवाद के खिलाफ मिलकर की गई सख्त कार्रवाई ने दोनों देशों के सामरिक रिश्तों को और मजबूत किया है।
ऐसे में ट्रंप का यह बयान राजनीतिक तौर पर संवेदनशील साबित हो सकता है, खासकर अगर इसे भारत या पाकिस्तान में किसी भी तरह की असहमति का कारण बनाया गया।
ध्यान से समझने की ज़रूरत
ट्रंप का दावा फिलहाल एकतरफा और अपुष्ट है। न तो भारत और न ही पाकिस्तान की ओर से इस बात की पुष्टि की गई है कि मई 2025 में कोई ऐसा सैन्य टकराव हुआ जिसमें पांच फाइटर जेट्स गिराए गए हों। यह बयान चुनावी प्रचार का हिस्सा भी हो सकता है या फिर ट्रंप की शैली के अनुसार एक उत्तेजक टिप्पणी।
फिलहाल यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भविष्य में इस पर किसी आधिकारिक प्रतिक्रिया आती है या नहीं। तब तक, इस तरह के बयानों को तटस्थ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण से समझना ही उचित रहेगा।