शतरंज प्रेमियों की निगाहें इस समय जिस बड़े टूर्नामेंट पर टिकी हुई हैं, वह है FIDE Grand Swiss 2025। चौथे दिन के खेल ने मुकाबले को और रोचक बना दिया। भारतीय प्रशंसकों के लिए यह दिन खास रहा क्योंकि आर वैशाली ने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करके शीर्ष स्थान पर अपनी जगह बनाई। उनके साथ अनुभवी खिलाड़ी लाग्नो भी पहले स्थान पर पहुँच गईं। वहीं, ईरान के मजबूत खिलाड़ी मगसूदलू ने अब तक की अपनी बढ़त बनाए रखी और खिताब की दौड़ में अपनी पकड़ मजबूत की।
यह राउंड ऐसे समय में आया जब हर खिलाड़ी को हर चाल के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता थी। चौथे दिन के नतीजों ने साफ कर दिया कि आगे आने वाले राउंड्स और भी दिलचस्प होने वाले हैं।
भारतीय शतरंज की उम्मीद – आर वैशाली का प्रदर्शन
भारतीय शतरंज की उभरती स्टार आर वैशाली ने एक बार फिर अपने शानदार खेल से सबको प्रभावित किया। उनकी आक्रामक ओपनिंग और रणनीतिक अंदाज़ ने उन्हें चौथे दिन जीत की राह पर बनाए रखा। वैशाली ने कठिन परिस्थितियों में भी संयम नहीं खोया और सटीक चालों से प्रतिद्वंद्वी को दबाव में रखा।
वैशाली के खेल का सबसे बड़ा पहलू उनकी स्थिरता है। हर मैच में वे बिना किसी घबराहट के अपनी योजना को लागू करती हैं। यही कारण है कि वे अब शीर्ष स्थान पर पहुँच गई हैं और खिताब की दावेदारों में शामिल हो चुकी हैं। भारतीय दर्शकों के लिए यह गर्व का पल है क्योंकि वैशाली महिला वर्ग में लगातार दमदार खेल दिखा रही हैं।
🤩 FIDE Grand Swiss 2025, Day 4: Lagno joins Vaishali at the top as Maghsoodloo holds on to his lead
A quiet day in 🇺🇿 Samarkand as most of the games on the top boards in both the Open and the Women’s event finished in a draw. With three and a half points, 🇮🇷 Iranian Parham… pic.twitter.com/JOBkfjacTZ
— International Chess Federation (@FIDE_chess) September 7, 2025
लाग्नो का दबदबा – अनुभव और लय का संगम
अनुभवी खिलाड़ी लाग्नो ने भी इस राउंड में शानदार प्रदर्शन किया। उनका खेल अनुभव और धैर्य का अनोखा मेल रहा। चौथे दिन उन्होंने ऐसी चालें चलीं, जिसने प्रतिद्वंद्वी के लिए वापसी लगभग असंभव बना दी।
लाग्नो की सबसे बड़ी ताकत उनका अनुभव और खेल की गहरी समझ है। चौथे दिन उनकी जीत ने उन्हें शीर्ष स्थान पर पहुँचा दिया, जहाँ अब वे वैशाली के साथ बराबरी पर हैं। यह मुक़ाबला अब और भी दिलचस्प हो गया है क्योंकि दोनों खिलाड़ी खिताब के लिए सीधी चुनौती पेश कर रही हैं।
मगसूदलू की लीड – लगातार मजबूती का संकेत
ईरानी खिलाड़ी परहम मगसूदलू ने अब तक टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। चौथे दिन भी उन्होंने अपनी लीड बरकरार रखी। उनकी रणनीति यह रही कि वे जोखिम से बचते हुए खेल को नियंत्रित करें और अवसर मिलने पर निर्णायक बढ़त लें।
मगसूदलू की चालों में मजबूती और आत्मविश्वास झलकता है। इस स्थिरता की वजह से वे लगातार शीर्ष पर बने हुए हैं। हालांकि, आने वाले राउंड्स में वैशाली और लाग्नो जैसी खिलाड़ी उनके लिए बड़ी चुनौती बन सकती हैं।
अन्य भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन
वैशाली के अलावा भारत के अन्य खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी देखने लायक रहा। प्रग्गनानंदा और गुकेश ने कुछ मैचों में शानदार खेल दिखाया, लेकिन चौथे दिन उन्हें कठिन मुकाबलों का सामना करना पड़ा।
हालांकि वे जीत दर्ज नहीं कर पाए, लेकिन उनके खेल में आक्रामकता और नए प्रयोग साफ दिखे। यह भारतीय शतरंज की नई पीढ़ी का संकेत है, जो लगातार अनुभव हासिल कर रही है और भविष्य में बड़ी उपलब्धियाँ दिलाने की क्षमता रखती है।
Standings | After Round 5 | 2025 FIDE Grand Swiss and Women’s Grand Swiss
One clear leader in the Open: 🇮🇷 Parham Maghsoodloo. Four share the top spot in the Women’s: 🇦🇿 Ulviyya Fataliyeva, 🇮🇳 Vaishali Rameshbabu, Kateryna Lagno, and 🇩🇪 Dinara Wagner.
📷 Michal Walusza… pic.twitter.com/KTlGduVRwN
— International Chess Federation (@FIDE_chess) September 8, 2025
वैश्विक नज़र से ग्रैंड स्विस
FIDE Grand Swiss 2025 सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों तक सीमित नहीं है। इसमें दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। चौथे दिन के मुकाबले में कई देशों के खिलाड़ियों ने शानदार जीत दर्ज की।
महिला और पुरुष वर्ग दोनों में कड़ी टक्कर देखने को मिली। शीर्ष बोर्ड पर हर चाल दर्शकों को रोमांचित कर रही थी। यह टूर्नामेंट सिर्फ व्यक्तिगत जीत का मंच नहीं है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शतरंज की प्रतिष्ठा को भी बढ़ा रहा है।
भारत की खेल उपलब्धियाँ और शतरंज का स्थान
भारत खेलों के क्षेत्र में लगातार नई ऊँचाइयाँ छू रहा है। जहाँ शतरंज में वैशाली और अन्य खिलाड़ी देश का नाम रोशन कर रहे हैं, वहीं अन्य खेलों में भी भारतीय एथलीट शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।
हाल ही में भारत ने राजगीर में चौथा एशिया कप हॉकी खिताब जीतकर खेल इतिहास में नया अध्याय जोड़ा। यह उपलब्धि दर्शाती है कि भारत हर खेल में अपना दबदबा बना रहा है।
शतरंज की लोकप्रियता अब गाँव-गाँव तक पहुँच रही है। वैशाली और प्रग्गनानंदा जैसे खिलाड़ी नई पीढ़ी को प्रेरित कर रहे हैं। आने वाले समय में शतरंज भारत के खेल मानचित्र पर और भी मजबूत स्थिति हासिल करेगा।
Maghsoodloo🇮🇷 defeated Firouzja🇫🇷 to remain perfect at FIDE Grand Swiss! The Indian big three Gukesh🇮🇳, Pragg🇮🇳, and Erigaisi🇮🇳, along with Mishra 🇺🇸, Gumularz 🇵🇱, and Abdusattorov 🇺🇿 are just 1/2 point behind!
Full standings here: https://t.co/jZVAzZIWbo@FIDE_chess @ECUonline pic.twitter.com/CZhijdpr8f
— Susan Polgar (@SusanPolgar) September 6, 2025
आगे की संभावनाएँ और पाठकों से संवाद
FIDE Grand Swiss 2025 का चौथा दिन भारतीय प्रशंसकों के लिए उत्साह से भरा रहा। वैशाली और लाग्नो का शीर्ष पर पहुँचना टूर्नामेंट को और रोमांचक बना रहा है। दूसरी ओर मगसूदलू का मजबूत खेल दर्शाता है कि खिताब जीतना किसी के लिए आसान नहीं होगा।
आने वाले राउंड्स में कई निर्णायक मुकाबले होंगे। क्या वैशाली इस बार खिताब अपने नाम कर पाएंगी, या मगसूदलू अपनी लीड बरकरार रखेंगे? यह देखना दिलचस्प होगा।
👉 आपको क्या लगता है – क्या वैशाली इस बार ट्रॉफी जीत पाएंगी? अपनी राय नीचे कमेंट में ज़रूर लिखें।