गर्मियों में हाइड्रेशन क्यों है जरूरी?
गर्मियों का मौसम आते ही शरीर में पानी की कमी होना एक आम समस्या बन जाती है। पसीना अधिक निकलने से शरीर में जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स भी कम हो जाते हैं, जिससे थकावट, चक्कर आना, सिरदर्द और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
डिहाइड्रेशन के लक्षणों में मुंह और होंठों का सूखना, कम पेशाब आना या उसका रंग गाढ़ा होना, त्वचा का रूखापन, चिड़चिड़ापन और थकान प्रमुख हैं। डिहाइड्रेशन से सिर दर्द, थकावट और चक्कर जैसे लक्षण दिख सकते हैं।
शरीर को ठंडा रखने वाले आयुर्वेदिक ड्रिंक्स
आयुर्वेद के अनुसार कुछ पेय शरीर को ठंडा रखते हैं और अंदर से पोषण भी देते हैं। ये घरेलू ड्रिंक्स न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि शरीर को जरूरी जल और मिनरल्स भी देते हैं।
बेल शरबत, सत्तू का पानी, आम पना, नारियल पानी और छाछ गर्मियों के बेहतरीन पेय हैं। बेल शरबत शरीर को शीतलता प्रदान करता है और पाचन को दुरुस्त रखता है।
गर्मियों में क्या खाएं, क्या न खाएं
गर्मी में सही खान-पान शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाने में मदद करता है। हल्का, सुपाच्य और पानी से भरपूर आहार लेना चाहिए।
खीरा, ककड़ी, तरबूज, लौकी, और टिंडा जैसे खाद्य पदार्थ पानी से भरपूर होते हैं। वहीं, तेल में तले हुए पदार्थ, अधिक नमक और चीनी वाले स्नैक्स, और बहुत गर्म या मसालेदार खाना खाने से बचना चाहिए। भोजन हल्का रखें और नमक की मात्रा संतुलित रखें ताकि पानी की कमी न हो।
दिनचर्या में छोटे बदलाव से कैसे हाइड्रेट रहें?
गर्मी में हाइड्रेटेड रहने के लिए सिर्फ पानी पीना ही काफी नहीं, बल्कि आपकी दिनचर्या भी मायने रखती है। कुछ आसान आदतें आपको डिहाइड्रेशन से बचा सकती हैं।
सुबह उठते ही गुनगुना पानी पीएं। हर घंटे थोड़ा-थोड़ा पानी पिएं, एकसाथ बहुत ज्यादा नहीं। मोबाइल ऐप्स से पानी पीने की याद दिलाना भी फायदेमंद हो सकता है। एकसाथ ढेर सारा पानी न पिएं, बल्कि पूरे दिन में थोड़ा-थोड़ा करके पिएं।
बच्चों और बुज़ुर्गों के लिए हाइड्रेशन टिप्स
गर्मी में बच्चों और बुज़ुर्गों को विशेष ध्यान देने की ज़रूरत होती है क्योंकि ये दोनों वर्ग जल्दी डिहाइड्रेट हो सकते हैं।
बच्चों को घर का बना फ्रूट जूस, आम पना, और छाछ देना उपयोगी होता है। वहीं बुज़ुर्गों को हल्का भोजन, समय-समय पर इलेक्ट्रोलाइट्स, और नारियल पानी दिया जा सकता है। बुज़ुर्गों को नियमित अंतराल पर इलेक्ट्रोलाइट्स या छाछ दी जा सकती है।
यात्रा के दौरान हाइड्रेट कैसे रहें?
गर्मी के मौसम में अगर यात्रा करनी पड़े, तो हाइड्रेशन को नजरअंदाज न करें।
साथ में पानी की बोतल हमेशा रखें। घर का बना नींबू पानी या सत्तू साथ रखें। यात्रा से पहले हल्का भोजन करें और धूप में निकलते समय टोपी या छतरी का उपयोग करें। सफर के दौरान बोतल में भरकर सत्तू या आम पना रखें।
विशेषज्ञों की सलाह और जागरूकता
डिहाइड्रेशन को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि शरीर लगातार पानी की कमी से जूझ रहा है, तो यह गुर्दे और ब्लड प्रेशर पर असर डाल सकता है।
लक्षण दिखने पर तुरंत ORS का सेवन करें। गर्भवती महिलाओं और बीमार व्यक्तियों को अधिक ध्यान देने की जरूरत है। सोशल मीडिया पर फैली गलत जानकारी से बचें। सिरदर्द, उल्टी और त्वचा का सूख जाना डिहाइड्रेशन के गंभीर संकेत हो सकते हैं।
निष्कर्ष
गर्मियों में हाइड्रेशन सिर्फ पानी तक सीमित नहीं है, बल्कि सही डाइट, लाइफस्टाइल और आयुर्वेदिक उपायों का संतुलन ही आपको गर्मी के प्रकोप से बचा सकता है। चाहे घर हों, ऑफिस या यात्रा – थोड़ा ध्यान देकर आप पूरे सीजन को सुरक्षित और तरोताजा बिता सकते हैं।