मुंबई के बांद्रा इलाके में एक मशहूर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर राजश्री मोरे की SUV पर दो बार ‘targeted attack’ हुआ। आरोप है कि आरोपी युवक, जो कथित रूप से नशे में और बिना शर्ट था, वह जानबूझकर उनकी गाड़ी को टक्कर देता रहा। इस घटना ने आसपास के इलाके में हलचल मचा दी और सोशल मीडिया फिर से एक बार महिला सुरक्षा पर सवाल उठा रहा है।
राजश्री मोरे का बयान और वायरल वीडियो का सच
राजश्री मोरे ने घटना को इंस्टाग्राम स्टोरीज पर साझा किया, जिसमें उन्होंने स्पष्ट शब्दों में यह कहा:
“महाराष्ट्र सबका है। आप इस तरह किसी को डराने की कोशिश नहीं कर सकते।”
वीडियो में वह स्पष्ट रूप से भयभीत दिख रही हैं। उनका मानना है कि यह कोई दुर्घटना नहीं, बल्कि जानबूझकर की गई धमकाने की कोशिश थी।
Rahil Shaikh is son of MNS leader Javed Shaikh.
Rahil Shaikh abused a Marathi girl after hitting her car. He was drunk & half naked.
Will Raj Thackeray take action against outsider Rahil Shaikh or send goons after this brave Marathi girl? pic.twitter.com/WeFNZdfexV
— Incognito (@Incognito_qfs) July 7, 2025
आरोपी की हरकतें: कैमरे में कैद गाली–गलौज
वीडियो में युवक को बिना शर्ट और नशे में बंदा दिखाया गया है। वह गाड़ी के पास खड़ा होकर गाली दे रहा है और धमकियाँ भी दे रहा है। यह स्पष्ट रूप से हिंसक और अपमानजनक बर्ताव था, जिसे देखकर सोशल मीडिया पर लोगों में भारी आक्रोश उभरा।
पुलिस की कार्रवाई और केस की स्थिति
राजश्री मोरे ने तुरंत नज़दीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आईपीसी की धारा 279, 427, 504 और 506 के तहत FIR दर्ज की और मामले की जांच शुरू कर दी। आरोपी का अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुआ है, लेकिन CCTV और वायरल वीडियो को प्रमुख साक्ष्य के रूप में आगे रखा गया है।
क्या राजनीतिक रसूख बना मददगार या बाधक?
आरोपी युवक कथित रूप से एक राजनीति से जुड़े नेता का बेटा बताया जा रहा है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या वजह से मामले की कार्रवाई धीमी हो रही है? हालांकि, वीडियो और गवाहों की मौजूदगी ने कानूनी प्रक्रिया को तेज़ रखने की उम्मीद जगाई है, लेकिन अभी तक कोई स्पष्ट राजनीतिक बयान नहीं आया।
महिलाओं की सुरक्षा: फिर उठता एक बड़ा मुद्दा
यह सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि महिलाओं की ज़िंदगी में उनका आत्मविश्वास कमज़ोर करने वाली एक कोशिश है। सवाल उठता है कि आज भी क्या महिलाएं रात में गाड़ी चला सकती हैं बिना किसी डर के? क्या सार्वजनिक जगहों पर उन्हें सुरक्षित महसूस होता है? ऐसे मामले इन सभी प्रश्नों पर गंभीर अलोचना लाते हैं।
सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया: जनता की नाराज़गी
सोशल मीडिया पर इस मामले ने आग लगा दी है। ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक पर यूज़र्स ने तेज़ी से प्रतिक्रिया दी। #JusticeForRajshree, #MaharashtraForAll, #StopHarassingWomen जैसे हैशटैग जोर पकड़ रहे हैं। महिलाएं और अधिकारवादी संगठन राजश्री मोरे के समर्थन में खड़े हैं, यह दर्शाते हुए कि अब केवल न्याय की आवाज़ से काम नहीं चलेगा।
क्या यह एक बदलाव की शुरुआत हो सकती है?
इस घटना से यह बात सामने आती है कि महिलाओं की सुरक्षा और उनकी आवाज़ कितनी महत्वपूर्ण है। राजश्री मोरे जैसे लोग जब आवाज़ उठाते हैं, तो यह सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक साहस की आह्वान है। अब समय है कि कानून भी इस कोशिश के साथ कदम बढ़ाए।