नवरात्रि हिंदू धर्म के सबसे खास त्योहारों में से एक है, जिसे पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह नौ दिनों तक चलता है और इसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है।
भारत के अलग-अलग हिस्सों में इसे अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। गुजरात में गरबा और डांडिया खेला जाता है, तो पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा की जाती है। उत्तर भारत में रामलीला और कन्या पूजन होता है, जबकि दक्षिण भारत में देवी की मूर्तियों की प्रदर्शनी (गोलू) लगाई जाती है।
It is the auspicious time of Navratri and people are celebrating in different ways, united by their devotion to Maa Durga. In this spirit of reverence and joy, here is #AavatiKalay, a Garba I wrote as a tribute to Her power and grace. May Her blessings always remain upon us. pic.twitter.com/IcMydoXWoR
— Narendra Modi (@narendramodi) October 7, 2024
इस लेख में हम जानेंगे कि भारत के अलग-अलग राज्यों में नवरात्रि कैसे मनाई जाती है और इसका क्या महत्व है।
उत्तर भारत: देवी पूजन और रामलीला
उत्तर भारत में नवरात्रि भक्ति और सांस्कृतिक आयोजनों से भरी होती है। यहाँ लोग व्रत रखते हैं और माँ दुर्गा की पूजा करते हैं।
उत्तर प्रदेश और बिहार: यहाँ रामलीला का मंचन बहुत लोकप्रिय है, जिसमें भगवान राम की कहानी को नाटक के रूप में दिखाया जाता है। नवरात्रि के आखिरी दिनों में कन्या पूजन किया जाता है, जिसमें नौ छोटी लड़कियों को देवी का रूप मानकर पूजा जाता है।
दिल्ली और पंजाब: दिल्ली में बड़े-बड़े दुर्गा पंडाल सजाए जाते हैं और रातभर भजन-कीर्तन होते हैं। पंजाब में लोग जगराते करते हैं और देवी माँ की भक्ति में लीन रहते हैं।
दशहरा का महत्व: नवरात्रि के बाद दशहरे का पर्व मनाया जाता है, जिसमें रावण दहन किया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
पश्चिम भारत: गरबा और डांडिया की धूम
गुजरात और महाराष्ट्र में नवरात्रि के दौरान खूब नृत्य और संगीत होता है।
गुजरात: यहाँ गरबा और डांडिया का आयोजन किया जाता है। लोग पारंपरिक कपड़े पहनकर देवी की मूर्ति के चारों ओर गरबा नृत्य करते हैं। डांडिया-रास में लोग लकड़ी की छड़ियों का इस्तेमाल करके नृत्य करते हैं।
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में लोग हर दिन अलग-अलग रंग के कपड़े पहनते हैं और व्रत रखते हैं। यहाँ साबूदाना खिचड़ी और दूसरे व्रत के खाने भी खास तौर पर बनाए जाते हैं।
पूर्वी भारत: दुर्गा पूजा का भव्य उत्सव
पूर्वी भारत में नवरात्रि को दुर्गा पूजा के रूप में मनाया जाता है।
पश्चिम बंगाल: यहाँ दुर्गा पूजा बहुत भव्य तरीके से होती है। बड़े-बड़े पंडाल सजाए जाते हैं और माँ दुर्गा की भव्य मूर्तियाँ स्थापित की जाती हैं। अंतिम दिन माँ दुर्गा की प्रतिमा को नदी में विसर्जित किया जाता है।
असम: असम में दुर्गा पूजा के साथ बिहू नृत्य भी किया जाता है, जो इस उत्सव को और खास बनाता है। यहाँ देवी दुर्गा की पूजा के लिए विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं।

दक्षिण भारत: भक्ति, संगीत और ज्ञान
दक्षिण भारत में नवरात्रि को भक्ति और कला से जोड़ा जाता है।
तमिलनाडु: यहाँ ‘गोलू’ परंपरा का पालन किया जाता है, जिसमें देवी-देवताओं और महापुरुषों की मूर्तियों को सजाकर घरों में रखा जाता है।
कर्नाटक: यहाँ मैसूर दशहरा बहुत प्रसिद्ध है। मैसूर पैलेस को हजारों बल्बों से सजाया जाता है और एक भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है।
केरल: यहाँ अंतिम तीन दिन सरस्वती पूजा के रूप में मनाए जाते हैं। बच्चे इस दिन विद्यारंभम करते हैं, जो शिक्षा की शुरुआत का प्रतीक है।
मध्य और पहाड़ी भारत: लोक संस्कृति से जुड़ी नवरात्रि
राजस्थान: यहाँ मारवाड़ उत्सव और गेर नृत्य बहुत प्रसिद्ध हैं।
हिमाचल प्रदेश: कुल्लू में कुल्लू दशहरा मनाया जाता है, जिसमें स्थानीय देवी-देवताओं की झांकी निकाली जाती है।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़: यहाँ के प्रसिद्ध देवी मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना होती है।
आधुनिक भारत में नवरात्रि: परंपरा और ट्रेंड्स
- सोशल मीडिया पर नवरात्रि चैलेंज और ट्रेंड्स
- बॉलीवुड में नवरात्रि के गाने (जैसे ‘डोली तारो’ और ‘नगाड़ा संग ढोल’)
- युवा पीढ़ी नए तरीकों से नवरात्रि मना रही है
निष्कर्ष
नवरात्रि सिर्फ एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक भी है। यह हमें भक्ति, नृत्य, संगीत और शक्ति से जोड़ता है।
हर राज्य में इसे अलग तरह से मनाया जाता है, लेकिन इसकी आत्मा एक ही है – देवी की उपासना और सकारात्मकता का संचार।
आपको नवरात्रि का कौन सा रूप सबसे ज्यादा पसंद है? हमें कमेंट में बताएं! 🙏