कपूर परिवार से जुड़ा विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है। कारोबारी सुंजय कपूर की पत्नी प्रिया सचदेव और उनके बच्चों से जुड़ा कानूनी मामला अब और पेचीदा हो गया है। इस विवाद में सुंजय की बहन ने हाल ही में ऐसा बयान दिया जिसने सबका ध्यान खींच लिया। उनका कहना है कि – “वन पर्सन टुक ऑल” यानी सारी संपत्ति और अधिकार एक ही व्यक्ति ने ले लिए। यह बयान सीधे तौर पर प्रिया सचदेव पर इशारा करता माना जा रहा है और इसी के बाद पूरे मामले ने नया मोड़ ले लिया है।
विवाद की पृष्ठभूमि
सुंजय कपूर का नाम पहले भी कई विवादों से जुड़ चुका है। उनकी पहली शादी करिश्मा कपूर से हुई थी, लेकिन यह रिश्ता ज़्यादा समय तक नहीं चला। दोनों का तलाक़ हुआ और बच्चों की परवरिश को लेकर लंबी बहस चली। इसके बाद सुंजय ने मॉडल और उद्यमी प्रिया सचदेव से शादी की।
यही से शुरू हुआ वह अध्याय जिसने परिवार को दो हिस्सों में बाँट दिया। करिश्मा कपूर के बच्चे और सुंजय की बहन का कहना है कि बच्चों को उनका हिस्सा नहीं मिल रहा, जबकि प्रिया का परिवार संपत्ति और बिज़नेस पर क़ब्ज़ा बनाए बैठा है।
बहन का आरोप: “One Person Took All”
सुंजय कपूर की बहन का बयान इस विवाद की सबसे अहम कड़ी बन गया है। उनका कहना है कि,
“संपत्ति, व्यवसाय और अधिकार सब कुछ एक ही व्यक्ति ने ले लिया, बाकी परिवार को किनारे कर दिया गया।”
यह बयान सीधे तौर पर प्रिया सचदेव पर आरोप माना जा रहा है। बहन का मानना है कि प्रिया ने सुंजय के सभी संसाधनों और कारोबार पर पूरा नियंत्रण बना लिया है और बाकी सदस्यों को उनका हक नहीं दिया जा रहा।
इस बयान ने करिश्मा कपूर और उनके बच्चों को और मज़बूत आधार दे दिया है क्योंकि वह पहले से ही बच्चों के इनहेरिटेंस के लिए संघर्ष कर रही हैं।
VIDEO | The sister of deceased businessman Sanjay Kapur, Mandhira Kapur expresses her disappointment on court battle over inheritance of property after his kids with actor Karisma Kapoor filed a plaint challenging the purported will.
She says, “We were told there was no will,… pic.twitter.com/TLBxJumLdc
— Press Trust of India (@PTI_News) September 10, 2025
प्रिया सचदेव का पक्ष और कानूनी स्थिति
कानूनी लड़ाई में प्रिया सचदेव भी पीछे नहीं हैं। दिल्ली हाई कोर्ट ने उनसे सुंजय कपूर की संपत्तियों और निवेशों का पूरा ब्यौरा देने के लिए कहा है
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। अदालत में यह दलील दी गई कि जब तक सारी जानकारी सामने नहीं आएगी, परिवार के बाकी सदस्यों को न्याय नहीं मिल पाएगा।
प्रिया की ओर से कहा गया कि वह किसी का हक़ मारने के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन कानूनी प्रक्रिया पूरी होने में समय लग रहा है।
करिश्मा कपूर और बच्चों के अधिकार
करिश्मा कपूर भले ही सीधे तौर पर इस केस में सामने न आई हों, लेकिन उनके बच्चों के भविष्य को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। कपूर परिवार की बहन और वकीलों का कहना है कि,
“सुंजय की संपत्ति पर उनके बच्चों का बराबर हक़ है। उन्हें उनके हिस्से से वंचित नहीं किया जा सकता।”
इस विवाद में करिश्मा के बच्चों का नाम बार-बार सामने आ रहा है और बहन लगातार यही मांग कर रही है कि बच्चों का अधिकार सुरक्षित किया जाए।
सुंजय कपूर की संपत्ति और विवादित हिस्सेदारी
सुंजय कपूर का कारोबार अरबों रुपये का बताया जा रहा है। उनका परिवार लंबे समय से इंडस्ट्री और रियल एस्टेट सेक्टर में सक्रिय रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला लगभग 30,000 करोड़ रुपये की संपत्ति से जुड़ा है
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।
इसी संपत्ति के बँटवारे पर सबसे बड़ा विवाद है। एक ओर प्रिया सचदेव अपने परिवार का पक्ष रख रही हैं, वहीं दूसरी ओर सुंजय की बहन और करिश्मा के बच्चे अपने हिस्से की मांग कर रहे हैं।
अदालत में सुनवाई और ताज़ा अपडेट
दिल्ली हाई कोर्ट ने हाल ही में आदेश दिया है कि प्रिया सचदेव सुंजय कपूर की सभी संपत्तियों और निवेश की जानकारी प्रस्तुत करें
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। अदालत का मानना है कि पारदर्शिता के बिना न्याय संभव नहीं है।
अगली सुनवाई में यह तय होना है कि बच्चों और अन्य वारिसों को कितना हिस्सा मिलेगा और क्या प्रिया को परिवार के बाकी सदस्यों को बराबरी का अधिकार देना होगा।
फैमिली विवाद का असर समाज पर
हाई-प्रोफाइल परिवारों के विवाद अक्सर समाज में चर्चा का विषय बन जाते हैं। आम लोगों के लिए यह मिसाल है कि बड़ी संपत्ति और शोहरत होने के बावजूद रिश्तों में टूटन आ सकती है। यह मामला यह भी बताता है कि कानूनी अधिकार और बच्चों का भविष्य हमेशा प्राथमिकता में होना चाहिए।
वैसे भी, ज़ीहुलचल की [Personality Rights: Aishwarya-Abhishek, Delhi HC] की रिपोर्ट ने दिखाया कि जब हस्तियों की व्यक्तिगत या कानूनी पहचान से जुड़े अधिकारों की बात आती है, तो न्यायपालिका कितनी संवेदनशील होती है।
आगे क्या हो सकता है?
यह विवाद केवल एक परिवार का नहीं, बल्कि उस व्यवस्था का भी आईना है जहां रिश्ते, पैसों और संपत्ति की वजह से टूट जाते हैं। अदालत की अगली सुनवाई पर सभी की नज़रें हैं।
अगर प्रिया सचदेव पारदर्शिता दिखाती हैं और परिवार के बाकी सदस्यों को उनका हक़ देती हैं तो विवाद जल्दी सुलझ सकता है। लेकिन अगर यह लड़ाई लंबी चली तो इसका असर न सिर्फ़ परिवार बल्कि बच्चों के भविष्य पर भी गहरा पड़ेगा।
रीडर्स के लिए सबसे बड़ा सवाल यही है – क्या बच्चों को उनका हक़ मिलेगा या संपत्ति का पूरा नियंत्रण एक ही व्यक्ति के पास रहेगा?