एयर इंडिया के एक बड़े विमान हादसे के बाद अब जांच की प्रक्रिया में नया मोड़ आ गया है। देश के एक जाने-माने और वयोवृद्ध पायलट कैप्टन आरएस संधू को इस जांच में डोमेन एक्सपर्ट के तौर पर शामिल किया गया है। यह फैसला तब आया है जब पायलट यूनियनों ने पारदर्शिता और तकनीकी विशेषज्ञता की मांग की थी। ऐसे समय में जब विमानन सुरक्षा को लेकर देश में कई सवाल खड़े हो रहे हैं, संधू जैसे अनुभवी पायलट की नियुक्ति लोगों में भरोसा लौटाने वाली मानी जा रही है।
🔹 हादसे का बैकग्राउंड: क्या हुआ था उस दिन?
एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-1344 दुबई से कोझिकोड (केरल) आ रही थी। यह हादसा कोझिकोड एयरपोर्ट पर लैंडिंग के समय हुआ, जब भारी बारिश के चलते विमान रनवे से फिसल गया और दो हिस्सों में टूट गया। इस भयानक दुर्घटना में दोनों पायलटों की मौत हो गई और दर्जनों यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए।
यह हादसा न केवल तकनीकी विफलता का संकेत था बल्कि विमानन सुरक्षा प्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।
👉 इसी से जुड़ी एक और विस्तृत रिपोर्ट यहां पढ़ें: अहमदाबाद विमान हादसे की जांच में वरिष्ठ पायलट पर बढ़ी सख्ती
🔹 कौन हैं कैप्टन आरएस संधू?
कैप्टन आरएस संधू का भारतीय विमानन क्षेत्र में एक मजबूत और विश्वसनीय नाम है। उन्होंने 1989 में एयर इंडिया से अपना करियर शुरू किया और 38 वर्षों का लंबा अनुभव उनके पास है। वे एयर इंडिया के पूर्व चीफ ऑफ ऑपरेशन्स रह चुके हैं और पायलट ट्रेनिंग, फ्लाइट सेफ्टी, और SOP निर्माण जैसे क्षेत्रों में उनकी गहरी पकड़ रही है।
संधू न केवल उड़ान संचालन के जानकार हैं बल्कि वे तकनीकी जांच, जटिल फ्लाइट डेटा एनालिसिस और DGCA नीतियों के पालन के क्षेत्र में भी गहरी समझ रखते हैं। उनका नाम इस समय जांच से जुड़े विश्वास को मजबूत कर रहा है।
Most peculiar: Veteran pilot RS Sandhu joins Air India crash probe: Reporthttps://t.co/GetH2kkf1t
-via inshorts pic.twitter.com/6w1Orzpwx8— sandeep bamzai (@sandeep_bamzai) July 20, 2025
🔹 पायलट यूनियनों की मांग और सरकार की प्रतिक्रिया
हादसे के तुरंत बाद ही कई पायलट यूनियनों ने DGCA और AAIB से इस बात की मांग की थी कि किसी अनुभवी डोमेन एक्सपर्ट को जांच में शामिल किया जाए। उनका मानना था कि AAIB की तकनीकी जांच तभी विश्वसनीय मानी जाएगी जब इसमें पायलटिंग अनुभव रखने वाला विशेषज्ञ मौजूद हो।
सरकार ने इन मांगों को गंभीरता से लिया और AAIB ने कैप्टन आरएस संधू को जांच दल में शामिल करने का निर्णय लिया। यह कदम ना केवल पारदर्शिता की दिशा में अहम था बल्कि इससे एविएशन कम्युनिटी में विश्वास भी बहाल हुआ है।
🔹 कैप्टन संधू की नियुक्ति का मतलब क्या है?
कैप्टन संधू की जांच टीम में एंट्री से उम्मीद की जा रही है कि तकनीकी पहलुओं की गहराई से जांच होगी। चाहे वो लैंडिंग एंगल हो, रनवे की कंडीशन हो, या पायलट डिसीजन मेकिंग — अब हर पहलू पर डोमेन स्तर की नजर डाली जाएगी।
इससे पहले की दुर्घटनाओं की बात करें तो अक्सर जांच दल में एविएशन से जुड़े अनुभवी लोग नहीं होते थे, जिससे निष्कर्ष अधूरे रह जाते थे। लेकिन इस बार संधू जैसे विशेषज्ञ की मौजूदगी यह तय करती है कि कोई भी टेक्निकल डिटेल छूटने वाली नहीं।
🔹 एयर इंडिया की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई
एयर इंडिया की ओर से कैप्टन संधू की नियुक्ति को लेकर अब तक कोई सीधा बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार कंपनी इस कदम को सकारात्मक मान रही है। यह कदम न केवल कंपनी की प्रतिष्ठा को बचाने में मदद करेगा बल्कि यात्रियों के बीच भरोसा भी बनाएगा।
AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) की बनाई गई विशेष जांच समिति अब संधू के साथ मिलकर तकनीकी, मानवीय और संरचनात्मक सभी पहलुओं की गहन समीक्षा करेगी। रिपोर्ट सामने आने के बाद संभावित संचालन में बदलाव की भी संभावना है।
🔹 जनता की प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया का माहौल
जैसे ही यह खबर सामने आई, सोशल मीडिया पर लोगों ने इस फैसले का खुलकर स्वागत किया। ट्विटर पर कई पायलट्स और एविएशन विशेषज्ञों ने लिखा कि संधू जैसे व्यक्ति की मौजूदगी से जांच में नई सच्चाई सामने आ सकती है।
कुछ यात्रियों ने भी पोस्ट करते हुए कहा कि उन्हें अब एयर इंडिया की उड़ानों पर पहले से ज्यादा भरोसा हो रहा है।
🔹जांच से क्या उम्मीदें हैं?
कैप्टन संधू की इस नियुक्ति से अब जांच प्रक्रिया से यह उम्मीद की जा रही है कि यह पहले से कहीं ज्यादा पारदर्शी, तकनीकी और निष्पक्ष होगी। जहां एक ओर यह कदम AAIB की नीयत को दर्शाता है, वहीं यह पायलट समुदाय और आम यात्रियों के विश्वास की पुनः स्थापना का संकेत भी देता है।
इस जांच से न केवल इस खास हादसे की सच्चाई सामने आएगी, बल्कि भविष्य में उड़ानों की सुरक्षा को लेकर भी ठोस बदलाव की उम्मीद की जा रही है।