सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है जिसने हर किसी को हिला दिया है। पंजाब के गुरदासपुर जिले के कोठे गाँव में हुई इस घटना ने रिश्तों की मर्यादा और परिवारिक मूल्यों पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। वीडियो में देखा गया कि एक महिला अपनी सास के साथ मारपीट कर रही है और पास खड़ा बेटा यह सब रिकॉर्ड कर रहा है। यह घटना अब सिर्फ एक पारिवारिक विवाद नहीं रह गई, बल्कि समाज और कानून के लिए गम्भीर मुद्दा बन चुकी है।
घटना का विवरण
गुरदासपुर जिले के कोठे गाँव में रहने वाली हरजीत कौर पर आरोप है कि उसने अपनी वृद्ध सास गुर्बचन कौर को बेरहमी से पीटा। बताया जाता है कि विवाद की जड़ संपत्ति बंटवारे को लेकर थी। वायरल वीडियो में हरजीत कौर अपनी सास के बाल खींचती, थप्पड़ मारती और हाथ में मौजूद स्टील के गिलास से वार करती दिखाई देती है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि घटना के दौरान पीड़िता का पोता पास खड़ा होकर वीडियो बनाता रहा। उसने बीच-बचाव करने के बजाय सिर्फ “मम्मा, मत करो” जैसी बातें कहीं, लेकिन हिंसा रोक नहीं पाया। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से फैल चुका है।
Old helpless mother was beaten up by the daughter in law in Gurdaspur . Sou Moto was issued immediately and strict action will be taken.
Elder’s safety , their rights and protection is commission’s priority. #RespectElders #Families #WomenSafety #PSWC #Punjab pic.twitter.com/ZCFhoDH45Q— Raj Gill (@rajlali) October 1, 2025
वीडियो और सोशल मीडिया वायरल रूप
वीडियो जैसे ही सामने आया, इंटरनेट पर लोगों का गुस्सा भड़क उठा।
- X (ट्विटर) पर #JusticeForGurbachanKaur और #StopElderAbuse जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
- Instagram Reels और YouTube Shorts पर लाखों लोगों ने वीडियो देखा।
- कई यूज़र्स ने इसे बुजुर्गों के साथ होने वाले अत्याचार का सबसे शर्मनाक उदाहरण बताया।
- पंजाब महिला आयोग ने तुरंत संज्ञान लेते हुए एसएसपी गुरदासपुर से रिपोर्ट तलब की।
वीडियो में महिला के मुंह से निकला कथन “You are a bit*h” भी लोगों को चुभ गया और घटना की गंभीरता और बढ़ गई।
पीड़िता और आरोपी — पृष्ठभूमि
गुर्बचन कौर, लगभग 70 वर्ष की वृद्धा हैं। पति के निधन के बाद से वे परिवार में अकेली रह गई थीं। पड़ोसियों का कहना है कि वे शांत और सम्मानित महिला हैं।
हरजीत कौर, उनकी बहू, पर आरोप है कि वह लंबे समय से घर में विवाद खड़ा करती रही है। बताया जा रहा है कि उसे शराब की लत है और अक्सर छोटे-छोटे मुद्दों पर गाली-गलौज और झगड़े करती रही है।
घरेलू विवाद समय के साथ बढ़ते गए और अंततः इस हिंसक घटना का रूप ले लिया।
कानूनी पहल और सरकारी जवाब
पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। आरोपित महिला पर आईपीसी की धाराएँ 323 (मारपीट), 324 (खतरनाक हथियार से चोट), 506 (धमकी) के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
पंजाब राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने पुलिस को निर्देश दिया है कि जांच तेज की जाए और आरोपित के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएँ। फिलहाल पीड़िता की मेडिकल जांच कराई गई है और पुलिस मामले की आगे जाँच कर रही है।
सामाजिक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव
यह घटना सिर्फ एक परिवार की नहीं बल्कि पूरे समाज की सोच पर सवाल है।
- बुजुर्ग महिला को अपने ही घर में सुरक्षा नहीं मिली।
- पोते ने बीच-बचाव नहीं किया, जिससे रिश्तों में दरार साफ दिखाई देती है।
- मानसिक तनाव और हिंसा का माहौल पूरे परिवार पर असर डालता है।
- समाज में यह संदेश जाता है कि यदि ऐसे मामलों पर तुरंत कार्रवाई न हो तो यह और बढ़ सकते हैं।
बढ़ते मामलों के उदाहरण एवं पैटर्न
पंजाब ही नहीं, देशभर में बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएँ लगातार सामने आ रही हैं।
- कई बार यह विवाद संपत्ति बंटवारे से जुड़े होते हैं।
- कहीं नशे की लत और आर्थिक दबाव भी कारण बनते हैं।
- ऐसे मामले आमतौर पर घर की चारदीवारी में दबे रह जाते हैं, लेकिन अब कैमरे और सोशल मीडिया के दौर में तुरंत सामने आ जाते हैं।
उपाय, सुझाव एवं चेतावनी
- बुजुर्गों के खिलाफ हिंसा की किसी भी घटना पर तुरंत पुलिस को शिकायत करें।
- वीडियो और सबूत सुरक्षित रखें ताकि कानूनी कार्रवाई में मदद मिल सके।
- समाज और परिवार को चाहिए कि ऐसी घटनाओं को “घर का मामला” कहकर दबाएँ नहीं।
- राज्य और केंद्र सरकार को बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए और मजबूत कानून बनाने चाहिए।
- परिवारों को मनोवैज्ञानिक परामर्श और मध्यस्थता सेवाओं का उपयोग करना चाहिए।
पाठकों को संदेश
यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हम अपने बुजुर्गों को वह सम्मान और सुरक्षा दे पा रहे हैं जिसके वे हकदार हैं। परिवार तभी मजबूत रह सकता है जब उसमें विश्वास, सहनशीलता और प्रेम हो।
हमें मिलकर ऐसी घटनाओं के खिलाफ खड़ा होना होगा ताकि भविष्य में कोई बुजुर्ग अपने ही घर में असुरक्षित न महसूस करे।
क्या आपको लगता है कि बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए भारत में और सख्त कानून बनाए जाने चाहिए?
नीचे अपनी राय कमेंट में ज़रूर लिखें।