पंजाब का एक यूट्यूबर जसबीर सिंह एक बेहद गंभीर आरोप में चर्चा में आ गया है। उस पर देश की संवेदनशील जानकारी विदेशों तक पहुँचाने का आरोप है। इसी मामले में अब उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पंजाब में रहने वाले जसबीर सिंह की पहचान एक लोकल यूट्यूबर के तौर पर थी। वो सामाजिक मुद्दों, सीमा क्षेत्रों और स्थानीय खबरों पर वीडियो बनाता था। हालांकि, कुछ समय से उसकी गतिविधियों पर जांच एजेंसियों की नजर थी। शक की सुई तब और गहरी हो गई जब सुरक्षा एजेंसियों को उसकी बनाई कुछ वीडियो संदिग्ध लगीं।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उसे कड़ी निगरानी के बाद गिरफ्तार किया। उसके ऊपर यह संदेह है कि वह अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर विदेशी एजेंटों तक सीमावर्ती इलाकों की तस्वीरें और जानकारियां पहुंचा रहा था।
Traitor YouTuber Jasbir Singh, who was arrested on espionage charges, was produced before the Mohali court. Following the end of his remand, the court sent him to 14 days of judicial custody. pic.twitter.com/lmXaUX2Tdc
— Oxomiya Jiyori 🇮🇳 (@SouleFacts) June 9, 2025
कोर्ट में पेशी और हिरासत का आदेश
गिरफ्तारी के बाद जसबीर को अदालत में पेश किया गया। पेशी के दौरान जांच एजेंसी ने अदालत को बताया कि प्रारंभिक जांच में कई डिजिटल सबूत सामने आए हैं। इसके आधार पर अदालत ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
क्या-क्या मिला जांच में?
सूत्रों के अनुसार, NIA को जसबीर के मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य डिवाइसों से कुछ ऐसे वीडियो और चैट मिले हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े हो सकते हैं। जांचकर्ताओं का मानना है कि जसबीर ने सीमा से जुड़े कई संवेदनशील क्षेत्रों की रिकॉर्डिंग की थी और उसे सोशल मीडिया के जरिए अपलोड किया, जो बाद में संदिग्ध अकाउंट्स तक पहुंची।
जसबीर कौन है?
जसबीर सिंह सोशल मीडिया पर अपनी रिपोर्टिंग और बोलने के ढंग के लिए जाना जाता रहा है। उसके यूट्यूब चैनल पर हज़ारों की संख्या में फॉलोअर्स हैं। वो खुद को स्वतंत्र पत्रकार बताता था, जो सरकारी गलतियों को उजागर करने का काम करता है। हालांकि, अब उसकी यही गतिविधियां जांच के घेरे में हैं।
NIA क्यों हुई सक्रिय?
NIA की ओर से की गई डिजिटल जांच में जसबीर सिंह के पास से ऐसे वीडियो और डेटा मिले हैं जो सुरक्षा दृष्टि से बेहद संवेदनशील माने जा रहे हैं। मोबाइल और लैपटॉप से बरामद सामग्री में सीमावर्ती इलाकों की गतिविधियों की रिकॉर्डिंग भी शामिल है।
गौर करने वाली बात यह है कि इससे पहले भी इसी तरह के एक मामले में पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क से जुड़ी पत्रकार ज्योति मल्होत्रा के बाद यूट्यूबर जसबीर सिंह की गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया पर हड़कंप मचा दिया था।
क्या जसबीर अकेला है?
जांच एजेंसी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या जसबीर किसी नेटवर्क का हिस्सा है या उसने यह काम अकेले ही किया है। फिलहाल कोई ठोस कड़ी सामने नहीं आई है, लेकिन कुछ अन्य सोशल मीडिया अकाउंट्स भी अब निगरानी में हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
जैसे ही जसबीर की गिरफ्तारी की खबर फैली, सोशल मीडिया पर दो तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। एक ओर जहां कुछ यूजर्स ने उसके समर्थन में लिखा कि वो ‘सच्चाई’ दिखा रहा था, वहीं दूसरी ओर बहुत से लोग उसे देशद्रोही कह रहे हैं और सख्त सजा की मांग कर रहे हैं।
सरकार और एजेंसियों की नजर अब और कड़ी
इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने यह साफ कर दिया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों में किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, सीमावर्ती इलाकों में वीडियोग्राफी और रिपोर्टिंग पर भी निगरानी बढ़ाई जा रही है।
आगे क्या होगा?
फिलहाल NIA को जसबीर की हिरासत से और भी डिजिटल सबूत जुटाने की उम्मीद है। कोर्ट में अगली पेशी के समय यह तय हो सकेगा कि क्या उसे आगे और रिमांड दी जाएगी या आरोप पत्र दाखिल कर दिया जाएगा।
निष्कर्ष
जसबीर सिंह का मामला सिर्फ एक यूट्यूबर की गिरफ्तारी नहीं है, बल्कि यह घटना दर्शाती है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम करने वालों की जिम्मेदारी कितनी बड़ी है। अगर जानकारी की स्वतंत्रता का दुरुपयोग किया जाए, तो वह राष्ट्र के लिए खतरा बन सकती है।