उत्तर प्रदेश में मानसून की दस्तक
उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता ने एक बार फिर लोगों को राहत दी है। बीते कुछ दिनों से राज्य के विभिन्न हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। लोगों को गर्मी और उमस से काफी हद तक राहत मिली है, लेकिन साथ ही जलभराव और ट्रैफिक जैसी समस्याएं भी उभरकर सामने आई हैं।
इस मौसम परिवर्तन के पीछे मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ क्षेत्र में बने निम्न दबाव के क्षेत्र को जिम्मेदार माना जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने संकेत दिए हैं कि आने वाले कुछ दिनों तक प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी।
आईएमडी की भविष्यवाणी: कहां-कहां होगी हल्की बारिश
IMD की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के 28 जिलों में आज हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। इनमें लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, बाराबंकी, बरेली, उन्नाव, सीतापुर, और अयोध्या जैसे प्रमुख जिले शामिल हैं।
मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि अगले 24 से 48 घंटों के भीतर इन जिलों में बिजली चमकने और हल्की बारिश की संभावना बनी रहेगी। कुछ क्षेत्रों में आंधी के साथ बारिश भी हो सकती है।
महत्वपूर्ण सूचना: IMD ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे खुले में रहने से बचें और मौसम की आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें।
28 जिलों में बारिश की संभावना: क्या है तैयारियां?
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने संभावित बारिश को ध्यान में रखते हुए अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। नगर निगमों को नालों की सफाई और जलनिकासी पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि जिन जिलों में जलभराव की समस्या बनी रहती है, वहां पर अस्थायी पंप लगाए गए हैं ताकि जल निकासी जल्द की जा सके। आपदा प्रबंधन टीमों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।
स्कूल और कॉलेजों में भी सतर्कता बरती जा रही है। यदि बारिश तेज होती है तो स्थानीय प्रशासन स्थिति के अनुसार निर्णय लेगा।
Now LPS approaching Prayagraj, Varanasi and parts of east UP. This will increase rainfall activities over UP, MP. Another LPS now crossed north Rajasthan and affecting parts of Jammu and Kashmir, Punjab and north Rajasthan. Video: Windy. pic.twitter.com/fCDtwQme3n
— 🔴All India Weather (@pkusrain) July 16, 2025
लगातार बारिश से जनजीवन पर असर
बारिश के कारण आम जनजीवन पर खासा असर पड़ा है। सड़कों पर जलभराव, ट्रैफिक जाम, और कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं। लखनऊ और वाराणसी में मुख्य मार्गों पर पानी भरने से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
ग्रामीण इलाकों में कच्चे रास्ते कीचड़ से लथपथ हो गए हैं, जिससे आवागमन में दिक्कतें बढ़ी हैं। वहीं, कुछ स्थानों पर दुकानदारों ने भी शिकायत की कि जलभराव के कारण ग्राहक नहीं आ पा रहे।
हाल ही में इसी तरह की परिस्थिति दिल्ली स्कूल बम धमकी केस के दौरान देखने को मिली थी, जहां आपात तैयारियों की परीक्षा ली गई थी।
कृषि और ग्रामीण इलाकों पर बारिश का प्रभाव
कृषि क्षेत्र में यह बारिश फायदेमंद मानी जा रही है। धान, मक्का और गन्ने जैसी खरीफ फसलों के लिए यह समय बेहद महत्वपूर्ण होता है। हल्की बारिश और पर्याप्त नमी खेतों के लिए वरदान साबित हो रही है।
हालांकि कुछ जिलों में ज्यादा पानी भरने से फसल को नुकसान की भी आशंका जताई गई है। कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे जलभराव से बचाव के उपाय करें और सिंचाई की योजना अनुसार व्यवस्था करें।
ग्रामीण क्षेत्रों में तालाब और पोखर भी पानी से भरने लगे हैं, जिससे पशुपालन और अन्य संसाधनों में सुधार की उम्मीद की जा रही है।
यात्रा, परिवहन और स्कूलों पर असर
लगातार हो रही बारिश से यात्रा और परिवहन व्यवस्था प्रभावित हुई है। बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भीड़ देखी गई क्योंकि लोग यात्रा से बचने की कोशिश कर रहे हैं।
परिवहन विभाग ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे सफर से पहले मौसम अपडेट जरूर देखें। कुछ निजी स्कूलों ने बारिश को देखते हुए ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था भी शुरू कर दी है।
रेलवे प्रशासन ने जानकारी दी कि कुछ लोकल ट्रेनों की रफ्तार धीमी की गई है, लेकिन अभी तक कोई ट्रेन रद्द नहीं की गई है।
18/07/2025: 22:00 IST; Light to moderate rainfall accompanied with light thunderstorm and lightning (30-40 Km/h gusty winds) is very likely to occur at Barwala, Adampur, Hissar (Haryana) . Light rainfall is very likely to occur at Narnaul, Bawal (Haryana) Bhadra, Tizara
— RWFC New Delhi (@RWFC_ND) July 18, 2025
स्थानीय प्रशासन की तैयारियां और चेतावनियां
स्थानीय प्रशासन की ओर से पहले ही चेतावनी जारी की जा चुकी है। हेल्पलाइन नंबर सक्रिय किए गए हैं, जहां कोई भी व्यक्ति जलभराव, पेड़ गिरना या बिजली के खंभे से जुड़ी समस्या की सूचना दे सकता है।
नगर निगम ने मुख्य बाजारों, अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों के आसपास के क्षेत्रों में पंपिंग स्टेशन एक्टिवेट कर दिए हैं। साथ ही, कर्मचारियों की 24 घंटे की ड्यूटी लगाई गई है।
सलाह: लोगों को बिना जरूरी काम के बाहर निकलने से बचना चाहिए और बिजली के उपकरणों को सूखी जगह पर ही इस्तेमाल करना चाहिए।
इससे पहले भी हुआ था ऐसा: पुराने आंकड़े और संदर्भ
पिछले साल भी जुलाई महीने में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लगातार 5-7 दिन तक बारिश हुई थी, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति बन गई थी। 2019 और 2021 के मौसम रिकॉर्ड बताते हैं कि प्रदेश में मानसून की गतिविधियां जून के अंत से ही तेज हो जाती हैं।
इस बार की स्थिति उतनी गंभीर नहीं है, लेकिन प्रशासन ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
जनता के लिए सलाह और अपडेट
उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए यह बारिश राहत की खबर जरूर है, लेकिन इसके साथ ही सतर्कता बरतना भी बेहद जरूरी है। बारिश के मौसम में जलजनित रोगों का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में साफ-सफाई बनाए रखना ज़रूरी है।
स्थानीय प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और मौसम विभाग द्वारा जारी अपडेट को नियमित रूप से जांचते रहें। सुरक्षित रहें, सतर्क रहें।
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो नीचे कमेंट करके बताएं कि आपके जिले में मौसम कैसा है? क्या वहां भी बारिश हो रही है?