दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक युवक ने अपनी पूर्व प्रेमिका और उसके दोस्त के मासूम 6 महीने के बच्चे की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया है। यह मामला केवल एक आपराधिक घटना नहीं बल्कि समाज में रिश्तों की अस्थिरता और मानसिक विकृति की भयावह तस्वीर भी पेश करता है।
आरोपी और पीड़िता का रिश्ता: एक टूटा हुआ रिश्ता
पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी इमरान और पीड़िता (सायरा – बदला हुआ नाम) पहले लिव-इन रिलेशन में रह चुके थे। दोनों के बीच रिश्ते अच्छे नहीं रहे और गर्भपात के बाद दरारें बढ़ती गईं। सायरा ने इमरान से दूरी बना ली थी, लेकिन इमरान इस रिश्ते से अलग नहीं हो पा रहा था और वह बदला लेने की भावना से भर चुका था।
A woman and her friend’s six-month-old baby were found dead with their throats slit in Delhi’s Manju Ka Tila area. Police suspect the woman’s ex-boyfriend committed the murders.#Delhi #Crime #Murderhttps://t.co/EWSkTtf51u
— News18 (@CNNnews18) July 9, 2025
वारदात की पूरी कहानी: मर्डर की प्लानिंग और अमल
इमरान ने काफी समय से सायरा की रेकी की और मौका पाकर उसने वारदात को अंजाम दिया। मजनू का टीला इलाके में वह सायरा के फ्लैट में घुसा। अंदर मौजूद सायरा और उसका दोस्त का बच्चा दोनों ही उसकी नफरत का शिकार बने।
आरोपी ने पहले सायरा का गला रेत दिया और फिर 6 महीने के मासूम बच्चे को भी नहीं छोड़ा। पुलिस को मौके से खून से सनी चादरें, चाकू और टूटे हुए फर्नीचर मिले हैं। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। सीसीटीवी फुटेज में उसकी तस्वीरें कैद हुईं।
हत्या के पीछे का मकसद: ‘गर्भपात का बदला’
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में इमरान ने बताया कि वह इस बात से बेहद नाराज़ था कि सायरा ने उसका बच्चा गिरा दिया। वह बार-बार उससे संपर्क करने की कोशिश करता रहा लेकिन सायरा ने बात करने से मना कर दिया। इस अस्वीकृति ने इमरान के मन में गहरा प्रतिशोध भर दिया और उसने जान से मारने की ठान ली।
आरोपी की गिरफ्तारी: कैसे पहुंची पुलिस तक
वारदात को अंजाम देने के बाद इमरान उत्तराखंड भाग गया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने आरोपी की लोकेशन ट्रैक की और स्थानीय STF की मदद से उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी को पकड़ने में मोबाइल लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय मुखबिरों की मदद ली गई।
पुलिस जांच और आगे की कार्यवाही
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या), 201 (सबूत मिटाने), और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे पुलिस रिमांड में भेजा गया। आगे की जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या इस वारदात में किसी अन्य की भूमिका भी थी या नहीं।
समाजिक सोच और महिला सुरक्षा पर प्रश्न
यह घटना केवल एक प्रेम प्रसंग की परिणति नहीं है, बल्कि एक संकेत है कि आज के रिश्तों में संवाद की कमी और मानसिक तनाव कैसे हिंसात्मक रूप ले सकता है। ऐसी घटनाएं महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
दिल्ली जैसे महानगर में जहां सुरक्षा और जागरूकता को लेकर तमाम प्रयास किए जाते हैं, वहां इस तरह की घटनाएं बताती हैं कि अभी भी भावनात्मक असंतुलन और अस्वीकृति को संभालने के लिए समाज में समर्थन की जरूरत है।
पाठकों के लिए सवाल
एक तरफ एक महिला को अपनी जिंदगी गंवानी पड़ी और दूसरी तरफ एक मासूम बच्चा भी इस प्रतिशोध का शिकार बना। सवाल यह है कि क्या ऐसे मामलों में केवल कानून ही काफी हैं? या हमें समाजिक और मानसिक सहयोग तंत्र भी मजबूत करने की जरूरत है?
क्या आप मानते हैं कि लिव-इन रिलेशनशिप में अलग होने पर भी मनोवैज्ञानिक सहायता जरूरी होनी चाहिए? नीचे कमेंट करके अपनी राय जरूर दें।
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