स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के अवसर पर भारतीय इतिहास के एक महत्वपूर्ण प्रतीक, लाल किला, में एक अत्यधिक महत्वपूर्ण और आदर्श आयोजन आयोजित किया जाता है। इस वर्ष, यह समारोह और भी विशेष होने जा रहा है क्योंकि इस बार 50 स्कूल शिक्षकों को ‘विशेष मेहमान’ के रूप में शामिल किया जाएगा। यह कदम शिक्षकों के प्रति समाज की महत्वपूर्ण दृष्टि को दर्शाने का एक माध्यम है और उनके योगदान को सम्मानित करने का एक उचित तरीका है। शिक्षा मंत्रालय ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और केन्द्रीय विद्यालय संगठन (केवी) के स्कूलों से पूरे देश के 50 ऐसे शिक्षकों को चुना है, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट समर्पण और प्रतिबद्धता दिखाई है।
शिक्षकों को 14 और 15 अगस्त को दो दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। 14 अगस्त को, वे इंडिया गेट, युद्ध स्मारक और प्रधान मंत्री संग्रहालय का दौरा करेंगे। कर्तव्य पथ पर, वे उन बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे जिन्होंने देश की संप्रभुता की रक्षा की है। प्रधान मंत्री संग्रहालय में, वे दूरदर्शी नेताओं के जीवन और योगदान के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे जिन्होंने देश का भाग्य गढ़ा है। इसके बाद, वे नई दिल्ली में राज्य मंत्री राजकुमार रजनीश सिंह के साथ एक संवाद सत्र में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री की अपील हर घर तिरंगा #HarGharTiranga का महत्व जाने और अपने देश के प्रति जागरूक हों।
15 August को, वे ऐतिहासिक लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेंगे, जहां प्रधानमंत्री द्वारा तिरंगा फहराया जाएगा। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शिक्षकों को आमंत्रित करते हुए, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह एक प्रतीकात्मक gesture है कि सरकार शिक्षकों के योगदान को पहचानती है। उन्होंने कहा कि शिक्षक हमारे देश के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इस कार्यक्रम में उनका शामिल होना छात्रों को प्रेरित करेगा और उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। शिक्षक हमारे समाज के नेतृत्व का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। वे न केवल ज्ञान के स्रोत होते हैं, बल्कि वे आने वाली पीढ़ियों के नेतृत्व और उनके विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए, उनके समर्पण और मेहनत को मान्यता देना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
लाल किले पर होने वाले Independence Day समारोह में शिक्षकों को ‘विशेष मेहमान’ के रूप में बुलाने का यह नया पहलू दिखाता है कि समाज उनके योगदान को सराहने और महत्वपूर्ण मानने के लिए तैयार है। यह एक प्रेरणास्त्रोत हो सकता है जो और भी अधिक शिक्षकों को उनके कार्य में समर्पित होने के लिए प्रोत्साहित करेगा। इस समारोह के अंतर्गत, शिक्षकों को स्वतंत्रता सेनानियों के उपकरणों की तरह, लाल किले के मूल्यवान महल में जाने का एक अद्वितीय अवसर मिलेगा। यह उन्हें हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को और भी गहराई से समझने का अवसर प्रदान करेगा और उनकी जागरूकता को बढ़ावा देगा।
शिक्षकों ने इस सम्मान के लिए खुशी और उत्साह व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है और वे देश के लिए कुछ अच्छा करने के लिए और अधिक प्रेरित महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि वे इस कार्यक्रम में भाग लेकर Independence Day के महत्व को अपने छात्रों के साथ साझा करेंगे और उन्हें देश के लिए गर्व महसूस कराने के लिए प्रेरित करेंगे।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को सम्मानित करना और उन्हें उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए धन्यवाद देना है। यह कार्यक्रम छात्रों को प्रेरित करेगा और उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। यह कार्यक्रम देश के भविष्य को आकार देने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका को भी उजागर करेगा।