भोपाल में हाल ही में आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान फिल्म अभिनेता Suniel Shetty एक विशेष मेहमान के तौर पर मंच पर मौजूद थे। कार्यक्रम में मिमिक्री आर्टिस्ट्स ने कई बॉलीवुड सितारों की नकल करके दर्शकों का मनोरंजन किया। इसी बीच एक आर्टिस्ट ने सुनील शेट्टी की मिमिक्री शुरू की।
शुरुआत में दर्शक हंसते रहे, लेकिन जैसे-जैसे मिमिक्री आगे बढ़ी, सुनील शेट्टी का धैर्य जवाब देने लगा। आखिरकार उन्होंने माइक उठाते हुए आर्टिस्ट को बीच मंच पर रोक दिया और कहा – “इतनी घटिया मिमिक्री मैंने अपनी ज़िंदगी में कभी देखी ही नहीं।”
उनके इस बयान के बाद वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए। माहौल अचानक गंभीर हो गया और आर्टिस्ट कुछ पलों के लिए निशब्द खड़ा रह गया।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
घटना के तुरंत बाद ही वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने इस पूरे वाकये का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर किया गया और देखते ही देखते यह क्लिप वायरल हो गई।
ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर यह वीडियो ट्रेंड करने लगा। हजारों लोगों ने इसे शेयर किया और उस पर अपनी राय रखी। कई यूज़र्स ने Suniel Shetty के व्यवहार को सही ठहराया, तो कई ने इसे अनावश्यक प्रतिक्रिया बताया।
वीडियो के वायरल होने के साथ ही सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई कि क्या किसी सेलिब्रिटी को इस तरह पब्लिक में गुस्सा दिखाना चाहिए या नहीं।
फैंस की मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ
इस घटना पर फैंस की राय बिल्कुल बंटी हुई दिखी।
कुछ लोगों ने सुनील शेट्टी का समर्थन करते हुए कहा कि, “हर किसी की मिमिक्री करना मज़ाक नहीं होता, कई बार यह अपमानजनक भी लग सकता है।” उनके मुताबिक, किसी कलाकार की गरिमा बनाए रखना ज़रूरी है।
वहीं दूसरी ओर, कई लोगों ने इसे ओवररिएक्शन बताया। उनका कहना था कि मिमिक्री एक आर्ट है और इसका मकसद सिर्फ मनोरंजन होता है। ऐसे में पब्लिकली आर्टिस्ट को डांटना गलत है।
सोशल मीडिया पर इस घटना पर कई मीम्स और मज़ाकिया कमेंट्स भी बनाए गए। इस बीच मनोरंजन जगत से जुड़ी अन्य खबरों में, परिणीति चोपड़ा और राघव चड्ढा की प्रेगनेंसी का ऐलान भी फैंस के बीच खूब चर्चा में रही।
भोपाल में स्टेज पर लोकल मिमिक्री आर्टिस्ट पर गुस्सा हो गए “अन्ना ” एक्टर सुनील शेट्टी pic.twitter.com/vJVgL3ZQL3
— Sweta Srivastava (@swetasamadhiya) August 25, 2025
सुनील शेट्टी की इमेज और उनके व्यवहार की चर्चा
फिल्म इंडस्ट्री में सुनील शेट्टी को हमेशा से एक “जेंटलमैन एक्टर” के रूप में देखा गया है। 90 के दशक से लेकर अब तक उन्होंने खुद को एक शांत और संयमी कलाकार के रूप में स्थापित किया है।
लेकिन भोपाल की इस घटना में उनका यह नया रूप देखकर लोग चौंक गए। बहुत से फैंस ने यह भी लिखा कि उन्होंने कभी सुनील शेट्टी को इस तरह गुस्सा करते नहीं देखा।
“शेट्टी का यह रूप फैंस के लिए हैरानी भरा था,” क्योंकि वे हमेशा गंभीर लेकिन सकारात्मक इंसान के रूप में जाने जाते हैं।
मिमिक्री आर्टिस्ट और परफॉर्मेंस आर्ट की चुनौतियाँ
मिमिक्री आर्टिस्ट्स का काम लोगों को हंसाना होता है। वे अलग-अलग सेलिब्रिटीज़ की आवाज़ और हावभाव की नकल करते हैं। लेकिन कभी-कभी इस कला और अपमानजनक मज़ाक के बीच की सीमा धुंधली हो जाती है।
भोपाल की इस घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया कि क्या मिमिक्री कलाकारों को अपनी प्रस्तुति में कुछ मर्यादाएँ रखनी चाहिए?
कई बार आर्टिस्ट सोचते हैं कि दर्शक सिर्फ मनोरंजन चाहते हैं, जबकि सेलेब्रिटीज़ अपनी पब्लिक इमेज को लेकर काफी संवेदनशील रहते हैं। ऐसे में टकराव होना स्वाभाविक है।
बॉलीवुड में मिमिक्री और विवादों का इतिहास
यह पहली बार नहीं है जब मिमिक्री को लेकर विवाद हुआ हो। अतीत में कई सितारे मिमिक्री आर्टिस्ट्स से नाराज़ हो चुके हैं।
- कुछ साल पहले एक टीवी शो में भी ऐसा ही वाकया हुआ था, जब किसी बड़े एक्टर ने अपनी मिमिक्री पर असहमति जताई थी।
- मिमिक्री को लेकर हमेशा यह बहस रही है कि यह “हास्य की कला है या अपमान का तरीका”।
बॉलीवुड में कई स्टार्स मिमिक्री को मज़ेदार मानते हैं, लेकिन कुछ इसे अपनी गरिमा पर चोट मान लेते हैं। सुनील शेट्टी की यह घटना उसी बहस को और आगे बढ़ाती है।
इवेंट ऑर्गनाइजर्स की प्रतिक्रिया
कार्यक्रम आयोजकों के लिए यह स्थिति बेहद असहज थी। अचानक हुए इस टकराव के बाद उन्होंने माहौल को संभालने की कोशिश की।
ऑर्गनाइजर्स ने तुरंत कार्यक्रम की दिशा बदलते हुए दूसरे परफॉर्मेंस शुरू करवाए, ताकि दर्शकों का ध्यान उस घटना से हट सके।
वहीं दर्शकों में भी इस घटना को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ थीं। कुछ लोग चुपचाप देखते रहे, जबकि कुछ ने सुनील शेट्टी का समर्थन किया।
आगे का असर और पब्लिक इमेज
इस घटना के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या इससे सुनील शेट्टी की पब्लिक इमेज पर असर पड़ेगा।
एक तरफ जहां उनके गुस्से को लेकर कुछ लोग नकारात्मक टिप्पणी कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई फैंस का मानना है कि यह उनकी ईमानदारी और सच्चाई को दर्शाता है।
“इस घटना ने दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर दिया,” कि मनोरंजन और व्यक्तिगत सम्मान की सीमाओं को कैसे संतुलित किया जाए।
निष्कर्ष
भोपाल इवेंट में हुई यह घटना सिर्फ एक स्टार और एक आर्टिस्ट के बीच का विवाद नहीं है, बल्कि यह पूरी इंडस्ट्री के लिए एक संदेश है।
सेलिब्रिटीज़ को यह समझना चाहिए कि मिमिक्री महज एक कला है, जबकि मिमिक्री आर्टिस्ट्स को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे किसी की इमेज या सम्मान को चोट न पहुँचाएँ।
आखिरकार, मनोरंजन का उद्देश्य लोगों को हंसाना है, किसी की बेइज़्ज़ती करना नहीं।
अब सवाल आपसे – क्या आपको लगता है कि सुनील शेट्टी ने सही किया या उन्हें ज़्यादा पेशेंस दिखाना चाहिए था? नीचे कमेंट में अपनी राय ज़रूर बताइए।