लॉस एंजेलेस (LA) में चल रहे व्यापक विरोध-प्रदर्शनों और हिंसा के बीच पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सख्त कदम उठाते हुए 2000 से अधिक सैनिकों को शहर में तैनात कर दिया है।
यह संख्या इतनी अधिक है कि इराक और सीरिया में वर्तमान में तैनात अमेरिकी सैनिकों की कुल संख्या से भी ज्यादा है।
ट्रंप का यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब LA में अवैध प्रवासियों के खिलाफ छापेमारी और गिरफ्तारी के चलते स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
कई जगहों पर झड़पें, तोड़फोड़ और आगजनी की खबरें आई हैं। ऐसे में ट्रंप ने सुरक्षा की दृष्टि से बड़े पैमाने पर सैन्यबल की तैनाती का आदेश दिया।
🪖 इराक-सिरिया से ज्यादा सैनिक अब अमेरिका की सड़कों पर
LA में 2000+ सैनिकों की तैनाती अमेरिका के सैन्य इतिहास में एक चौंकाने वाला फैसला माना जा रहा है।
- इराक में करीब 900 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं,
- वहीं सीरिया में लगभग 600 सैनिक मौजूद हैं।
इसकी तुलना में, ट्रंप ने LA में इन दोनों देशों की संयुक्त संख्या से ज्यादा सैनिक भेज दिए हैं, जिनमें नेशनल गार्ड, मरीन कॉर्प्स और विशेष सुरक्षा बल भी शामिल हैं।
ट्रंप ने अपने बयान में कहा, “जब देश के भीतर खतरा बढ़ रहा हो, तो कार्रवाई विदेश नहीं, घर के अंदर से शुरू होनी चाहिए।”
There are now more U.S. troops in Los Angeles than in Iraq and Syria. A total of 4,800 soldiers and Marines have been deployed to Los Angeles, compared to 2,500 troops in Iraq and 1,500 in Syria.
Trump described the protests in California as “a full-scale assault on peace and… pic.twitter.com/vA6z2W2NIo
— Vladcoin (@runews) June 11, 2025
⚖️ विरोध और समर्थन में बंटी राय
ट्रंप के इस फैसले पर समाज दो भागों में बंट चुका है।
🔴 विरोध करने वाले –
- मानवाधिकार समूहों ने इसे “लोकतंत्र के मूल्यों पर हमला” बताया है।
- उनका कहना है कि इतनी भारी सैन्य उपस्थिति से नागरिकों के मौलिक अधिकार खतरे में हैं।
🟢 समर्थक –
- ट्रंप के समर्थक इस कदम को “देश की सुरक्षा के लिए आवश्यक” बता रहे हैं।
- उनका मानना है कि LA की सड़कों पर जो हालात बने हैं, वहां सिर्फ पुलिस से काम नहीं चल सकता।
सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रिया तीव्र है, जहां #TrumpTroopsLA और #LAUnrest जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
🏙️ ग्राउंड रिपोर्ट: लॉस एंजेलेस में क्या हो रहा है?
वेस्टलेक, डाउनटाउन LA और साउथ सेंट्रल जैसे इलाकों में हालात सबसे ज्यादा खराब बताए जा रहे हैं।
- सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया गया है।
- कई व्यवसायों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं।
- प्रशासन ने कई क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू कर दिया है।
स्थानीय पुलिस के साथ अब सेना की तैनाती ने LA को एक छावनी में बदल दिया है। इससे पहले भी LA में अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के चलते दंगे भड़क चुके हैं, जिसकी विस्तृत रिपोर्ट यहाँ देखी जा सकती है।
📊 क्या अमेरिका अपने ही शहर में युद्ध जैसे हालात से जूझ रहा है?
इराक और सीरिया जैसी विदेशी जमीनों पर तैनात सैनिकों को अमेरिका ने वर्षों से आतंकवाद से लड़ने के लिए भेजा था।
लेकिन अब, उतनी ही या उससे अधिक सैन्य शक्ति अमेरिका अपने ही एक शहर – LA – में उपयोग कर रहा है।
यह सवाल अब उठ रहा है कि –
👉 क्या आंतरिक विरोध अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुका है?
👉 क्या सैन्य समाधान सामाजिक समस्याओं का उत्तर हो सकता है?
Trump Has Deployed More Troops in LA Than Syria and Iraq, Per US Counts https://t.co/KWyzfulOt9
— #TuckFrump (@realTuckFrumper) June 11, 2025
🧾 ट्रंप की प्रवासी नीति फिर से चर्चा में
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में भी प्रवासियों के प्रति सख्त रुख अपनाया था।
- Muslim Travel Ban
- Mexico Border Wall
- Zero Tolerance Policy जैसी चर्चित नीतियों ने पहले ही भारी विवाद खड़ा किया था।
अब, 2025 में राजनीति में फिर सक्रिय ट्रंप उसी पुराने एजेंडे के साथ लौटते दिख रहे हैं।
LA में यह सैन्य तैनाती उसी नीति की एक और झलक है – जहां कानून व्यवस्था और आव्रजन नियंत्रण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।
🔚 निष्कर्ष
ट्रंप का यह निर्णय अमेरिका की आंतरिक स्थिति को लेकर एक बड़ा संदेश देता है।
अब तक जो फैसले विदेश नीति तक सीमित थे, वे अब देश के भीतर लागू हो रहे हैं।
👉 एक ओर है आंतरिक शांति और नागरिक स्वतंत्रता,
👉 दूसरी ओर है सुरक्षा और व्यवस्था।
क्या अमेरिका सैन्य बल से स्थिरता लाएगा या यह फैसला और बड़ा संकट पैदा करेगा — यह समय बताएगा।
🗣️ आपकी राय क्या है?
क्या ट्रंप का फैसला सही है या यह अमेरिकी मूल्यों पर प्रहार है?
नीचे कमेंट करें और चर्चा में भाग लें।