मध्य-पूर्व एक बार फिर संघर्ष की आग में जल रहा है। इज़राइल और ईरान के बीच चल रही टकराव की घटनाएं अब एक व्यापक युद्ध का रूप लेने लगी हैं। जहां एक ओर इज़राइल अपने सुरक्षा हितों की दुहाई दे रहा है, वहीं ईरान इसे अपनी संप्रभुता पर हमला मान रहा है। 2025 के इस नए अध्याय में, अमेरिका की भागीदारी को लेकर चर्चाएं तेज़ हैं, और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दिए गए बयानों ने इस संघर्ष को और अधिक भड़काया है। यह लेख आपको बताएगा कि इस संघर्ष में क्या नया है, कौन से देश शामिल हैं, आम नागरिकों की स्थिति क्या है और क्या यह तीसरे विश्व युद्ध की आहट है?
हालिया घटनाओं की समयरेखा: किसने क्या किया?
- इज़राइल ने ईरान के Arak heavy water reactor और Tehran के आस-पास के इलाकों में एयरस्ट्राइक की।
- ईरान ने इसके जवाब में सैकड़ों मिसाइलें और ड्रोन इज़राइल की ओर दागे।
- मिसाइल हमलों में इज़राइल के Beer Sheva में अस्पताल और Microsoft ऑफिस को नुकसान हुआ।
- ईरान ने इज़राइल के खिलाफ युद्ध की स्थिति में अमेरिका के ठिकानों पर हमले की तैयारी की है।
- अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा: “I may do it. I may not do it.” लेकिन साथ ही “Unconditional surrender” की मांग रखी।
अमेरिका की भूमिका: ट्रंप के बयान और रणनीति
डोनाल्ड ट्रंप ने एक ओर जहां ईरान को चेतावनी दी, वहीं खुले तौर पर ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खमेनेई को “आसान निशाना” बताया। अमेरिका के अंदर ही इस मुद्दे पर मतभेद हैं — टकर कार्लसन और सेन टेड क्रूज़ जैसे नेताओं के बीच खुला विरोध देखा गया। ट्रंप प्रशासन के अंदर भी दरार है; खुफिया प्रमुख तुलसी गैबार्ड ने कहा कि ईरान की ओर से परमाणु हथियार बनाने की पुष्टि नहीं हुई है।
वहीं, अमेरिका ने B-2 Stealth Bombers और Massive Ordnance Penetrator जैसे हथियारों की संभावित तैनाती पर चर्चा शुरू कर दी है।
ईरान की तैयारी: जवाबी कार्रवाई की चेतावनी
ईरान ने साफ़ कहा है कि यदि अमेरिका संघर्ष में शामिल हुआ, तो वह इराक, कतर, बहरीन, यूएई में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाएगा। इसके अलावा:
- होरमुज जलडमरूमध्य में समुद्री माइन बिछाने की योजना।
- प्रॉक्सी मिलिशिया जैसे यमन के हौथी, इराकी गुट, और सीरिया आधारित समूह सक्रिय कर दिए गए हैं।
- ईरान ने इज़राइल के खिलाफ साइबर हमले और ड्रोन्स के माध्यम से जवाबी रणनीति बनाई है।
Reports confirm Iran has fired nearly 400 ballistic missiles and over 1,000 drones at Israel, escalating the conflict significantly. 😲😲😲🙂B#IranIsraelConflict #Israel #Trump #IranIsrael #TelAviv #IsraelIranConflict #IsraeliranWar #IranVsIsrael pic.twitter.com/7NFka9p6f1
— himanshi ♡ (@me__himanshi) June 19, 2025
वैश्विक प्रतिक्रियाएं और कूटनीति की कोशिशें
- ब्रिटेन, जापान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड आदि देशों ने अपने नागरिकों को निकालना शुरू किया।
- जेनेवा में EU, UK, फ्रांस और ईरान के बीच परमाणु मुद्दे पर कूटनीतिक बातचीत जारी है।
- IAEA के प्रमुख राफेल ग्रोसी ने कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम अभी सैन्य स्तर तक नहीं पहुंचा है।
- चीन और रूस ने अमेरिका से संयम बरतने की अपील की है और दोनों देशों ने इज़राइल की कार्रवाई की आलोचना की।
आम नागरिकों पर असर: युद्ध का असली चेहरा
- तेहरान, करज, नेवाटिम, बीयर शेवा जैसे शहरों में नागरिक लगातार बमबारी और सायरनों के बीच जी रहे हैं।
- इंटरनेट बंद, राशन की कमी, बैंकिंग बाधाएं — युद्ध का सीधा असर आम ज़िंदगी पर।
- कई देशों ने अपने नागरिकों को निकाला — जैसे जापान ने 90 नागरिकों को बाकू और अम्मान भेजा।
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विश्लेषण: क्या यह वर्ल्ड वॉर 3 की शुरुआत है?
- अमेरिका-ईरान का सीधा टकराव और रूस-चीन का अप्रत्यक्ष समर्थन — यह स्थिति World War 3 का ट्रिगर बन सकती है।
- तेल व्यापार, ऊर्जा आपूर्ति, ग्लोबल मार्केट, Suez Canal सब पर असर।
- विशेषज्ञों की राय: “अब निर्णय की घड़ी है — या तो कूटनीति जीतेगी या तबाही।”
निष्कर्ष
Israel-Iran संघर्ष एक ऐतिहासिक मोड़ पर है। अमेरिका की भूमिका और वैश्विक प्रतिक्रियाएं इसे या तो शांत कर सकती हैं या भयंकर युद्ध में बदल सकती हैं। ऐसे समय में आम जनता की ज़िम्मेदारी है कि वह सूचनाओं के प्रति सतर्क रहे और शांति की मांग करे।
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