एजबेस्टन का मैदान, मौसम ठंडा और विपक्षी टीम इंग्लैंड। शुभमन गिल जब क्रीज़ पर उतरे, तो शुरुआत में ही उनके अंदर एक अलग आत्मविश्वास दिखा। उन्होंने केवल रन नहीं बनाए, बल्कि हर एक गेंद पर नियंत्रण और क्लासिक क्रिकेटिंग स्ट्रोक्स से सबका दिल जीत लिया।
269 रन की इस पारी में उन्होंने लगभग हर प्रकार के गेंदबाज़ी आक्रमण का सामना किया – स्विंग, बाउंस और रिवर्स स्विंग। लेकिन कहीं भी घबराहट नहीं, केवल धैर्य और आत्मविश्वास।
भारत की पारी गिल के योगदान के बिना अधूरी लगती।
ट्रिपल सेंचुरी से चूक – कैसा रहा वो लम्हा?
जब पूरा स्टेडियम सांसें थामे बैठा था, शुभमन गिल 300 के नज़दीक पहुंच गए थे। लेकिन तभी एक शॉर्ट पिच गेंद ने उनकी लय तोड़ दी और वो आउट हो गए।
ट्रिपल सेंचुरी मात्र 31 रन दूर थी।
उस क्षण का भावनात्मक दबाव, दर्शकों की चीखें और खुद गिल के चेहरे की झलक बताती थी कि वो क्षण कितना भारी था। लेकिन मैदान पर ठहराव और संयम बनाए रखना ही एक सच्चे खिलाड़ी की पहचान है।
Shubman Gill shared, “My dad called to congratulate me, but also reminded me that I missed out on a triple century.” 😂❤️ pic.twitter.com/LvummVTuJw
— JassPreet (@JassPreet96) July 4, 2025
पिता का संदेश और बेटे का भावुक जवाब
मैच खत्म होने के बाद जब शुभमन को अपने पिता का एक वॉयस नोट मिला, जिसमें उन्होंने कहा –
“तेनु 300 बनानी चाहिए थी”
तो गिल ने जवाब में बस इतना कहा –
“दिल को सुकून मिला।”
उनके चेहरे पर भावनाओं की लहर थी – गर्व, थोड़ी कसक और परिवार से जुड़ाव।
माता-पिता की उम्मीदें और खिलाड़ी की भावना का ये मिलन पल बहुत से फैन्स के लिए प्रेरणादायक बन गया।
इस पारी की ऐतिहासिक अहमियत
269 रन की पारी न केवल व्यक्तिगत रिकॉर्ड है, बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है।
- विदेशी ज़मीन पर इतने बड़े स्कोर बहुत कम भारतीय बल्लेबाज़ों ने बनाए हैं।
- गिल ने यह पारी मूल्यवान साझेदारियों के साथ खेली, जिससे भारत की स्थिति मजबूत हुई।
टेस्ट क्रिकेट में भारतीय युवा खिलाड़ियों की मजबूती का ये एक प्रमाण भी है।
गिल की मानसिकता और मैच के बाद की बातचीत
मैच के बाद मीडिया से बातचीत में शुभमन ने बताया कि वह हर गेंद पर फोकस करते हुए, टीम के लिए टिके रहना चाहते थे।
उन्होंने कहा:
“रन बनाना एक लक्ष्य था, लेकिन उससे भी बड़ा लक्ष्य था टीम को स्थिरता देना।”
गिल की ये सोच आज के समय में भी टेस्ट क्रिकेट की प्रासंगिकता को दर्शाती है।
उनका रवैया – संयमित, सजग और लक्ष्य पर केंद्रित था।
Very pleased to see the intent and commitment shown by @ShubmanGill and @imjadeja today. Well played! pic.twitter.com/e1XK6NfFzG
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) July 3, 2025
टीम भावना का यह उदाहरण यहीं नहीं रुकता, बल्कि साथी खिलाड़ी भी खुलकर समर्थन में आते हैं।
जैसे यशस्वी जायसवाल ने भी गिल और बुमराह के निर्णयों का खुलेआम समर्थन किया था। पढ़ें पूरी रिपोर्ट
सोशल मीडिया और फैन्स की प्रतिक्रिया
मैच खत्म होते ही सोशल मीडिया पर #ShubmanGill ट्रेंड करने लगा।
- ट्विटर पर फैन्स ने उन्हें “Future Legend” कहा।
- इंस्टाग्राम स्टोरीज़ में 269 की इनिंग को ‘Masterclass’ कहा गया।
- कई पूर्व खिलाड़ियों ने भी उन्हें बधाई दी।
सोशल मीडिया एक स्वर में गिल के संयम और क्लास की तारीफ कर रहा था।
अधूरी लेकिन यादगार पारी का निष्कर्ष
हालाँकि शुभमन 300 रन से चूक गए, लेकिन इस पारी का प्रभाव उनके करियर पर स्थायी रहेगा।
- 269 रन की मेहनत,
- पिता का सरल, मगर गहरा संदेश,
- और एक खिलाड़ी की भावनात्मक ईमानदारी,
ये तीनों बातें इस पारी को यादगार बना देती हैं।