अमृतसर स्थित विश्वप्रसिद्ध स्वर्ण मंदिर को एक बम धमकी वाला ईमेल मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। धमकी के तुरंत बाद पंजाब पुलिस सक्रिय हुई और मामले की तह तक पहुंचने के लिए व्यापक जांच शुरू कर दी गई।
ईमेल में स्वर्ण मंदिर परिसर को बम से उड़ाने की बात कही गई थी, जिसके बाद मंदिर प्रशासन ने बिना देरी किए इसकी सूचना पुलिस को दी। मंदिर के आसपास सुरक्षा तत्काल बढ़ा दी गई और बम निरोधक दस्ते को भी अलर्ट कर दिया गया।
हरियाणा से एक युवक हिरासत में, पुलिस को मिली पहली सफलता
जांच में तेजी लाते हुए पंजाब पुलिस ने हरियाणा के फरीदाबाद जिले से एक युवक को हिरासत में लिया है। यह युवक टेक्निकल बैकग्राउंड का है और इंजीनियरिंग से जुड़ी पढ़ाई कर चुका है।
सूत्रों के अनुसार, पकड़ा गया युवक कंप्यूटर और नेटवर्किंग की अच्छी जानकारी रखता है। उसकी गिरफ्तारी के साथ ही कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे लैपटॉप, मोबाइल, पेन ड्राइव आदि को जब्त किया गया है, जो जांच में काफी अहम साबित हो सकते हैं।
साइबर जांच में चौंकाने वाली जानकारियां, जांच की दिशा बदली
जब ईमेल की तकनीकी जांच की गई, तो यह स्पष्ट हुआ कि इसमें वीपीएन (VPN) का इस्तेमाल किया गया था। इससे ईमेल भेजने वाले का लोकेशन छिपाया गया था।
हालांकि, डिजिटल फोरेंसिक टीम ने IP ऐड्रेस को ट्रेस करने में सफलता पाई, जिससे जांच की दिशा दक्षिण भारत की ओर मुड़ गई। अब पुलिस की टीमें उन राज्यों से जुड़े लिंक तलाशने में जुटी हैं जो इस केस से किसी भी रूप में जुड़े हो सकते हैं।
Amritsar Police have detained Shubham Kumar Dubey, a software engineer from Faridabad, Haryana, for allegedly sending threatening emails about an attack on Sri Darbar Sahib (Golden Temple), Amritsar. CP Gurpreet Bhullar said more details will be shared soon. pic.twitter.com/p9ubDdtEH6
— Gagandeep Singh (@Gagan4344) July 18, 2025
धार्मिक स्थल पर धमकी की गंभीरता, पहले भी मिल चुकी हैं चेतावनियाँ
स्वर्ण मंदिर न केवल सिख धर्म के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक आस्था का केंद्र है। ऐसे में इस तरह की धमकियाँ न केवल कानून व्यवस्था बल्कि भावनात्मक रूप से भी देश को झकझोर देती हैं।
पिछले कुछ वर्षों में स्वर्ण मंदिर या अन्य धार्मिक स्थलों को निशाना बनाए जाने की कई कोशिशें देखी गई हैं। ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई और जागरूकता ही एकमात्र समाधान है।
पुलिस का बयान: “स्थिति नियंत्रण में, लोगों को घबराने की ज़रूरत नहीं”
पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अब तक की जांच में कोई सक्रिय खतरा नहीं मिला है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
मंदिर क्षेत्र में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी गई है, और सभी श्रद्धालुओं की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। स्थानीय प्रशासन भी पूरी तरह से सतर्क है और लगातार स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहा है।
आरोपी के मानसिक पहलुओं की भी जांच शुरू
गिरफ्तार युवक की मानसिक स्थिति को लेकर भी संदेह जताया जा रहा है। पुलिस मनोवैज्ञानिक प्रोफाइलिंग करवा रही है ताकि यह समझा जा सके कि क्या यह व्यक्ति किसी मानसिक परेशानी से जूझ रहा था या किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा था।
उसकी सोशल मीडिया एक्टिविटी, चैट रिकॉर्ड, और पिछले रिकॉर्ड की जांच भी की जा रही है जिससे उसकी मंशा का सही आकलन किया जा सके।
A software engineer was rounded up from Faridabad in connection with the five e-mails sent to the Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee (SGPC) threatening to blow up the Golden Temple, officials said.#Amritsar #GoldenTemple #bombthreat pic.twitter.com/sOjYKM7I4n
— Deccan Chronicle (@DeccanChronicle) July 18, 2025
दिल्ली स्कूल बम धमकी से जुड़ती कड़ियाँ?
कुछ दिन पहले दिल्ली के 45 से ज्यादा स्कूलों को बम धमकी वाली ईमेल मिली थी, जिससे पूरे शहर में अफरा-तफरी मच गई थी।
यहां पढ़ें पूरी खबर
अब पंजाब मामले की तकनीकी जांच में कुछ समानताएँ पाई जा रही हैं, जिससे यह शक और गहराता जा रहा है कि कहीं दोनों मामलों में एक ही ग्रुप या व्यक्ति तो शामिल नहीं?
फिलहाल मंदिर पूरी तरह सुरक्षित, पुलिस कर रही गहन पूछताछ
बम धमकी के बाद मंदिर की सुरक्षा को कई गुना बढ़ा दिया गया है। बम निरोधक दस्तों द्वारा परिसर की तलाशी ली गई और किसी प्रकार की संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
हिरासत में लिए गए युवक से पुलिस गहन पूछताछ कर रही है और उसके मोबाइल डेटा की डीप स्कैनिंग भी की जा रही है। पुलिस इस पूरे मामले को लेकर काफी गंभीर है और हर संभव एंगल से जांच कर रही है।
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया: सतर्कता से मिला भरोसा
हालांकि घटना के बाद श्रद्धालुओं में असहजता देखी गई, लेकिन पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी ने लोगों में विश्वास बनाए रखा। मंदिर में रोज की तरह श्रद्धालु पहुंचे और दर्शन किए, जिससे माहौल में सामान्यता बनी रही।
स्थानीय लोगों का मानना है कि इस तरह की घटनाओं से डरने की नहीं, बल्कि सावधानी और सतर्कता से निपटने की जरूरत है।