पंजाब के होशियारपुर जिले में जालंधर-होशियारपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक LPG टैंकर अचानक धमाके के साथ फट गया। इस हादसे ने पूरे इलाके में तबाही मचा दी। कई लोग घायल हुए, घर और दुकानें आग की लपटों में समा गईं और हाईवे घंटों तक बंद रहा।
स्थानीय लोगों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि आसपास के घरों की दीवारें और खिड़कियाँ तक हिल गईं। घटना के बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया और लोग जान बचाकर भागने लगे।
⏰ हादसा कब और कैसे हुआ
यह हादसा रात के समय हुआ जब LPG से भरा एक टैंकर अचानक नियंत्रण से बाहर होकर पलट गया और जोरदार धमाके के साथ फट पड़ा। टैंकर में आग लगते ही आसपास की झोपड़ियाँ, दुकानें और घर चपेट में आ गए।
BIG BREAKING 🚨: Blast in LPG tanker in Punjab, Many houses and shops burnt, 2 people dead, more than 30 injured.
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— OM Hindi (@OM_Hindi) August 22, 2025
🏚️ जनहानि और नुकसान
- अब तक की जानकारी के मुताबिक कई लोग घायल हुए हैं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर है।
- कई घर और दुकानें पूरी तरह जलकर राख हो गईं।
- आसपास खड़े वाहन भी धमाके की चपेट में आ गए।
- घायलों को नज़दीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
🚒 राहत और बचाव कार्य
दमकल विभाग की कई गाड़ियाँ मौके पर भेजी गईं। पुलिस ने हाईवे को तुरंत सील कर दिया और ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया।
- मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला जा रहा है।
- प्रशासन ने घटना स्थल पर राहत शिविर लगाया है।
- मेडिकल टीम घायलों का लगातार इलाज कर रही है।
👀 चश्मदीदों की आँखों-देखी
एक स्थानीय दुकानदार ने कहा, “हमने जोरदार धमाका सुना और देखते ही देखते आग की लपटें आसमान तक पहुँच गईं। लोग इधर-उधर भागने लगे। कुछ लोग टैंकर के पास फँस गए जिन्हें निकालना मुश्किल हो गया।”
लोगों का कहना है कि हादसे का मंजर देखकर वे आज भी दहशत में हैं।
🏛️ सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
पंजाब सरकार ने तुरंत राहत कार्य शुरू करने के आदेश दिए और प्रशासन को घायलों को हर संभव सहायता देने को कहा। मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है और हादसे की जांच के आदेश दिए हैं।
यह हादसा एक बार फिर सवाल खड़ा करता है कि पंजाब में सड़क सुरक्षा और औद्योगिक मानकों पर कितना ध्यान दिया जा रहा है।
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🌍 विशेषज्ञों की राय
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि LPG टैंकरों के लिए कड़े नियमों का पालन ज़रूरी है। अक्सर देखा जाता है कि ओवरलोडिंग और खराब रखरखाव हादसों का कारण बनते हैं।
- टैंकरों की नियमित जांच
- ड्राइवरों की ट्रेनिंग
- हाईवे पर इमरजेंसी प्रोटोकॉल
इन सब पर और अधिक सख्ती की आवश्यकता है।
✅ निष्कर्ष
होशियारपुर का यह हादसा हमें यह सिखाता है कि औद्योगिक और परिवहन सुरक्षा में कोई भी लापरवाही कितना बड़ा खतरा बन सकती है। सरकार, प्रशासन और कंपनियों को मिलकर सुरक्षा मानकों को और मजबूत करना होगा।
💬 आपकी राय क्या है?
क्या आपको लगता है कि LPG टैंकरों और अन्य खतरनाक रसायनों के परिवहन के लिए भारत को और सख्त नियम लागू करने चाहिए?
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