भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली का नाम सिर्फ बल्लेबाजी के लिए ही नहीं, बल्कि उनकी फिटनेस के लिए भी जाना जाता है। पिछले कई सालों में कोहली ने न केवल अपने खेल को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है, बल्कि पूरे भारतीय क्रिकेट में फिटनेस को लेकर एक नई संस्कृति भी स्थापित की है। हाल ही में सामने आई रिपोर्ट्स ने इस बहस को और तेज कर दिया है कि कोहली ने लंदन में फिटनेस टेस्ट दिया, जबकि बाकी टीम इंडिया के खिलाड़ी भारत में ही कैंप का हिस्सा बने हुए हैं।
यह मामला इसलिए चर्चा में है क्योंकि BCCI ने कोहली को लंदन में टेस्ट देने की अनुमति दी, जिससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिर क्यों सिर्फ विराट को यह विशेषाधिकार दिया गया? और क्या इसका असर टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम के माहौल पर पड़ेगा?
BCCI और टीम इंडिया की रणनीति
क्रिकेट बोर्ड यानी BCCI इस समय सवालों के घेरे में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विराट कोहली ने टीम इंडिया के बाकी खिलाड़ियों के साथ फिटनेस टेस्ट देने के बजाय लंदन में टेस्ट दिया। इससे यह चर्चा तेज हो गई है कि BCCI ने कोहली के लिए अलग नियम क्यों बनाए।
BCCI के भीतर हमेशा से फिटनेस को लेकर कड़े मानदंड रहे हैं। यो-यो टेस्ट और अन्य फिटनेस पैरामीटर्स हर खिलाड़ी के लिए अनिवार्य होते हैं। लेकिन इस बार विराट को टीम से अलग होकर लंदन में फिटनेस टेस्ट देने की अनुमति दी गई। आलोचकों का कहना है कि अगर बाकी खिलाड़ियों को ऐसा मौका नहीं मिलता, तो यह नियमों की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है।
🚨 In a rare move, BCCI conducted Virat Kohli’s fitness test in LONDON 🤯
~ Perhaps first-time in Indian Cricket History that a player got such luxurious treatment. pic.twitter.com/oPu2gf3A46— RCBXTRA (@RCBXTRAOFFICIAL) September 3, 2025
लंदन में फिटनेस टेस्ट क्यों?
सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर विराट कोहली ने लंदन में फिटनेस टेस्ट क्यों दिया? इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं।
- कोहली इस समय लंदन में निजी ट्रेनिंग और रिहैब सेशन कर रहे थे।
- वहाँ आधुनिक सुविधाओं और इंटरनेशनल ट्रेनर्स की मदद उपलब्ध थी।
- कोहली ने माना है कि फिटनेस उनके लिए सिर्फ एक प्रोफेशनल जरूरत नहीं बल्कि लाइफस्टाइल है।
हालांकि, आलोचक यह भी कहते हैं कि अगर खिलाड़ी भारत से बाहर जाकर टेस्ट देते हैं, तो यह टीम यूनिटी को कमजोर करता है।
विवाद और आलोचना
यह मामला पूरी तरह विवाद का रूप ले चुका है। कई फैंस और विशेषज्ञों का मानना है कि विराट कोहली को मिला यह विशेषाधिकार बाकी खिलाड़ियों को नहीं दिया जाता। इससे यह संदेश जा सकता है कि कुछ खिलाड़ियों को अलग ट्रीटमेंट मिलता है।
BCCI पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या फिटनेस टेस्ट के लिए सभी खिलाड़ियों को समान नियमों का पालन नहीं करना चाहिए? आलोचकों ने यह भी कहा है कि इस तरह की घटनाएँ टीम की एकजुटता पर असर डाल सकती हैं।
विराट कोहली की फिटनेस यात्रा
इस विवाद से अलग हटकर अगर देखा जाए तो विराट कोहली का पूरा करियर फिटनेस की मिसाल रहा है।
- 2012 के बाद से कोहली ने अपने शरीर को पूरी तरह ट्रांसफॉर्म किया।
- जंक फूड छोड़कर उन्होंने पूरी तरह डाइट और ट्रेनिंग पर ध्यान दिया।
- उनकी फिटनेस ने न केवल उनके खेल को बेहतर बनाया बल्कि पूरी भारतीय टीम में एक नया कल्चर भी लाया।
आज कई युवा खिलाड़ी कोहली की फिटनेस जर्नी से प्रेरणा लेकर खेल में आगे बढ़ रहे हैं।
टीम इंडिया पर असर
इस पूरे प्रकरण का असर टीम इंडिया की तैयारियों पर भी पड़ सकता है। आने वाले टूर्नामेंट्स को देखते हुए फिटनेस टेस्ट बेहद अहम माने जाते हैं। अगर किसी खिलाड़ी को अलग ट्रीटमेंट मिलता है, तो बाकी खिलाड़ियों के मन में सवाल उठ सकते हैं।
हालांकि, कई लोग यह भी मानते हैं कि विराट कोहली इतने अनुभवी और सीनियर खिलाड़ी हैं कि उन्हें यह छूट मिलना गलत नहीं है। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह संदेश सही है कि नियम सबके लिए अलग-अलग हो सकते हैं?
फैंस और सोशल मीडिया प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर जमकर बहस हो रही है।
- कुछ फैंस का कहना है कि कोहली ने अपनी मेहनत से यह खास जगह बनाई है, इसलिए उन्हें लंदन में फिटनेस टेस्ट देने की इजाजत मिलना कोई बड़ी बात नहीं।
- वहीं, कुछ का मानना है कि यह टीम की एकजुटता के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
फैंस ट्विटर और इंस्टाग्राम पर लगातार सवाल पूछ रहे हैं और BCCI से सफाई मांग रहे हैं।
आगे की राह
विराट कोहली का फिटनेस टेस्ट विवाद सिर्फ एक खिलाड़ी की बात नहीं है, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के भविष्य से जुड़ा मामला है।
- कोहली की मेहनत और फिटनेस पर कोई सवाल नहीं है।
- लेकिन BCCI को अपनी नीतियों में पारदर्शिता लानी होगी, ताकि खिलाड़ियों और फैंस के बीच किसी तरह की गलतफहमी न हो।
आखिरकार, भारतीय क्रिकेट की ताकत उसकी टीम स्पिरिट में है। ऐसे में यह ज़रूरी है कि नियम सबके लिए समान हों और किसी भी खिलाड़ी को लेकर पक्षपात की धारणा न बने।




















