पंजाब के अमृतसर स्थित ठाकुर द्वारा मंदिर के बाहर शनिवार तड़के एक विस्फोटक फेंका गया, जिससे मंदिर की दीवारों और खिड़कियों को नुकसान पहुँचा। पुलिस इस घटना की जांच कर रही है और इसमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के हाथ होने की आशंका जताई जा रही है।
CCTV में कैद पूरी घटना
CCTV फुटेज के अनुसार, दो अज्ञात हमलावर बाइक पर सवार होकर मंदिर के बाहर पहुंचे। इनमें से एक व्यक्ति बाइक से उतरा और मंदिर की इमारत का मुआयना करने लगा। कुछ ही पलों बाद उसने मंदिर की ओर विस्फोटक सामग्री फेंकी और फिर दोनों हमलावर फरार हो गए।
👉 CCTV फुटेज से संबंधित ट्वीट
#GrenadeAttack took place in #Amritsar targetting #HinduTemple khandwala
Why no media house reporting it, midnight of two assailants can be seen on bike throwing grenade on the temple. pic.twitter.com/5A4K4VCzTc— Porus ਪੋਰਸ (@porusofpanjab) March 15, 2025
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस विस्फोट में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा, “हमें रात 2 बजे घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद हम तुरंत मौके पर पहुँचे। CCTV फुटेज और अन्य सबूतों की जांच जारी है। हमलावरों को जल्द पकड़ा जाएगा।”
पुलिस जांच और ISI कनेक्शन की संभावना
पुलिस को शक है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का हाथ हो सकता है। कमिश्नर भुल्लर ने कहा, “पाकिस्तान की ISI पंजाब में अशांति फैलाने के लिए युवाओं को उकसाने का प्रयास कर रही है। लेकिन हम इस साजिश को नाकाम कर देंगे।”
👉 ISI कनेक्शन की जांच से जुड़ा ट्वीट:
CP Gurpreet Bhullar stated that it is Pakistan’s conspiracy behind the attack and that the accused won’t be spared.#Punjab #AmritsarBlastpic.twitter.com/0cTmclzYsy https://t.co/KCOh0AyVP4
— Ishani K (@IshaniKrishnaa) March 15, 2025
फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य इकट्ठा कर लिए हैं और जांच जारी है। इसके अलावा, पुलिस संदिग्धों की पहचान के लिए आस-पास के इलाकों में तलाशी अभियान चला रही है।
राजनीतिक बयानबाजी तेज, विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
इस घटना को लेकर पंजाब की राजनीति भी गर्मा गई है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रवक्ता शहज़ाद पूनावाला ने AAP सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “जब से पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आई है, कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। पहले पुलिस थानों पर हमले हुए, अब मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है।”
👉 घटना पर राजनीतिक प्रतिक्रिया से जुड़ा ट्वीट: देखें
इसी बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि राज्य में शांति बनाए रखने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “पंजाब को अस्थिर करने के कई प्रयास हुए हैं, लेकिन हमारी पुलिस हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।”
शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने भी इस हमले की निंदा की। पार्टी के बयान में कहा गया, “यह घटना पंजाब में बिगड़ती कानून व्यवस्था का प्रमाण है। सरकार को उच्चस्तरीय न्यायिक जांच कराकर दोषियों को सजा दिलानी चाहिए।”
पंजाब में सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताएँ
इस विस्फोट के बाद पंजाब में सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। पिछले चार महीनों में अमृतसर और गुरदासपुर में कई विस्फोट हो चुके हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि पंजाब के सीमावर्ती इलाके सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील बने हुए हैं।
पंजाब सरकार ने जनता को सतर्क रहने की अपील की है और कहा है कि अगर किसी को कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आए तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
निष्कर्ष: क्या यह पंजाब को अस्थिर करने की साजिश है?
अमृतसर मंदिर विस्फोट ने एक बार फिर पंजाब की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह एक अलग-थलग घटना थी या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है? पुलिस की जांच में आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं। फिलहाल, प्रशासन ने जनता को सतर्क रहने और अफवाहों से बचने की सलाह दी है।