अहमदाबाद में 12 जून की सुबह वैसी ही थी जैसी आमतौर पर होती है— हल्की धूप, चाय की दुकानों पर रौनक, कॉलेज के छात्र क्लास के लिए निकलने को तैयार। लेकिन सुबह 9 बजे के करीब अचानक सब कुछ थम गया।
हमें फोन पर सूचना मिली कि एयर इंडिया का एक विमान टेकऑफ के तुरंत बाद शहर के एक कॉलेज हॉस्टल पर गिर पड़ा है। जब हम मौके पर पहुँचे, चारों ओर धुआं, चीखें और मलबे का ढेर था।
🛬 टेकऑफ के कुछ ही सेकंड में बर्बादी
यह Dreamliner विमान दिल्ली के लिए रवाना हुआ था। रनवे से उठते ही विमान में कंपन हुआ, और आसमान में चक्कर लगाते हुए वह हॉस्टल की इमारत पर जा गिरा।
एक छात्र, जो हादसे के वक्त हॉस्टल के मैदान में था, हमें रोते हुए बोला —
“धमाका हुआ और ऊपर से कुछ जलता हुआ गिरा… कमरे चंद सेकंड में राख हो गए…”
Who/why was someone videoing the takeoff?
New footage: Sardar Vallabhbhai Patel International Airport, Ahmedabad, India shows today’s takeoff – immediate crash of a Boeing 787-8 Dreamliner operating as Air India 171 which resulted in the loss of 242 souls.https://t.co/Q9kUYygqAm https://t.co/qJ8rYZ8b5Q— Sportsman Nate (@foursticks_nate) June 12, 2025
👥 कितने लोग थे विमान में? कितने बच पाए?
एयर इंडिया के मुताबिक, इस फ्लाइट में 244 लोग सवार थे, जिनमें पायलट, क्रू और यात्री शामिल थे। हादसे के बाद 240 से ज़्यादा शव बरामद किए गए, कुछ पूरी तरह जले हुए।
5-6 लोग चमत्कारी ढंग से बचे, लेकिन वे भी मानसिक रूप से टूटे हुए हैं। हॉस्टल में मौजूद करीब 60 छात्रों में से कुछ घायल हुए, जिन्हें समय रहते बाहर निकाला गया।
🚑 रेस्क्यू ऑपरेशन: इंसानियत ने दिखाई ताकत
दमकल विभाग, NDRF और स्थानीय लोग सबसे पहले मदद को पहुंचे।
“हमने हाथों से मलबा हटाया, शायद कोई ज़िंदा हो…” — यह कहते हुए एक स्थानीय निवासी की आँखें भर आईं।
सेना की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन करीब 10 घंटे चला। कई छात्रों और विमान के हिस्सों को धीरे-धीरे बाहर निकाला गया।
🏛️ सरकार का ऐक्शन और संवेदना
प्रधानमंत्री ने हादसे पर गहरा दुख जताया और ₹10 लाख का मुआवजा घोषित किया। राज्य सरकार ने भी राहत की घोषणाएं कीं। हेल्पलाइन नंबर जारी हुए ताकि लोग अपनों की जानकारी ले सकें।
एयर इंडिया और नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने संयुक्त जांच शुरू कर दी है।
📦 ब्लैक बॉक्स और जांच की दिशा
ब्लैक बॉक्स को घटनास्थल से बरामद कर लिया गया है। जानकार मानते हैं कि यह हादसा इंजन फेल होने या पायलट कंट्रोल लॉस के चलते हुआ होगा।
फिलहाल जांच टीमें CVR (Cockpit Voice Recorder) और FDR (Flight Data Recorder) के माध्यम से हर सेकंड की रिकॉर्डिंग का विश्लेषण कर रही हैं।
🌍 विदेशों से भी आई संवेदनाएं
मृतकों में अमेरिका, जापान, ब्रिटेन जैसे देशों के यात्री भी थे। इन देशों के नेताओं ने भारत के प्रति संवेदना जताई।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने अपने बयान में कहा:
“यह सिर्फ भारत नहीं, बल्कि पूरी मानवता की क्षति है।”
🧾 हादसे के बाद उठे जरूरी सवाल
- क्या टेकऑफ से पहले पर्याप्त जांच हुई थी?
- क्या एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने सही समय पर रिस्पॉन्स किया?
- क्या पायलट को इंजीनियरिंग टीम ने उड़ान की मंजूरी देने में जल्दबाज़ी की?
इन सवालों के जवाब देश मांग रहा है, और यही जवाब भविष्य की सुरक्षा तय करेंगे।
🔁 इससे पहले भी हुए हैं ऐसे हादसे
भारत में यह पहला बड़ा हादसा नहीं है।
- 2020 – कोझिकोड में एयर इंडिया एक्सप्रेस क्रैश
- 1996 – दिल्ली में हवा में दो विमानों की टक्कर
- 2000 – पटना में विमान क्रैश
लेकिन 2025 का अहमदाबाद हादसा, मृतकों की संख्या और विनाश के लिहाज़ से सबसे बड़ा बन गया है।
यह हादसा हमें याद दिलाता है कि तकनीक पर भरोसा ठीक है, लेकिन सतर्कता और मानवीय संवेदनशीलता उससे ज़्यादा ज़रूरी है।
हमने वहाँ सिर्फ जले हुए लोहे के टुकड़े नहीं देखे, बल्कि सपनों का धुआं देखा।
इसी तरह की स्पष्टता और ज़िम्मेदारी की ज़रूरत हमें दूसरे क्षेत्रों में भी है — जैसे खेल में टीम चयन को लेकर भी साफ संकेत जरूरी होते हैं। हाल ही में गौतम गंभीर द्वारा नंबर 3 की पोजिशन पर लिए गए फैसले ने यही संदेश दिया। पूरा लेख यहाँ पढ़ें।
निष्कर्ष
यह हादसा हमें याद दिलाता है कि तकनीक पर भरोसा ठीक है, लेकिन सतर्कता और मानवीय संवेदनशीलता उससे ज़्यादा ज़रूरी है।
हमने वहाँ सिर्फ जले हुए लोहे के टुकड़े नहीं देखे, बल्कि सपनों का धुआं देखा।