बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर राजनीतिक हलचल चरम पर है, जहां I.N.D.I.A. गठबंधन ने सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है। विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी ने गठबंधन के साथ 15 सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति जताई है और कहा है कि वे किसी भी संख्या के लिए तैयार हैं। यह चुनाव बिहार की राजनीतिक दिशा तय करने वाला है, जहां VIP की भूमिका अहम मानी जा रही है क्योंकि वे मतदाता के एक खास वर्ग, मछुआरा समुदाय, के प्रतिनिधि हैं।
बिहार का राजनीतिक परिदृश्य और वर्तमान चुनौतियां
बिहार की राजनीति में पिछले कई चुनावों से सत्ता साझेदारी और गठबंधन की राजनीति प्रमुख रही है। 2025 के विधानसभा चुनाव में I.N.D.I.A. नामक विपक्षी गठबंधन ने अपनी ताकत बढ़ाने के लिए कई अहम फैसले किए हैं। मुकेश सहनी की VIP पार्टी, जो पहले NDA का हिस्सा थी, अब इस गठबंधन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है। सहनी ने गठबंधन को लेकर कहा है कि वे “किसी भी संख्या के लिए तैयार” हैं, जो गठबंधन में उनकी लचीली और निर्णायक भूमिका को दर्शाता है।
#WATCH | Patna, Bihar: LJP(Ram Vilas) MP Shambhavi Choudhary says, “…Seeing the state of mahagathbandhan right now, I think we will easily cross 225 seats.”
“Mahagathbandhan seems to be stuck in a quagmire…This simply shows that a party that can’t sort out issues within its… pic.twitter.com/jLX4AJCEFE
— ANI (@ANI) October 17, 2025
सीट बंटवारे पर अंतिम सहमति
2025 विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर गठबंधन के भीतर कई बार विवाद हुआ। VIP ने प्रारंभ में 60 सीटों की मांग की थी, फिर इसे घटाकर 40 और 20 सीटें कर दीं, और अंत में 15 सीटों पर समझौता किया गया। यह सीटें विशेष रूप से उन इलाकों की हैं जहां VIP की अच्छी पकड़ है, जैसे गौरा बौराम, भभुआ, और औराई। इस समय VIP के लिए यह सीटें बहुत मायने रखती हैं क्योंकि वे बिहार के मछुआरा समुदाय और अन्य पिछड़े वर्गों की आवाज़ उठाती है। साथ ही, VIP ने उपमुख्यमंत्री पद की मांग भी की थी, जो गठबंधन के लिए एक और जटिल मुद्दा साबित हुआ।
मुकेश सहनी का राजनीतिक संदेश और रणनीति
मुकेश सहनी ने साफ किया है कि उनका मकसद केवल सीटें लेना नहीं है, बल्कि बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव लाना है। उनका कहना है कि बिहार बदलाव चाहता है और VIP इसके लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। सहनी ने अपने बयान में कहा, “हम किसी भी संख्या के लिए तैयार हैं,” जो उनकी चुनावी रणनीति को दर्शाता है कि वे गठबंधन की एकजुटता को प्राथमिकता देते हैं। VIP प्रमुख ने चुनाव न लड़ने का निर्णय लिया है ताकि वे क्षेत्र में अपने पार्टी के उम्मीदवारों का समर्थन कर सकें और पार्टी को मजबूत कर सकें।
I.N.D.I.A. गठबंधन की मजबूती और एकजुटता
बिहार में लोकतंत्र की इस बड़ी दौड़ में I.N.D.I.A. गठबंधन ने सीट बंटवारे को लेकर जो समझौता किया है, वह विपक्ष की एकजुटता का मजबूत संकेत है। राहुल गांधी, लालू यादव और Mallikarjun Kharge जैसे बड़े नेताओं ने इस चर्चा में सक्रिय हिस्सा लिया है। गठबंधन ने संयुक्त रूप से बिहार में मजबूत सरकार बनाने की तैयारी की है, जिसका मकसद NDA को सत्ता से बाहर करना है। गठबंधन के अंदर सीट शेयरिंग में कुछ विवाद जरूर हैं, लेकिन इसे हल करने के लिए कांग्रेस और RJD के बीच सहयोग बढ़ा है। इस पूरे संवाद और सीट बंटवारे के डेडलॉक से निपटने की कोशिशों के बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए आप यहाँ क्लिक करें।
विपक्ष की रुकावट और NDA की प्रतिक्रिया
जहां I.N.D.I.A. गठबंधन ने सीट बंटवारे पर समझौता किया है, वहीं NDA अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे चुका है। भाजपा और उसके सहयोगी दल चुनावी मोर्चे पर जोरदार प्रयास कर रहे हैं। विरोधी गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे और उम्मीदवारों की घोषणा में देरी को NDA ने कमजोरी बताया है। लेकिन विपक्ष का कहना है कि सौहार्द से किया गया यह सीट बंटवारा उनकी जीत की कुंजी है।
VIP की बढ़ती राजनीतिक सक्रियता और मतदाता समीकरण
VIP प्रमुख मुकेश सहनी की पार्टी बिहार की राजनीति में तेजी से एक प्रभावशाली ताकत के रूप में उभर रही है। मछुआरा और पिछड़ा वर्ग जिस समुदाय का प्रतिनिधित्व करता है, उसकी संख्या बिहार की आबादी में लगभग 2.5% है, जो चुनावों में निर्णायक भूमिका निभाती है। VIP ने पिछले चुनावों में अपने प्रदर्शन से यह साबित किया है कि वे चुनावी समीकरण को प्रभावित कर सकते हैं। सहनी की रणनीति ने उन्हें बिहार की राजनीति में अहम खिलाड़ी बना दिया है।
“INDI Bloc is confused, hasn’t even finalised candidates yet.
NDA is heading for a historic win in Bihar.
It is for first time that an alliance is unable to decide number of seats they will contest even after nomination concludes.”
– Union Minister Chirag Paswan pic.twitter.com/w3pNy3cGwP
— News Arena India (@NewsArenaIndia) October 18, 2025
चुनावी तैयारियां और भविष्य के संभावित परिणाम
मौजूदा चुनाव सीजन में VIP और पूरे I.N.D.I.A. गठबंधन की रणनीति बिहार के चुनावी नतीजों पर बड़ा असर डालेगी। VIP के 15 सीटों पर चुनाव लड़ने की पुष्टि से गठबंधन की ताकत में बढ़ोतरी होगी, जिससे NDA को चुनौती मिल सकती है। मुकेश सहनी ने उपमुख्यमंत्री पद की मांग भी की है, जो गठबंधन के बीच सत्ता-साझेदारी की संभावित जटिलताओं को भी उजागर करता है। बिहार के राजनीतिक समीकरणों में यह चुनाव महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।
निष्कर्ष
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में VIP प्रमुख मुकेश सहनी की भूमिका निर्णायक रहेगी। उन्होंने गठबंधन के साथ सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे कर विपक्ष को मजबूती दी है। उनकी पार्टी की रणनीति और गठबंधन के अंदर की एकजुटता बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण परिवर्तन का संकेत देती है। बिहार के मतदाता इस बार बदलाव चाहते हैं और VIP की भूमिका इस बदलाव में निर्णायक सिद्ध हो सकती है।