🟩 भारतीय शतरंज का स्वर्णिम पल
FIDE Women’s World Cup 2025 में भारत की चार खिलाड़ियों ने जबरदस्त प्रदर्शन कर के दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। हरिका द्रोणावल्ली, कोनेरू हम्पी, दिव्या देशमुख और आर. वैषाली ने एक साथ क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। यह न सिर्फ भारतीय शतरंज के लिए गौरव का क्षण है, बल्कि यह दर्शाता है कि अब भारत महिला शतरंज में भी दुनिया की शीर्ष शक्ति बनने की ओर अग्रसर है।
भारत में शतरंज का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है और इन खिलाड़ियों की जीत ने इसे और मजबूत कर दिया है। इस प्रतियोगिता की खास बात यह रही कि हर राउंड में भारतीय खिलाड़ियों ने ना सिर्फ तकनीकी समझ दिखाई बल्कि मानसिक मजबूती और रणनीतिक कौशल से भी सभी को प्रभावित किया।
🟩 क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं चार भारतीय शेरनियां
FIDE Women’s World Cup 2025 का चौथा राउंड समाप्त हो चुका है और उसमें भारत की चार महिला ग्रैंडमास्टर्स ने जगह बनाई है:
हरिका द्रोणावल्ली, कोनेरू हम्पी, दिव्या देशमुख और आर. वैषाली।
इन चारों खिलाड़ियों ने न सिर्फ अपने-अपने विरोधियों को मात दी, बल्कि वह भी बेहद चुनौतीपूर्ण स्थितियों में। हर मुकाबला आखिरी मिनट तक कांटे का रहा, लेकिन भारत की ये बेटियां डटी रहीं और जीत का परचम लहराया।
मैच राउंड का संक्षिप्त विवरण:
- हरिका ने यूक्रेन की मजबूत खिलाड़ी अन्ना मुज़िचुक को हराया।
- हम्पी ने चीन की GM झू जिनएर को नॉकआउट किया।
- दिव्या देशमुख ने एक कठिन बुलेट टाईब्रेक में सर्बिया की जेनका अलेक्जेंड्रा को हराया।
- वैषाली ने रोमानिया की खिलाड़ी को शानदार एंडगेम से पराजित किया।
Grandmasters Koneru Humpy, D Harika and R Vaishali, and International Master Divya Deshmukh advance to quarterfinals of FIDE World Women’s Cup, scripting history as India became the first country to have four players in the tournament’s last-eight stage.
All four women won… pic.twitter.com/orTanPJIN3
— All India Radio News (@airnewsalerts) July 19, 2025
🟩 हरिका द्रोणावल्ली का अनुभव और संतुलन
33 वर्षीय हरिका द्रोणावल्ली भारतीय शतरंज की सबसे अनुभवी चेहरों में से एक हैं। उनके अनुभव का असर हर चाल में साफ दिखाई दिया। विशेषकर जब मुकाबले समय नियंत्रण की ओर बढ़े, हरिका ने संयम के साथ चालें चलीं।
हरिका की सबसे बड़ी ताकत उनकी क्लासिकल पोजिशनल स्टाइल है, जिससे वह अपने विरोधी को दबाव में लाने में माहिर हैं। उनका खेल देख कर ये समझ आता है कि अनुभव और संतुलन अगर साथ हो तो युवा खिलाड़ियों को भी मात दी जा सकती है।
🟩 कोनेरू हम्पी – भारतीय शतरंज की स्तंभ
हम्पी का नाम भारतीय शतरंज में एक प्रतिष्ठित स्थान रखता है। इस टूर्नामेंट में उन्होंने अपनी तकनीकी समझ और चेस बोर्ड पर मौजूद हर पोजिशन का भरपूर फायदा उठाया।
खास बात यह रही कि हम्पी ने अपने मुकाबले में कोई जल्दबाज़ी नहीं दिखाई। जब विरोधी आक्रामक हुआ, उन्होंने काउंटर अटैक से स्थिति को पलट दिया। क्वार्टर फाइनल में अब उनकी टक्कर भी एक मजबूत इंटरनेशनल प्लेयर से होगी, लेकिन जिस तरह का आत्मविश्वास उन्होंने दिखाया है, वह भारत के लिए सकारात्मक संकेत है।
🟩 दिव्या देशमुख – युवा जोश और बेखौफ चालें
दिव्या देशमुख, मात्र 18 वर्ष की उम्र में जो प्रदर्शन कर रही हैं, वह आश्चर्यचकित करने वाला है। उनका खेलने का तरीका एकदम अलग है — आक्रामक, तेज और बेखौफ। उन्हें पता है कि कब गेम को तेज करना है और कब शांत रहना है।
बुलेट टाईब्रेक में उनका धैर्य और निर्णय शक्ति देखने लायक थी। कई विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वर्षों में दिव्या देशमुख भारत की अगली महिला विश्व चैंपियन बन सकती हैं।
🟩 आर. वैषाली – शतरंज का नया चेहरा
प्रग्गनानंद की बहन और भारत की ओर से उभरता सितारा — आर. वैषाली इस बार बेहद गंभीर अंदाज में खेल रही हैं। उनका बोर्ड पर आत्मविश्वास देखने लायक है।
टैक्टिक्स और पोजिशनल प्ले में उन्होंने मैच दर मैच सुधार किया है। वैषाली का अब मुकाबला एक यूरोपीय टॉप सीड से है, लेकिन भारतीय फैन्स को उम्मीद है कि वह इस बार कुछ नया इतिहास रचेंगी।
FOUR INDIANS IN CHESS WOMEN’S WORLD CUP
Divya, Harika, Vaishali & Humpy will be playing their crucial Pre-QF matches from Tomorrow! pic.twitter.com/0tTlwe4IKv
— The Khel India (@TheKhelIndia) July 15, 2025
🟩 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और भारत में उत्साह
FIDE और अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भारत की इस ऐतिहासिक उपलब्धि को सराहा है। यूरोपीय चेस कम्युनिटी भी अब भारत को महिला शतरंज की बड़ी ताकत मानने लगी है।
भारत में सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल हो चुकी है। #IndianQueensInQuarters ट्रेंड कर रहा है और ट्विटर से लेकर इंस्टाग्राम तक हर जगह शतरंज प्रेमियों की बधाइयों का सिलसिला जारी है।
🟩 आगे क्या? क्वार्टरफाइनल में भारत की संभावनाएं
अब टूर्नामेंट का अगला चरण — क्वार्टरफाइनल और सेमीफाइनल — और भी रोचक होगा। खिलाड़ियों की जोड़ियां घोषित हो चुकी हैं और इनमें कड़ी टक्कर होने की संभावना है।
हरिका बनाम यूक्रेन की अन्ना, हम्पी बनाम चीन की ली तिंग, दिव्या और वैषाली की जोड़ी यूरोपीय टॉप खिलाड़ियों से भिड़ेगी।
अगर भारत की दो या अधिक खिलाड़ी सेमीफाइनल में पहुंचती हैं, तो यह विश्व शतरंज में भारत की नई सत्ता का संकेत होगा।
🟩 संबंधित लेख: प्रग्गनानंद ने मैग्नस कार्लसन को दी थी मात
भारतीय शतरंज की जीत की यह लहर अचानक नहीं आई है। इससे पहले भी
प्रग्गनानंद ने मैग्नस कार्लसन को हराकर इतिहास रचा था।
अब उनकी बहन वैषाली भी उसी रास्ते पर चल रही हैं। यह साबित करता है कि भारत का शतरंज अब हर आयाम में मजबूत हो रहा है।
🟩क्या यह भारत के लिए एक नया युग है?
हरिका, हम्पी, वैषाली और दिव्या – ये चार नाम अब सिर्फ खिलाड़ी नहीं, बल्कि प्रेरणा बन चुके हैं। इनकी जीत सिर्फ एक टूर्नामेंट की नहीं, बल्कि पूरे भारतीय खेल जगत की है।
अब जब वे क्वार्टरफाइनल की ओर बढ़ रही हैं, देशभर के चेस प्रेमियों की दुआएं उनके साथ हैं। क्या हम इस बार महिला शतरंज में विश्व चैंपियन देखेंगे? आने वाले मुकाबले इसका जवाब देंगे।