लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड एक बार फिर इतिहास रचता नजर आया। भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट मुकाबला एक ऐसी पटकथा बनकर उभरा जिसमें हर सत्र ने कहानी को नया मोड़ दिया। इस मैच में भारत ने जीत के बेहद करीब पहुंचकर उसे गंवा दिया, और इंग्लैंड ने 3 विकेट से मुकाबला अपने नाम कर लिया।
इस हार के साथ ही इंग्लैंड ने पांच मैचों की सीरीज़ में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली है। Anderson-Tendulkar ट्रॉफी के इस रोमांचक मुकाबले ने दर्शकों को एक बार फिर टेस्ट क्रिकेट की शुद्धता का अनुभव कराया।
भारत की पहली पारी: शुरुआत में लड़खड़ाहट
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन यह निर्णय शुरुआत में भारी पड़ता नजर आया। शुरुआती बल्लेबाज सस्ते में पवेलियन लौट गए। पिच से मिल रही हल्की हरकत का इंग्लैंड के गेंदबाजों ने पूरा फायदा उठाया।
भारत की पारी में सबसे स्थिर चेहरा बने Ravindra Jadeja, जिन्होंने मुश्किल समय में क्रीज पर डटे रहकर 61 अहम रन बनाए। उनके साथ कुछ अहम छोटी साझेदारियां भी हुईं, लेकिन टॉप ऑर्डर का फ्लॉप शो स्कोरबोर्ड पर साफ दिखाई दे रहा था। अंततः भारत ने पहली पारी में सिर्फ 197 रन बनाए।
इंग्लैंड की पहली पारी: जवाब में संतुलित प्रदर्शन
इंग्लैंड की शुरुआत भी भारत जैसी ही रही, लेकिन उनके मध्यक्रम ने स्थिति को संभाल लिया। Bairstow और Joe Root ने संयम के साथ खेलते हुए भारत के गेंदबाजों का डटकर सामना किया।
भारत की ओर से Ashwin और Bumrah ने कड़ी गेंदबाजी की, लेकिन मिडिल ऑर्डर में इंग्लैंड के संयम ने उन्हें पहली पारी में 222 तक पहुंचा दिया। इंग्लैंड ने 25 रनों की मामूली बढ़त हासिल कर ली थी, लेकिन मैच अभी भी बराबरी पर था।
भारत की दूसरी पारी: एक और संघर्ष
दूसरी पारी में भी भारत का टॉप ऑर्डर कुछ खास नहीं कर पाया। शुरुआत से ही विकेट गिरते रहे और टीम दबाव में नजर आई। Jadeja ने एक बार फिर फ्रंट से लीड लिया और 61 रन की एक और जुझारू पारी खेली।
उन्होंने निचले क्रम के साथ मिलकर स्कोर को 246 तक पहुंचाया, जिससे इंग्लैंड को जीत के लिए 222 रन का लक्ष्य मिला। अंतिम सेशन से पहले भारत ने मुकाबले को बराबरी पर खड़ा कर दिया था।
All banter aside, that was an incredible Test match between two brilliant teams 👏
Commiserations to India, who more than played their part in a remarkable five days of cricket 🤝#ENGvIND pic.twitter.com/HmXfv4rdIm
— England’s Barmy Army 🏴🎺 (@TheBarmyArmy) July 14, 2025
इंग्लैंड की दूसरी पारी: आखिरी सेशन में पलटा पासा
मैच का आखिरी सेशन असली रोमांच लेकर आया। इंग्लैंड की शुरुआत लड़खड़ाती रही – शुरुआती तीन विकेट तेजी से गिरे। लेकिन फिर आए कप्तान Stokes और Jonny Bairstow, जिन्होंने जिम्मेदारी से बल्लेबाजी करते हुए पारी को स्थिर किया।
भारत ने Ashwin और Bumrah की अगुआई में दबाव बनाए रखा। जैसे ही मैच आखिरी घंटे में पहुंचा, हर गेंद पर टेंशन साफ झलकने लगी। फील्डर्स लगातार अपील कर रहे थे, कप्तान फील्डिंग बदल रहे थे, और दर्शक अपनी सीट से चिपके हुए थे।
आखिरकार, tailenders ने संयम दिखाया और इंग्लैंड ने लक्ष्य हासिल कर लिया – 7 विकेट पर 222 रन बनाकर मैच अपने नाम किया।
Jadeja की पारी: संयम और संघर्ष का प्रतीक
इस मैच में Ravindra Jadeja का प्रदर्शन बेहतरीन रहा। दोनों पारियों में 61-61 रनों की पारी खेलकर उन्होंने अकेले दम पर टीम को बनाए रखा। उनके शॉट्स में आक्रामकता कम और रणनीतिक संतुलन ज्यादा था।
वो ना केवल रन बनाए बल्कि समय भी बिताया – जो टेस्ट क्रिकेट में सबसे महत्वपूर्ण होता है। पर दुखद यह रहा कि उनकी मेहनत टीम को जीत दिलाने में नाकाम रही।
कप्तानी और रणनीति: कहां चूकी टीम इंडिया
कप्तान Rohit Sharma के लिए यह मैच रणनीति के लिहाज से कड़ा इम्तिहान साबित हुआ। कुछ अहम मौकों पर गेंदबाज बदलने या फील्ड सेटिंग में देरी देखने को मिली। वहीं इंग्लैंड के कप्तान Stokes ने सूझ-बूझ भरे फैसले लेकर टीम को जीत दिलाई।
फर्क इस बात ने पैदा किया कि किस कप्तान ने दबाव के समय बेहतर निर्णय लिए।
निचले क्रम की जीत में भूमिका
इंग्लैंड की जीत में सबसे कम सराही गई लेकिन सबसे बड़ी भूमिका निभाई उनकी lower-order batting ने। No. 8 से No. 10 तक के बल्लेबाजों ने विकेट बचाकर रन बनाए, जबकि भारत के गेंदबाजों ने उन्हें जल्द आउट करने का दबाव बनाने की कोशिश की।
इनकी समझदारी और धैर्य से इंग्लैंड को जीत मिली। यही Test cricket की खूबसूरती है – हर खिलाड़ी अहम हो सकता है।
मैच से सबक और आगे की रणनीति
भारत को इस मैच से कई सबक मिले।
- टॉप ऑर्डर को जिम्मेदारी लेनी होगी
- रणनीति में लचीलापन दिखाना होगा
- निचले क्रम को भी योगदान देना सीखना होगा
अब सीरीज़ का चौथा मुकाबला निर्णायक बन चुका है, और टीम इंडिया को वापसी के लिए मानसिक रूप से और ज्यादा तैयार रहना होगा।
इतिहास में दर्ज हुआ रोमांच
Lord’s का यह टेस्ट मैच इतिहास में उन क्लासिक मुकाबलों में शामिल हो गया है जिन्हें क्रिकेट प्रेमी सालों तक याद रखेंगे। Ravindra Jadeja की लड़ाकू पारी, इंग्लैंड की संयमित रन चेज़ और अंतिम सेशन का रोमांच – इस मैच ने सब कुछ दिया।
अब नजरें चौथे टेस्ट पर होंगी, जहां भारत की कोशिश होगी बराबरी करने की और इंग्लैंड की सीरीज़ जीतने की।