TVF की चर्चित वेब सीरीज Panchayat 4 ने एक बार फिर दर्शकों को फुलेरा की सादगी से जोड़ दिया है।
हालांकि इस सीज़न के आते ही एक हटाए गए किस सीन को लेकर सोशल मीडिया पर हलचल मच गई।
सीन जीतेंद्र कुमार और सानविका के बीच फिल्माया गया था, लेकिन आखिरी एपिसोड में इसे दिखाया ही नहीं गया।
इसने दर्शकों के बीच सवाल खड़े कर दिए कि – क्या यह क्रिएटिव फैसला था या कोई दबाव?
🟢 जीतेंद्र कुमार ने तोड़ी चुप्पी – “सीन को फनी बनाना था”
पंचायत में अभिषेक त्रिपाठी का किरदार निभा रहे अभिनेता जीतेंद्र कुमार ने हाल ही में एक इंटरव्यू में इस विवादित सीन को लेकर खुलकर बात की।
उन्होंने बताया,
“हम इस सीन को awkwardly funny बनाना चाहते थे, न कि सीरियस रोमांटिक।”
उनके मुताबिक, सीन स्क्रिप्ट का हिस्सा था और शूट भी किया गया, लेकिन जब इसे एडिटिंग टेबल पर देखा गया तो टीम को लगा कि यह शो की टोन से मेल नहीं खा रहा।
🔵 Sanvikaa के साथ रोमांस या भावनात्मक गहराई?
सानविका, जो रिंकी का किरदार निभा रही हैं, और जीतेंद्र के बीच एक सुंदर केमिस्ट्री दिखाई गई है।
लेकिन यह केमिस्ट्री कहीं भी मजबूरी या बनावटी नहीं लगी।
टीम की सोच स्पष्ट थी –
“हम रिश्ते दिखाना चाहते थे, रोमांटिक क्लिच नहीं।”
इसलिए उस किस सीन को हटाकर इमोशनल कनेक्शन को ही प्रमुख रखा गया।
🟣 क्यों हटाया गया था सीन – मंच, माहौल और मकसद
जीतेंद्र ने साफ किया कि वे इस तरह के सीन से कभी असहज नहीं रहे।
उन्होंने कहा,
“मैं पहले भी ऑनस्क्रीन किस कर चुका हूं – यहां तक कि आयुष्मान खुराना के साथ भी।”
(‘Shubh Mangal Zyada Saavdhan’ में)
लेकिन Panchayat की खासियत यही है कि यह साधारण और सच्ची दुनिया को दर्शाती है।
इसलिए अगर कोई सीन इस सहजता को तोड़े, तो उसे हटाना ही बेहतर समझा गया।
EXCLUSIVE: What #ZindagiNaMilegiDobara did for Spain, #Panchayat is doing for Mahodiya aka Phulera; #Sanvikaa spills the beans; reveals on the kiss scene in initial draft: “#JitendraKumar assured me, ‘If you are not comfortable, no one would force you’”https://t.co/Vrus9YMnuD
— BollyHungama (@Bollyhungama) July 7, 2025
🟡 फैंस की राय – नाराजगी और सराहना दोनों
सोशल मीडिया पर फैंस का रिएक्शन दो हिस्सों में बंटा दिखा।
कुछ ने कहा –
“इतना buildup था, और आख़िर में कुछ नहीं दिखाया गया।”
जबकि कई दर्शकों ने इस फैसले को बेबाक क्रिएटिव निर्णय माना।
उनका मानना था कि बिना दिखाए भी बहुत कुछ महसूस कराया गया।
🔶 क्या Panchayat अब पहले जैसी नहीं रही?
सीन के हटने से जुड़ी इस बहस के साथ-साथ दर्शकों के मन में एक और बड़ा सवाल उठने लगा –
क्या Panchayat अब वही ‘फुलेरा वाली फील’ नहीं दे रही जो पहले देती थी?
दरअसल, सीज़न 4 के रिलीज़ के बाद दर्शकों ने कई जगह यह प्रतिक्रिया दी कि शो की आत्मा कहीं खो गई है।
कई लोगों का मानना है कि अब वो कनेक्शन नहीं बचा जो शुरूआती सीज़न्स में था। इस संदर्भ में हमारी विस्तारपूर्वक समीक्षा भी देखें –
Panchayat Season 4: क्या फुलेरा से टूटा दर्शकों का जुड़ाव?
यह लेख दर्शाता है कि कैसे दर्शक खुद को शो से कम जुड़ा महसूस कर रहे हैं, भले ही अभिनय और निर्देशन अभी भी मजबूत हैं।
🟤 क्रिएटिव स्वतंत्रता बनाम दर्शकों की अपेक्षाएं
अब सवाल ये उठता है कि क्या इस तरह के सीन हटाना एक रचनात्मक स्वतंत्रता का हिस्सा है या फिर प्लेटफॉर्म की सीमाएं?
Panchayat जैसे शो के लिए, जहां भावनाओं की गहराई और स्थानीयता ही उसकी जान हैं, वहां शायद दर्शकों को ज्यादा दिखाने की ज़रूरत नहीं।
जीतेंद्र का यही कहना था –
“हमने दिखाया उतना ही काफी था। अगर ज्यादा दिखाते तो शायद सच्चाई कम लगती।”
🟢 Panchayat की सरलता ही उसकी ताकत है
Panchayat जैसी सीरीज में सीन कट करना कोई सेंसरशिप नहीं, बल्कि शो की टोन बनाए रखने की कोशिश मानी जानी चाहिए।
जहां आजकल हर वेब सीरीज में जरूरत से ज्यादा बोल्डनेस दिखाई जाती है, वहीं Panchayat ने एक बार फिर साधारणता को खास बना दिया है।
🟩बिना Kiss भी कहानी पूरी थी
शो के निर्माता और अभिनेता दोनों ने यह साबित कर दिया कि एक मजबूत कहानी को दिखाने के लिए जरूरी नहीं कि सब कुछ दिखाया ही जाए।
कभी-कभी संकेत ही सीन से ज्यादा गहरा असर डालते हैं।
इसलिए, बिना उस किस सीन के भी Panchayat 4 दर्शकों से जुड़ पाया – और यही इसकी खूबी है।
🙋♀️ आपका क्या कहना है?
क्या आपको लगता है कि Panchayat 4 में उस सीन को दिखाना चाहिए था?
या आपको भी लगता है कि कम दिखाना ही ज्यादा प्रभावशाली था?
नीचे कमेंट में अपनी राय ज़रूर दें – हमें जानकर खुशी होगी!