म्यांमार और बैंकॉक में आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। इस आपदा में अब तक 1,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.8 मापी गई, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरातफरी मच गई।
भारत समेत कई देशों ने तुरंत राहत कार्यों में सहायता भेजी। भारतीय वायुसेना ने 15 टन राहत सामग्री म्यांमार के यांगून शहर में पहुंचाई है। राहत सामग्री में खाने-पीने की चीजें, दवाइयां और टेंट शामिल हैं। इस त्रासदी से प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द मदद पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
#WATCH | Delhi | Speaking at the TV9 Summit, PM Narendra Modi says, “Natural disasters cause huge damage to infrastructure. An earthquake struck Myanmar today and we saw buildings collapsing. India took the initiative to create an organisation like the Coalition for Disaster… pic.twitter.com/YhZejT8zOl
— ANI (@ANI) March 28, 2025
भूकंप का केंद्र और तीव्रता
भूकंप का केंद्र म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र में था, जो एक भूकंप प्रवण क्षेत्र है। इसके झटके बैंकॉक और आसपास के कई क्षेत्रों में महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 6.8 थी, जिसके कारण बड़े पैमाने पर इमारतें धराशायी हो गईं।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह भूकंप टेक्टोनिक प्लेट्स के टकराव के कारण आया। इस क्षेत्र में पहले भी कई बार भूकंप आ चुके हैं, लेकिन इस बार नुकसान काफी अधिक हुआ है।
Catastrophic M7.7 #Earthquake in #Mynamar rocking Bangladesh, Laos and China as well. 200 dead so far but the death toll will be very high. The #MandalayEarthquake occurred as a result of Strike-Slip faulting between Indian and Eurasian plates. #MyanmarEarthquake #BurmaEarthquake pic.twitter.com/KoOVBvlXWa
— Dr. Asim Yousafzai (@asimusafzai) March 28, 2025
घटना का लाइव अपडेट
भूकंप स्थानीय समयानुसार रात 11:45 बजे आया, जब अधिकांश लोग अपने घरों में सो रहे थे। इसके बाद कई आफ्टरशॉक्स भी आए, जिससे दहशत और बढ़ गई। बचाव कार्य शुरू करने में मुश्किलें आईं, क्योंकि कई जगहों पर सड़कें टूट गई थीं।
Video showing people being rescued from the rubles of the collapsed buildings in the devastating earthquake happened in Mayanmar which was having 7.7 magnitude !!
Prayers for Myanmar 🇲🇲 🙏🏻#earthquake #myanmarearthquake pic.twitter.com/yn48CrrE3m
— Chaitali Mukherjee 🇮🇳 (@IamChaitali321) March 28, 2025
मौतों और नुकसान का आंकड़ा
अब तक 1,000 से अधिक लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है। हजारों लोग घायल हुए हैं और कई लापता बताए जा रहे हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, म्यांमार और बैंकॉक में सैकड़ों इमारतें गिर गईं, जिसमें स्कूल, अस्पताल और रिहायशी क्षेत्र शामिल हैं। राहत टीमों के लिए मलबे में फंसे लोगों को निकालना बड़ी चुनौती बन गया है।
Breaking 🚨 Mayanmar 🇲🇲
The latest video from Mandalay, Myanmar, shows people screaming and crying after a powerful earthquake of 7.3 and 7.7 magnitude struck. pic.twitter.com/SSt1VCjnio
— Islamist Cannibal (@Raviagrawal300) March 28, 2025
भारत और अन्य देशों की मदद
भारत ने इस आपदा के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए 15 टन राहत सामग्री म्यांमार भेजी है। इस सामग्री में खाने-पीने की चीजें, दवाइयां और टेंट शामिल हैं। इसके अलावा, भारत ने एक मेडिकल टीम भी भेजी है, जो घायलों का इलाज कर रही है।
The devastating earthquake has left our neighbouring countries in shambles. Especially Mayanmar, where hundreds of people have been reported dead, and thousands are still missing.
In this difficult time, the people of India stand with the people of Mayanmar. Our government under… pic.twitter.com/TLPryZMgiM
— Raju Bista (@RajuBistaBJP) March 29, 2025
अन्य देशों जैसे चीन, जापान और अमेरिका ने भी सहायता भेजी है। संयुक्त राष्ट्र ने भी प्रभावित क्षेत्रों में सहायता भेजने का आश्वासन दिया है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
लोग सोशल मीडिया पर इस त्रासदी के बारे में चर्चा कर रहे हैं। कई लोग दान देने और प्रभावित लोगों की मदद करने की अपील कर रहे हैं। कुछ उपयोगकर्ता सरकार से राहत कार्यों में तेजी लाने की मांग कर रहे हैं।
विशेषज्ञों की राय और आगे की संभावना
भूकंप विशेषज्ञों का मानना है कि इस क्षेत्र में आगे भी आफ्टरशॉक्स आ सकते हैं। उन्होंने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
सरकार द्वारा भविष्य में इस तरह की आपदाओं से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि जान-माल के नुकसान को कम किया जा सके।
निष्कर्ष
इस विनाशकारी भूकंप ने हजारों लोगों की जिंदगी छीन ली और अनगिनत परिवारों को बेघर कर दिया। हालांकि, राहत और बचाव कार्य तेजी से किए जा रहे हैं, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।
सरकार और आम नागरिकों को मिलकर इस संकट से उबरने की कोशिश करनी चाहिए। क्या आप इस आपदा से जुड़ी किसी जानकारी से अवगत हैं? अपनी राय और सुझाव नीचे कमेंट करें।