अरे भई, ये Olympic day है क्या?
हर कोई ओलंपिक खेलों के बारे में तो जानता है, लेकिन ओलंपिक डे क्या है, ये शायद बहुत लोग नहीं जानते।
असल में ये दिन उस दिन की याद में मनाया जाता है जब ओलंपिक की नींव रखी गई थी — 23 जून 1894।
1948 में पहली बार यह दिन दुनिया भर में मनाया गया। मकसद था —
लोग खेलें, उठें, चलें, एक्टिव रहें।
इसका सीधा सा मतलब है —
“खेल सिर्फ मैदान की चीज़ नहीं है, ये तो ज़िंदगी को जीने का तरीका है।”
वैसे शरीर को चलाने की बात हो और योग का ज़िक्र न हो, तो बात अधूरी ही लगेगी। यही वजह है कि कई संस्थाएं इस बार ओलंपिक डे पर योगा सेशन्स भी करवा रही हैं। अगर आप भी योग से शुरुआत करना चाहते हैं, तो यह 10 मिनट की आसान योगा रूटीन गाइड आपके लिए एक बेहतरीन शुरुआत हो सकती है। इसमें इंटरनेशनल योगा डे 2025 की थीम और उसका महत्व भी बताया गया है।
UGC encourages Higher Education Institutions to commemorate Olympic Day on 23rd June 2025 by organising sporting events and fitness activities that promote the Olympic values of excellence, friendship, and respect.
Let’s inspire students to embrace sports and a healthy… pic.twitter.com/qcQJ4WOwfg
— UGC INDIA (@ugc_india) June 18, 2025
इस बार की थीम: “लेट्स मूव इंडिया”
हर साल ओलंपिक डे की एक थीम होती है।
2025 की थीम है — “Let’s Move India”, यानि चलो कुछ करें, सिर्फ सोचें नहीं।
अब बात सिर्फ फिट रहने की नहीं है। बात है कि हम सब — चाहे छोटे शहर में रहें या किसी गांव में — थोड़ा-सा वक़्त अपने शरीर के लिए निकालें।
जरा सोचिए — सुबह की हल्की दौड़, दोस्तों के साथ मिलकर साइक्लिंग या बच्चों के साथ एक छोटा फुटबॉल गेम।
इतना करना भी आज की भागती-दौड़ती जिंदगी में किसी जीत से कम नहीं।
कब है olympic day? और क्या-क्या होगा?
📅 तारीख तो तय है — 23 जून, 2025।
इस दिन देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग मिलकर चलेंगे, दौड़ेंगे और मुस्कुराएंगे।
बड़े शहरों में Olympic Day Run, स्कूलों में खेल कार्यक्रम, युवाओं के लिए सोशल मीडिया चैलेंज और गांवों में स्थानीय खेल
सिर्फ सरकार ही नहीं, बहुत सारी प्राइवेट संस्थाएं और फिटनेस ग्रुप भी इसमें हिस्सा लेंगे।
Let’s celebrate the spirit of sports and movement on this global day of action. Let’s move, let’s run, let’s unite this Olympic Day!
Join the Olympic Day Run, 2025, this Sunday 22nd June, 6.30am onwards. Follow the details on the image! 🙌🏽#WeAreTeamIndia | #OlympicDay pic.twitter.com/8PeZFwLRJk— Team India (@WeAreTeamIndia) June 21, 2025
भारत तैयार है — दिल से भी और जूतों से भी
अब खेलों को लेकर जोश तो हमेशा से रहा है, लेकिन इस बार कुछ अलग है।
“Let’s Move India” सिर्फ थीम नहीं, एक कोशिश है कि हर कोई भाग ले, चाहे छोटा हो या बड़ा।
- दिल्ली में बड़े पैमाने पर दौड़ की योजना है
- लखनऊ और जयपुर में स्कूली बच्चे हिस्सा लेंगे
- कुछ गांवों में पंचायत स्तर पर कबड्डी और खो-खो मैच होंगे
- महिलाएं भी बड़ी संख्या में जुड़ रही हैं — यही तो असली बदलाव है
इतिहास तो जानना ही चाहिए ना!
जब बात किसी खास दिन की होती है, तो थोड़ा पीछे जाकर देखना ज़रूरी हो जाता है।
ओलंपिक डे की शुरुआत हुई थी 1948 में, लेकिन जिसकी याद में मनाया जाता है वो दिन था 23 जून 1894, जब आधुनिक ओलंपिक गेम्स की नींव रखी गई।
पहले सिर्फ कुछ देशों ने मनाया, आज सैकड़ों देश जुड़ चुके हैं।
और अब तो डिजिटल प्लेटफॉर्म भी इसका हिस्सा बन गए हैं।
मोबाइल से मैदान तक — डिजिटल भी जुड़ा है
अब जमाना मोबाइल का है, तो ओलंपिक डे भी कहां पीछे रहने वाला!
- YouTube पर लोग रनिंग की वीडियो डाल रहे हैं
- Instagram पर चल रहा है #LetsMoveIndia चैलेंज
- Fit India Movement भी इससे जुड़ा है
- Apps के ज़रिए लोग अपने कदम गिन रहे हैं और दूसरों को चुनौती दे रहे हैं
मतलब ये कि आप चाहें तो घर में रहकर भी हिस्सा ले सकते हैं।
ये सिर्फ एक दिन नहीं — सोच बदलने का मौका है
कई बार लोग सोचते हैं, “एक दिन कुछ करने से क्या होगा?”
सही बात है… लेकिन अगर एक दिन से आदत बन जाए, तो?
अगर हम साल में एक दिन अपने शरीर के लिए निकलें, तो धीरे-धीरे यही आदत बन सकती है — और वही आदत ज़िंदगी बदल देती है।
ओलंपिक डे यही कहता है — खुद के लिए कुछ करो, और साथ में दूसरों को भी जोड़ो।
आपका क्या प्लान है इस ओलंपिक डे पर?
- क्या आप सुबह थोड़ी देर वॉक करेंगे?
- क्या बच्चों को लेकर मैदान जाएंगे?
- या ऑफिस में कोई छोटा फिटनेस चैलेंज शुरू करेंगे?
जो भी करें, बस एक काम ज़रूर करें — कमेंट में बताइए कि इस ओलंपिक डे पर आप क्या खास करने वाले हैं।
आपके जवाब दूसरों को भी प्रेरणा देंगे।
✍️ आखिर में एक बात…
ओलंपिक डे किसी एक खिलाड़ी या एक देश का जश्न नहीं है।
ये हम सबका दिन है — चाहे हम कितने भी बिज़ी क्यों न हों, एक मौका तो बनता है खुद के लिए।
चलो, इस बार सिर्फ पोस्ट शेयर न करें —
खुद चलें, और किसी और को भी चलने के लिए साथ ले चलें।