रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने इस बार आखिरकार वह मुकाम हासिल कर लिया जिसका फैंस सालों से इंतजार कर रहे थे—IPL चैंपियन का ताज। जीत के बाद पूरे शहर में जश्न का माहौल था, लेकिन चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जो हुआ, उसने इस खुशी को गहरे शोक में बदल दिया। भारी भीड़, नाकाफी व्यवस्था और अव्यवस्थित सुरक्षा ने 11 लोगों की जान ले ली।
एक ऐतिहासिक जीत का उत्सव चंद पलों में मौत की साजिश बन गया।
⚠️ कैसे हुआ हादसा: हादसे की पूरी कहानी
28 मई की शाम को RCB के खिलाड़ियों का भव्य स्वागत आयोजित किया गया था। यह आयोजन चिन्नास्वामी स्टेडियम में आयोजित किया गया, जहां लाखों प्रशंसक अपनी टीम को विजेता के रूप में देखने पहुंचे। भीड़ इतनी अधिक थी कि स्टेडियम के बाहर अफरातफरी का माहौल बन गया।
भीतर जाने की होड़, धक्का-मुक्की और पुलिस की लाठीचार्ज से हालत और बिगड़ गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, भगदड़ में 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
👁️🗨️ चश्मदीदों और पुलिस का बयान
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि व्यवस्था पूरी तरह विफल थी। कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं था, ना ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उचित संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद थे।
एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, “हमने तो बस अपनी टीम को एक झलक देखने की कोशिश की थी, लेकिन वहां अफरातफरी और घबराहट का ऐसा मंजर था कि सांस लेना भी मुश्किल हो गया।”
पुलिस का कहना है कि भीड़ के अनुमान से कहीं अधिक लोग पहुंच गए थे, और हालात अचानक नियंत्रण से बाहर हो गए।
11+ dead, 50+ injured in RCB victory parade stampede.
Kohli, RCB & fans still celebrating.
Humanity lost. 💔#ChinnaswamyStadium pic.twitter.com/nKk0I0wGDd— Jayprakash Tiwari 🇮🇳 (@JPIDN) June 4, 2025
🚧 आयोजन समिति और RCB प्रबंधन पर उठे सवाल
हादसे के बाद सबसे बड़ी बहस RCB प्रबंधन और आयोजकों की जिम्मेदारी को लेकर छिड़ गई है। आयोजक इस बात का अंदाज़ा नहीं लगा सके कि टीम की पहली जीत के बाद फैंस कितनी संख्या में पहुंचेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि टिकट प्रणाली, स्टेडियम के बाहर के बैरिकेड्स और एंट्री गेट्स का संचालन पूरी तरह लचर था। पुलिस और निजी सुरक्षा कर्मियों के बीच कोई तालमेल नहीं था।
🔥 सोशल मीडिया पर गुस्सा, पूर्व खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद ट्विटर और इंस्टाग्राम पर लोगों का गुस्सा साफ नजर आया। लोगों ने #RCBStampede और #JusticeForFans जैसे हैशटैग ट्रेंड करवा दिए।
पूर्व श्रीलंकाई क्रिकेटर और वर्ल्ड कप विजेता ने कड़ा बयान दिया:
“RCB मैनेजमेंट ने बड़ी गलती की है। ऐसा आयोजन इस तरह नहीं किया जाना चाहिए था।”
कई क्रिकेट विशेषज्ञों और पत्रकारों ने भी कहा कि यह जीत के जश्न का अपमान है, जिसमें लोगों की जान चली गई।
RCB की जीत के बाद चिन्नास्वामी स्टेडियम में भले ही हादसा हुआ, लेकिन इससे पहले के सेलिब्रेशन के पल भी फैंस के दिलों में बस गए। खासकर विराट कोहली और रजत पाटीदार की डांस परफॉर्मेंस ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरीं। इस खूबसूरत पल को हमने विस्तार से इस रिपोर्ट में कवर किया है, जहां दोनों खिलाड़ियों का जश्न में झूमना फैंस के लिए किसी तोहफे से कम नहीं था।
🧾 प्रशासन की जांच और प्रारंभिक रिपोर्ट
कर्नाटक सरकार ने एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन किया है। CCTV फुटेज, एंट्री लॉग्स, और इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों के अनुबंधों की समीक्षा की जा रही है।
पुलिस आयुक्त का कहना है कि,
“इस घटना के लिए दोषी व्यक्तियों को बख्शा नहीं जाएगा। यह न सिर्फ लापरवाही है, बल्कि एक आपराधिक गलती भी हो सकती है।”
📋 भविष्य के लिए क्या सीख?
यह हादसा सिर्फ एक आयोजन की विफलता नहीं है, बल्कि यह सुरक्षा और व्यवस्था की उस लापरवाही का नतीजा है जो भारत में सार्वजनिक आयोजनों के दौरान आम हो गई है।
क्रिकेट जैसे इमोशनल खेल में जहां फैंस अपनी भावनाएं जोड़ते हैं, उनकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
विशेषज्ञ मानते हैं कि आगे से बड़े आयोजनों के लिए एक स्पष्ट SOP (Standard Operating Procedure) लागू करना जरूरी है।
📌 RCB की छवि पर असर: जीत की चमक फीकी
RCB ने जो सालों में नहीं किया, वह इस साल कर दिखाया। लेकिन जीत की ये तस्वीर अब धुंधली हो चुकी है। सोशल मीडिया और आम जनता की नजरों में अब सवाल उठते हैं कि क्या यह जश्न जरूरी था?
RCB की ट्रॉफी पर सवाल नहीं उठ रहे, लेकिन जश्न के प्रबंधन पर जरूर उठ रहे हैं।
🗣️ पाठकों से सवाल – आपकी राय क्या है?
क्या बड़े आयोजनों के लिए भीड़ प्रबंधन को और सख्त बनाया जाना चाहिए? क्या आयोजकों को जनता की सुरक्षा के लिए जवाबदेह ठहराना चाहिए?
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