arjuna ranatunga – श्रीलंका के रिश्वत आयोग के अनुसार, श्रीलंका के वर्ल्ड कप जीतने वाले पूर्व कप्तान और मंत्री arjuna ranatunga को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया जाएगा। श्रीलंका के डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, उन पर आरोप है कि उन्होंने ज़्यादा कीमतों पर स्पॉट टेंडर लागू करके सीलोन पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (CPC) को लगभग 800 मिलियन रुपये का नुकसान पहुंचाया।
CIABOC ने कोर्ट में क्या कहा?
रिपोर्ट में कहा गया है कि रिश्वत या भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने वाले आयोग (CIABOC) ने सोमवार को चीफ मजिस्ट्रेट कोर्ट को बताया कि वे पूर्व arjuna ranatunga को गिरफ्तार करने पर काम कर रहे हैं।
डेली मिरर ने बताया कि रिश्वत आयोग की ओर से मौजूद असिस्टेंट डायरेक्टर – लीगल अनुषा समंदप्पेरुमा ने कोर्ट को यह तब बताया जब सीलोन पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन के पूर्व चेयरमैन धम्मिका रणतुंगा को भ्रष्टाचार के आरोपों में कोर्ट में पेश किया गया था।
असिस्टेंट डायरेक्टर अनुषा समंथप्पेरुमा ने कोर्ट को बताया कि 2017-2018 के लिए फ्यूल खरीदने के लिए सीलोन पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन के तीन लॉन्ग-टर्म टेंडर रद्द कर दिए गए थे। उन्होंने यह भी कहा कि ज़्यादा कीमतों पर स्पॉट टेंडर के साथ आगे बढ़ने के फैसले से कॉर्पोरेशन को लगभग 800 मिलियन रुपये का नुकसान हुआ।
धम्मिका रणतुंगा की गिरफ्तारी और कोर्ट की कार्यवाही
डेली मिरर के अनुसार, उन्होंने कहा कि इसी दावे के कारण धम्मिका रणतुंगा को गिरफ्तार किया गया और कोर्ट में लाया गया। चेयरमैन रहे रणतुंगा पहले संदिग्ध हैं, और पेट्रोलियम संसाधन विकास के पूर्व मंत्री अर्जुन रणतुंगा दूसरे संदिग्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों संदिग्धों को गिरफ्तार करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। समंथप्पेरुमा ने कहा कि अर्जुन रणतुंगा को सोमवार को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश नहीं किया जा सका क्योंकि वह फिलहाल देश से बाहर हैं। उन्होंने कोर्ट से इस मामले में दखल देने और संदिग्ध को हिरासत में रखने का आदेश जारी करने का अनुरोध किया, और कहा कि घटना की जांच अभी भी जारी है।
डेली मिरर ने यह भी बताया कि संदिग्ध के वकील सालिया पियर्स ने कोर्ट को बताया कि उनके क्लाइंट जांच में सहयोग कर रहे हैं और उन्होंने बेल एक्ट के अनुसार सही शर्तों पर उन्हें जमानत पर रिहा करने का अनुरोध किया।





















