आज संसद के मानसून सत्र का 12वां दिन रहा, और यह दिन रणनीतिक, राजनीतिक और सियासी घटनाक्रमों से भरपूर नजर आया। NDA द्वारा संसद भवन में बुलाई गई उच्चस्तरीय बैठक से संकेत मिले कि सत्तारूढ़ गठबंधन आने वाले चुनावी सीज़न और सत्र की रणनीति को धार देने में जुट चुका है। वहीं विपक्ष भी संसद के भीतर और बाहर अपने तेवरों में कोई कमी नहीं दिखा रहा।
🧩 NDA की रणनीतिक बैठक: क्या रहा मुख्य एजेंडा?
NDA की बैठक संसद भवन में आयोजित हुई, जिसमें पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी समेत कई प्रमुख चेहरे शामिल रहे। इस बैठक में मुख्य रूप से सत्र के शेष दिनों में विपक्ष की संभावित रणनीति का जवाब कैसे दिया जाए, इस पर मंथन हुआ।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में यह तय किया गया कि सरकार को सकारात्मक एजेंडे के साथ आगे बढ़ना है। संसद में लंबित विधेयकों पर चर्चा को आगे बढ़ाने के लिए सहयोगी दलों से सक्रिय समर्थन मांगा गया। बिहार SIR विवाद को लेकर भी यह तय हुआ कि पार्टी की ओर से जवाब संयमित और तथ्यात्मक होना चाहिए।
👥 PM मोदी और अन्य नेताओं की मौजूदगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस बैठक में सक्रिय भागीदारी ने संदेश दिया कि सरकार इस सत्र को सिर्फ एक औपचारिकता नहीं मान रही, बल्कि उसे राजनीतिक विमर्श के केंद्र में लाना चाहती है। उन्होंने सभी सांसदों से संसद में अधिकाधिक उपस्थिति सुनिश्चित करने और विपक्ष के आरोपों का शांतिपूर्ण ढंग से जवाब देने की अपील की।
वित्त मंत्री सीतारमण ने आर्थिक विषयों पर चर्चा के लिए सहयोगी दलों से ब्रीफिंग की पेशकश की। अमित शाह ने आंतरिक सुरक्षा और नए विधेयकों पर सहयोग के महत्व को रेखांकित किया।
#WATCH | Delhi: PM Narendra Modi leaves after NDA Parliamentary Party meeting concludes. pic.twitter.com/T9czYXH9zL
— ANI (@ANI) August 5, 2025
🔥 बिहार SIR विवाद पर सियासत गरमाई
बिहार में SIR (Special Industrial Region) की स्थापना को लेकर केंद्र सरकार और राज्य के नेताओं के बीच मतभेद गहराते जा रहे हैं। संसद में इस मुद्दे पर लगातार तीखी बहस हो रही है। विपक्ष का आरोप है कि यह योजना क्षेत्रीय असमानता को और बढ़ाएगी, जबकि सरकार इसे विकास का मॉडल मान रही है।
सत्र के दौरान बिहार SIR मुद्दे पर जमकर नारेबाज़ी हुई। विपक्ष ने इसे जनविरोधी निर्णय करार दिया, वहीं सत्तापक्ष ने तथ्यों और लाभों की सूची पेश कर इसका बचाव किया।
🏛️ लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा: विपक्ष का विरोध प्रदर्शन
दिनभर की कार्यवाही में लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही बार-बार बाधित हुईं। विपक्षी सांसदों ने केंद्र सरकार पर जनहित की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए सभापति के वेल तक पहुंचकर नारेबाज़ी की।
राज्यसभा में विपक्ष ने महंगाई, बेरोज़गारी और महिला सुरक्षा जैसे विषयों पर तत्काल चर्चा की मांग की, लेकिन सभापति द्वारा विषय सूची से हटाकर अन्य मुद्दों को प्राथमिकता देने पर नाराज़गी जताई गई। लोकसभा में भी ‘Question Hour’ के दौरान कई बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
⚔️ राहुल गांधी बनाम नरेंद्र मोदी: आरोप-प्रत्यारोप
सत्र के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच तीखा वाक्युद्ध देखा गया। राहुल गांधी ने NDA सरकार को जनविरोधी और लोकतंत्र विरोधी बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि संसद में विपक्ष की आवाज़ को दबाया जा रहा है।
इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि देश की जनता को भ्रमित करने का प्रयास बार-बार किया गया है, लेकिन सच को दबाया नहीं जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि विकास के काम बोलते हैं, न कि राजनीतिक बयानबाज़ी।
दोनों नेताओं के बीच यह जुबानी जंग आज के सत्र की सबसे चर्चित घटनाओं में से एक रही।
👩💼 महिला आरक्षण, बेरोज़गारी और युवाओं का मुद्दा
विपक्ष की ओर से महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा की मांग जोरशोर से उठाई गई। साथ ही युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर और सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता की मांग भी की गई। सरकार ने जवाब दिया कि नई योजनाएं जल्द घोषित होंगी और महिला आरक्षण पर सर्वदलीय सहमति बनाने का प्रयास जारी है।
🌐 ट्रंप के बयान पर संसद में प्रतिक्रिया
अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर आयात कर संबंधी बयान का भी संसद में उल्लेख हुआ। कुछ विपक्षी नेताओं ने इसे भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि के लिए चिंताजनक बताया, वहीं सरकार ने इसे एक गैर-आधिकारिक टिप्पणी करार दिया।
वित्त मंत्री ने कहा कि भारत की आर्थिक रणनीति मजबूत है और विदेशी संबंधों में कोई तनाव नहीं है।
🔁 Day 11 की कार्यवाही से Day 12 की दिशा
कल के सत्र यानी Day 11 में राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक (National Sports Governance Bill) पर चर्चा की गई थी। उसके असर से आज के दिन भी कुछ सवाल उभरे, खासकर युवा विकास और खेल मंत्रालय की जवाबदेही पर।
इस विषय से जुड़े विवरण आप यहां पढ़ सकते हैं:
संसद सत्र Day 11 की रिपोर्ट
🧭 क्या NDA की बैठक में 2029 की रणनीति की झलक मिली?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि NDA की बैठक सिर्फ सत्र प्रबंधन के लिए नहीं थी, बल्कि 2029 के आम चुनावों की तैयारी की झलक भी उसमें दिखी। सहयोगी दलों को ‘seat sharing’, मीडिया रणनीति और ग्राउंड स्तर की समस्याओं को लेकर फीडबैक देने को कहा गया।
🧑⚖️ लोकतंत्र की गरिमा और राजनीतिक ज़िम्मेदारी
संसद की कार्यवाही का यह दिन दर्शाता है कि लोकतंत्र में संवाद कितना आवश्यक है, लेकिन साथ ही यह भी ज़रूरी है कि चर्चा गरिमा और तथ्य पर आधारित हो। देश की जनता को उम्मीद है कि विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों मिलकर मुद्दों का हल निकालने की दिशा में आगे बढ़ेंगे।
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