पंजाब के सरहिंद रेलवे स्टेशन के समीप अमृतसर से सहरसा बिहार जा रही गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन के 19 नंबर बोगी में शनिवार सुबह भीषण आग लग गई। हादसे के वक्त ट्रेन काफी रफ्तार में थी और धुआं निकलने के बाद लोको पायलट ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। आग की भयंकर लपटों ने तीन कोचों को पूरी तरह से तबाह कर दिया। हालांकि यात्रियों की सूझबूझ और रेलवे स्टाफ की त्वरित कार्रवाई से बड़ा हादसा टल गया। इस घटना में एक महिला यात्री झुलसी जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अन्य किसी यात्री के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है।
आग लगने की घटना का पूरा विवरण
बताया जा रहा है कि सुबह करीब 7:30 बजे ट्रेन सरहिंद स्टेशन को पार कर रही थी, तभी 19 नंबर बोगी में अचानक से शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसपास की खिड़कियां टूट गईं और यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। यात्रियों ने तुरंत ट्रेन की इमरजेंसी चैन खींचकर अलर्ट किया। रेलवे पुलिस, GRP, आरपीएफ और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं और लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
यात्रियों की सूझबूझ से बचा बड़ा हादसा
स्थितियां इतनी खतरनाक थीं कि यात्रियों को अपनी जान बचाने के लिए तेजी से ट्रेन से बाहर निकलना पड़ा। कई यात्री चोटिल हुए हैं, कुछ का सामान बोगी में ही रह गया। रेलवे स्टाफ ने यात्रियों को अन्य बोगियों में सुरक्षित स्थानांतरित किया। रेलवे प्रशासन ने तुरंत ही दूसरी ट्रेन से यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की।
VIDEO | Sirhind, Punjab: A major train accident was averted near Sirhind railway station when a fire broke out in the Garib Rath Express travelling from Amritsar to Saharsa, just half a kilometre ahead of Ambala. The train was halted immediately after smoke was seen billowing… pic.twitter.com/vXwHoqTEJB
— Press Trust of India (@PTI_News) October 18, 2025
रेलवे मंत्रालय और स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
रेल मंत्रालय ने इस घटना की जानकारी देते हुए कहा कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है और घायल महिला की हालत स्थिर है। शुरुआती जांचों में यह शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ हादसा बताया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्यों का जायजा लिया और फायर ब्रिगेड ने कूलिंग ऑपरेशन जारी रखा ताकि फिर से आग न भड़क सके। घटना की गहराई से जांच के लिए टेक्निकल एक्सपर्ट की टीम मौके पर भेजी गई है।
आग में बचाव कार्य की भूमिका और आधुनिक सुरक्षा तकनीक
गरीब रथ एक्सप्रेस में लगी आग के समय रेलवे कर्मचारियों, पायलट और स्थानीय पुलिस की भूमिका अहम रही। उन्होंने तुरंत ट्रेन को रोका और यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। ट्रेन में लगे फायर अलार्म और इमरजेंसी ब्रेक सिस्टम ने बड़े हादसे को टालने में मदद की। इस घटनाक्रम ने रेलवे सुरक्षा प्रोटोकॉल की महत्वता को उजागर किया है। रेलवे विभाग अब आग जैसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए और अधिक उन्नत तकनीकी उपकरण लगाने की योजना बना रहा है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं रोकी जा सकें।
प्रशासनिक सुधार और भ्रष्टाचार रोकने के प्रयास
पंजाब पुलिस में भ्रष्टाचार को लेकर चल रही जांच ने प्रशासनिक स्तर पर सुधार की जरूरत को और मजबूत किया है। DIG हरचरण सिंह भुल्लर की CBI गिरफ्तारी ने यह दिखाया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई से ही बेहतर प्रशासनिक कार्यशैली संभव है। हालांकि ट्रेन हादसे जैसे अप्रत्याशित जोखिमों से निपटना प्रशासन के लिए एक और चुनौती है। रेलवे सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस प्रशासन दोनों को मिलकर पारदर्शिता तथा जवाबदेही बनाए रखने की दिशा में लगातार सुधार करना होगा। यह कदम जनता में सुरक्षा और विश्वास दोनों बढ़ाएंगे।
पंजाब पुलिस में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई का लिंक
इस गंभीर हादसे के बीच, पंजाब पुलिस में चल रही भ्रष्टाचार की लड़ाई भी जोर पकड़ रही है।
पंजाब DIG हरचरण सिंह भुल्लर की रिश्वतखोरी के आरोप में CBI गिरफ्तारी
ने प्रदेश की प्रशासनिक कार्यशैली पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। भ्रष्टाचार के कारण कई बार जरूरी संसाधनों और सुरक्षा के उपाय सुस्त पड़ जाते हैं। ऐसे हालात में रेलवे सुरक्षा और आपातकालीन सेवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है।
सामाजिक और प्रशासनिक प्रभाव
यह आग लगने की घटना और DIG भुल्लर के भ्रष्टाचार मामले दोनों मिलकर पंजाब सरकार और प्रशासन के सामने बड़े चुनौतीपूर्ण मुद्दे प्रस्तुत करते हैं। जनता को यह भरोसा दिलाना होगा कि सुरक्षा और पारदर्शिता सर्वोच्च प्राथमिकता है। भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही के कारण जनता की जान जोखिम में नहीं आनी चाहिए।
निष्कर्ष
गरीब रथ एक्सप्रेस में लगी आग एक बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन यात्रियों की सूझबूझ और रेलवे कर्मचारियों के मुस्तैदी से इसे टाला जा सका। दूसरी ओर, पंजाब पुलिस में भ्रष्टाचार के गंभीर मामले प्रशासन की जिम्मेदारी और ईमानदारी पर सवाल उठाते हैं। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए तकनीकी जाँच, सुरक्षा उपाय, और प्रशासनिक पारदर्शिता जरूरी है।
पाठकों से आग्रह है कि वे इस मुद्दे पर अपने विचार साझा करें और भ्रमित न होकर सही जानकारी को प्राथमिकता दें।