उत्तर प्रदेश सरकार ने युवाओं के भविष्य को नई दिशा देने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। हाल ही में घोषित ‘Chevening UP Atal Scholarship’ के माध्यम से राज्य के मेधावी छात्रों को ब्रिटेन की शीर्ष यूनिवर्सिटीज़ में मास्टर्स डिग्री हासिल करने का अवसर मिलेगा। इस योजना की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि चयनित छात्रों की पढ़ाई से लेकर रहने, खाने और यात्रा तक का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी।
इस छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत वर्ष 2025-26 के शैक्षणिक सत्र से होगी और प्रारंभिक रूप से तीन वर्षों तक चलेगी। हर साल पाँच छात्रों को चुना जाएगा, यानी कुल पंद्रह प्रतिभाशाली छात्रों को इस अवसर का लाभ मिलेगा। यह स्कॉलरशिप राज्य सरकार और ब्रिटेन के सहयोग से तैयार की गई है और इसका नाम भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की स्मृति में रखा गया है।
इस पहल से उत्तर प्रदेश के छात्रों को न केवल विश्वस्तरीय शिक्षा तक पहुँच मिलेगी बल्कि उन्हें वैश्विक मंच पर अपनी प्रतिभा और नेतृत्व क्षमता दिखाने का अवसर भी मिलेगा।
#WATCH | The UK Govt has signed an MoU with the UP Govt to launch the Chevening Scholarship Programme in the state.
Signed in Lucknow in the presence of CM Yogi Adityanath & British High Commissioner Lindy Cameron, the pact will support up to 15 scholars annually for a fully… pic.twitter.com/wr2pCMLswI
— Organiser Weekly (@eOrganiser) August 19, 2025
‘Chevening UP Atal Scholarship’ क्या है?
यह योजना राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई एक विशेष पहल है, जिसका मकसद प्रतिभाशाली छात्रों को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा से जोड़ना है। इस छात्रवृत्ति के अंतर्गत चुने गए छात्रों को ब्रिटेन की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज़ में मास्टर्स करने के लिए भेजा जाएगा।
स्कॉलरशिप की सबसे खास बात यह है कि इसमें छात्र के हर बड़े खर्च का ध्यान रखा जाएगा। इसमें ट्यूशन फीस, रिसर्च खर्च, आवास, यात्रा और जीवन-यापन से जुड़े अन्य खर्च शामिल हैं। इस योजना से छात्रों को बिना किसी आर्थिक बोझ के उच्च शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा।
‘अटल’ नाम इस स्कॉलरशिप को एक विशेष पहचान देता है, जो भारत के पूर्व प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता और शिक्षा के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
#WATCH लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “… हाल ही में उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने ब्रिटेन में उच्च शिक्षा के लिए हर साल 5 छात्रों का चयन करने का निर्णय लिया है। इस छात्रवृत्ति का आधा खर्च ब्रिटिश सरकार और आधा खर्च उत्तर प्रदेश सरकार वहन करेगी। यह छात्रवृत्ति… pic.twitter.com/wUoaUDzgFH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 16, 2025
समझौते के मुख्य बिंदु
- इस स्कॉलरशिप योजना का क्रियान्वयन वर्ष 2025-26 से होगा।
- यह योजना प्रारंभिक तीन वर्षों (2025-28) तक चलेगी और आगे इसे बढ़ाया भी जा सकता है।
- हर साल पाँच छात्रों का चयन किया जाएगा, यानी तीन साल में पंद्रह छात्रों को अवसर मिलेगा।
- चयनित छात्रों की पूरी पढ़ाई और जीवन-यापन का खर्च सरकार और साझेदार संस्था मिलकर उठाएँगे।
कौन होंगे पात्र
- छात्र उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- स्नातक की डिग्री अच्छे अंकों से पूरी होनी चाहिए।
- अंग्रेज़ी भाषा की दक्षता आवश्यक होगी।
- नेतृत्व क्षमता और सामाजिक कार्यों में भागीदारी को प्राथमिकता दी जाएगी।
- आवेदन करने वाले छात्र को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि पढ़ाई पूरी करने के बाद वह भारत लौटकर राज्य और देश की सेवा करेगा।
आवेदन प्रक्रिया और चयन
- इच्छुक छात्र ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन कर सकेंगे।
- आवेदन के साथ शैक्षणिक प्रमाण पत्र, भाषा दक्षता का प्रमाण, और उद्देश्य पत्र जमा करना होगा।
- योग्य उम्मीदवारों का चयन बहु-स्तरीय प्रक्रिया से होगा।
- प्रारंभिक छँटनी
- लिखित दस्तावेज़ों का मूल्यांकन
- इंटरव्यू
- प्रारंभिक छँटनी
- अंतिम रूप से चुने गए छात्रों को ब्रिटेन की यूनिवर्सिटीज़ में दाखिले की सुविधा प्रदान की जाएगी।
छात्रों के लिए फायदे
- पढ़ाई का पूरा खर्च सरकार उठाएगी।
- दुनिया की शीर्ष यूनिवर्सिटीज़ तक पहुँच मिलेगी।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नेटवर्किंग और नेतृत्व के अवसर मिलेंगे।
- लौटकर राज्य और देश के विकास में योगदान करने का मौका मिलेगा।
उत्तर प्रदेश और ब्रिटेन शिक्षा सहयोग की बड़ी तस्वीर
यह स्कॉलरशिप केवल शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भारत और ब्रिटेन के बीच मजबूत होते संबंधों का प्रतीक भी है। इसके जरिए न केवल शैक्षणिक स्तर पर सहयोग बढ़ेगा, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक जुड़ाव भी मजबूत होगा।
पहले की योजनाओं से तुलना
उत्तर प्रदेश सरकार पहले भी युवाओं और पर्यावरण के क्षेत्र में कई नई पहल कर चुकी है। हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में राज्य का पहला ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट उद्घाटित किया था। यह कदम राज्य के तकनीकी और पर्यावरणीय भविष्य के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है। इस प्रकार शिक्षा और तकनीक, दोनों क्षेत्रों में सरकार की सक्रियता राज्य को नई दिशा दे रही है।
👉 विस्तार से पढ़ें: योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में किया ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट का उद्घाटन
जन प्रतिक्रिया और विशेषज्ञों की राय
युवाओं में इस स्कॉलरशिप को लेकर उत्साह है। छात्रों का मानना है कि इससे उनकी मेहनत और सपनों को पंख मिलेंगे। शिक्षा विशेषज्ञों ने भी इस कदम को सराहा है और कहा है कि यह पहल युवाओं को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेगी।
निष्कर्ष
‘Chevening UP Atal Scholarship’ उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए केवल पढ़ाई का अवसर नहीं है, बल्कि यह उन्हें दुनिया से जोड़ने और नेतृत्व की राह पर आगे बढ़ाने का माध्यम है। इस योजना से राज्य की नई पीढ़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकेगी।