सीमाओं पर बढ़ते तनाव ने दुनिया को किया सतर्क
भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव एक बार फिर दुनिया की नज़रों में है। कश्मीर घाटी में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के अंतर्गत पाकिस्तान स्थित 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने भी प्रतिक्रिया देने की चेतावनी दी, जिससे सीमाई तनाव और बढ़ गया।
🔸 “यह संघर्ष केवल दो देशों तक सीमित नहीं है, इसकी गूंज पूरी दुनिया में महसूस की जा रही है।”
🟩 अमेरिका की प्रतिक्रिया: समर्थन और संयम के बीच संतुलन
अमेरिका ने भारत की कार्रवाई को आत्मरक्षा का अधिकार माना।
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान:
🔸 “भारत ने जो किया, वह उसकी आत्मरक्षा का हक है।”
राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा:
🔸 “कूटनीति को प्राथमिकता मिलनी चाहिए, न कि तनाव को।”
पेंटागन ने परमाणु शक्तियों के बीच टकराव को वैश्विक खतरा बताया।
US Reacts | Strikes by India on Pakistan
Donald Trump
“It (Pahalgam) was a shame. We just heard about it (counter strike) while walking in Oval. I guess people knew something was going to happen based on past. They’ve been fighting for decades. I hope..Rohan Dua reports pic.twitter.com/BvZjXvV4zA
— The New Indian (@TheNewIndian_in) May 6, 2025
🟩 यूरोप और ब्रिटेन की प्रतिक्रिया: शांति की अपील
यूरोपीय यूनियन ने चेतावनी दी कि कोई भी युद्ध वैश्विक स्थिरता को प्रभावित कर सकता है।
ब्रिटेन ने भी दोनों देशों से बातचीत का आग्रह किया।
🔸 “भारत-पाकिस्तान को वार्ता से समाधान निकालना चाहिए।”
🟩 रूस और चीन: रणनीतिक मजबूरियों के बीच संतुलित रवैया
रूस ने दोनों देशों को रणनीतिक सहयोगी बताते हुए मध्यस्थता की पेशकश की।
चीन, जो पारंपरिक रूप से पाकिस्तान का समर्थन करता रहा है, ने भी शांति बनाए रखने की अपील की।
🔸 “क्षेत्रीय शांति भारत की जिम्मेदारी भी है।”
🟩 इस्लामी देशों की प्रतिक्रिया: पहले से बदला हुआ रुख
OIC ने पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया, लेकिन भारत की सीधी आलोचना से बचा।
सऊदी अरब और यूएई ने शांति और संयम की अपील की।
🔸 “पहली बार मुस्लिम देशों ने पूर्णतः पाकिस्तान के पक्ष में रुख नहीं अपनाया।”
🟩 संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक संस्थाएं: सतर्क निगरानी
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने भारत-पाकिस्तान तनाव को “चिंताजनक” बताया।
मानवाधिकार संगठनों ने आम नागरिकों की सुरक्षा की अपील की है।
International response to Indian strikes should worry Pakistan. While Pakistan termed it as “an act of aggression by India”, US Secretary State Pompeo called it “counter-terrorism actions”. The response of ‘good friend’ China lukewarm too. pic.twitter.com/da0v2DEj2c
— Naila Inayat (@nailainayat) February 27, 2019
🟩 मीडिया और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया: जनभावना और विश्व दृष्टिकोण
अंतरराष्ट्रीय मीडिया जैसे CNN, BBC और Al Jazeera ने घटना को प्रमुखता से कवर किया।
सोशल मीडिया पर #IndiaStrikesBack और #PrayForPeace ट्रेंड कर रहे हैं।
🔸 “लोग भारत के कदम को साहसी बता रहे हैं, तो कुछ शांति की अपील भी कर रहे हैं।”
🟩 आंतरिक प्रभाव: हवाईअड्डों की बंदी और मॉक ड्रिल
उत्तर भारत के कई हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद किया गया।
👉 उत्तर भारत के हवाई अड्डे अस्थायी रूप से बंद: ऑपरेशन सिंदूर
7 मई को देशभर में मॉक ड्रिल आयोजित की गई, ताकि आपातकालीन व्यवस्था की जांच हो सके।
👉 7 मई को पूरे देश में मॉक ड्रिल क्यों हुई?
🟩 निष्कर्ष
भारत की कार्रवाई उसकी आतंक के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाती है।
विश्व नेताओं की प्रतिक्रियाएं कूटनीतिक संतुलन दिखा रही हैं, लेकिन स्पष्ट स्थिति अभी भी सामने नहीं आई।
🔸 “आप क्या सोचते हैं – क्या दुनिया वास्तव में शांति चाहती है या सिर्फ दिखावा कर रही है? नीचे कमेंट में अपनी राय ज़रूर दें।”