अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकारी आदेश के बाद NASA ने भारतीय मूल की वरिष्ठ अधिकारी Neela Rajendra को उनके पद से हटा दिया है। यह फैसला अमेरिका की संघीय एजेंसियों में Diversity, Equity और Inclusion (DEI) प्रोग्राम्स को खत्म करने की नीति के तहत लिया गया है। इस लेख में हम जानेंगे कि Neela Rajendra कौन हैं, उन्होंने NASA में क्या योगदान दिया और ट्रंप के इस निर्णय का क्या व्यापक प्रभाव पड़ रहा है।
Neela Rajendra का प्रोफेशनल सफर
Neela Rajendra का जन्म अमेरिका में हुआ लेकिन वह भारतीय मूल की हैं। उन्होंने University of North Carolina से Political Science और Music में स्नातक किया और फिर Wake Forest University School of Business से MBA की डिग्री प्राप्त की।
अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने कई संगठनों में छोटे-छोटे पदों पर काम किया, लेकिन 2013 में Claremont McKenna College के Kravis Leadership Institute में Entrepreneurial Initiatives की Director बनीं। इसके बाद उन्होंने Science of Diversity and Inclusion Initiative (SODI) की सह-संस्थापक के रूप में कार्य किया और लगभग आठ वर्षों तक इस पहल का नेतृत्व किया।
उनका कार्य सिर्फ अमेरिका तक सीमित नहीं था; उन्होंने Nicaragua और Benin जैसे देशों में स्थानीय सरकारों और उद्यमियों के साथ मिलकर आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम चलाए।
NASA में DEI पहल और Space Workforce 2030
2021 में, Neela Rajendra को NASA के Jet Propulsion Laboratory (JPL) में Chief Diversity, Equity, and Inclusion Officer नियुक्त किया गया। इस भूमिका में उन्होंने संगठन की कार्यसंस्कृति को और समावेशी बनाने के लिए कई योजनाएं चलाईं।
उनकी सबसे चर्चित योजना “Space Workforce 2030” थी, जिसका उद्देश्य NASA में महिलाओं और विविध पृष्ठभूमियों से आने वाले लोगों की भागीदारी बढ़ाना था। उन्होंने विभिन्न कर्मचारियों के लिए ‘Black Excellence Strategic Team’ जैसे ग्रुप्स को भी सपोर्ट किया।
ट्रंप का नया कार्यकारी आदेश: DEI के खिलाफ अभियान
जनवरी 2025 में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया कार्यकारी आदेश जारी किया जिसका नाम था – “Ending Illegal Discrimination and Restoring Merit-Based Opportunity”। इस आदेश के अनुसार, सभी संघीय एजेंसियों को अपने-अपने DEI कार्यक्रमों को समाप्त करना था।
इस आदेश में कहा गया कि DEI कार्यक्रम अमेरिका को जाति, रंग और लिंग के आधार पर बांटते हैं, टैक्सपेयर्स का पैसा बर्बाद करते हैं और भेदभाव को बढ़ावा देते हैं।
इस आदेश ने Executive Order 11246 को भी निरस्त कर दिया जो अब तक Federal contractors को यह सुनिश्चित करने के लिए बाध्य करता था कि सभी लोगों को समान अवसर मिले। साथ ही, DEI से जुड़े सभी निजी और सरकारी प्रयासों को रोकने के निर्देश भी दिए गए।
#NeelaRajendra, who previously served as the Chief Diversity, Equity and Inclusion Officer at Nasa’s Jet Propulsion Laboratory (JPL), was recently let go from her updated position as head of the ‘Office of Team Excellence and Employee Success,’ according to a report.
Details… pic.twitter.com/XQYpJr4LNi
— The Times Of India (@timesofindia) April 15, 2025
NASA की कोशिशें Neela को बचाने की
ट्रंप के आदेश के बाद NASA ने Rajendra को बचाने के लिए उनका पद बदल दिया। उन्हें मार्च 2025 में “Chief Team Excellence and Employee Success Officer” नियुक्त किया गया। यह एक नया डिपार्टमेंट था जिसे उनके अनुभव और विशेषज्ञता के आधार पर बनाया गया था।
NASA के JPL डायरेक्टर Laurie Leshin ने इस बदलाव को संगठन के भविष्य के लिए ‘महत्वपूर्ण कदम’ बताया और कहा कि यह Rajendra के काम का विस्तार मात्र है।
उनकी LinkedIn प्रोफाइल में भी इस परिवर्तन को देखा जा सकता है जहां वह August 2021 से मार्च 2025 तक DEI चीफ रहीं और फिर एक नई भूमिका में शिफ्ट हुईं।
आखिरकार बर्खास्तगी और प्रतिक्रियाएं
हालांकि designation बदलने के बावजूद, अप्रैल 2025 में उन्हें अंततः NASA से बर्खास्त कर दिया गया। Jet Propulsion Laboratory ने एक ईमेल के माध्यम से कर्मचारियों को यह जानकारी दी कि – “Neela Rajendra अब JPL में कार्यरत नहीं हैं। हम उनके योगदान के लिए आभारी हैं और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।”
यह खबर आते ही सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। कुछ लोगों ने इस निर्णय की आलोचना करते हुए इसे प्रतिभाशाली लोगों को दरकिनार करने वाला बताया, वहीं कुछ लोगों ने ट्रंप के फैसले को ‘Merit-Based System’ की ओर एक आवश्यक कदम बताया।
इस फैसले का व्यापक असर
Neela Rajendra अकेली नहीं हैं जिन्हें इस आदेश का शिकार होना पड़ा है। हाल ही में NATO की एकमात्र महिला प्रतिनिधि Vice Admiral Shoshana Chatfield को भी एक ‘woke’ लिस्ट में शामिल होने के कारण हटा दिया गया था।
NASA समेत कई संघीय एजेंसियों ने अपने DEI डिपार्टमेंट्स को बंद कर दिया है और इस फैसले का असर निजी सेक्टर पर भी दिखने लगा है।
निष्कर्ष
Neela Rajendra की बर्खास्तगी केवल एक व्यक्ति की नौकरी का मामला नहीं है, यह एक बड़ा सांस्कृतिक और नीतिगत परिवर्तन है। क्या DEI कार्यक्रम समाज में समावेशिता लाते हैं या विभाजन? क्या ट्रंप का यह आदेश सही दिशा में कदम है या पीछे की ओर?