कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा चलाए गए जवाबी सैन्य अभियान ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को झकझोर दिया है। इसके ठीक बाद पाकिस्तान ने अपने दो प्रमुख हवाई अड्डों — लाहौर और इस्लामाबाद — के ऊपर से सभी वाणिज्यिक विमानों की उड़ानों पर रोक लगा दी।
इस फैसले से न केवल पाकिस्तान का घरेलू एयर ट्रैफिक प्रभावित हुआ, बल्कि भारत और खाड़ी देशों के बीच चलने वाली कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर भी असर पड़ा है। भारत की यह रणनीतिक कार्रवाई आतंकियों को सीधे निशाना बनाकर की गई थी, जिसमें कई ठिकानों को तबाह किया गया।
Flights bound for Karachi, Islamabad, and Lahore are currently holding or returning to their origin. #IndiaPakistanWar #Karachi #Islamabad #Lahore pic.twitter.com/m5X3Qc8jB8
— The Tribal Voice 🇮🇳 (@tribalvoice99) May 8, 2025
🛡️ ऑपरेशन सिंदूर: भारत का सटीक प्रतिउत्तर
भारत सरकार ने 6 मई की रात को एक सीमित सैन्य कार्रवाई के तहत ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की। इसका उद्देश्य था – पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और उनके ठिकानों को समाप्त करना। रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑपरेशन में पाकिस्तान अधिकृत क्षेत्र में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया और आतंकी नेटवर्क की रीढ़ को बड़ा नुकसान पहुंचाया गया।
यह कार्रवाई 24 मिनट में पूरी की गई और लगभग 70% आतंकी ढांचा ध्वस्त किया गया। यह न केवल सैन्य दृष्टिकोण से बल्कि मनोवैज्ञानिक स्तर पर भी पाकिस्तान के लिए एक कड़ा संदेश था।
#Pakistan in panic stage. Blast sounds heard at #Lahore airport. #PakistanArmy bomb squad teams reached at spot. pic.twitter.com/AVXKsIDRXj
— Amandeep Dixit (@dixit_aman) May 8, 2025
🚫 पाकिस्तान का जवाब: एयरस्पेस सील
ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में पाकिस्तान ने लाहौर और इस्लामाबाद एयरस्पेस को बंद करने का आदेश जारी किया। इस आदेश को NOTAM के जरिए सार्वजनिक किया गया, जिसमें सभी कमर्शियल उड़ानों को संबंधित एयरस्पेस से गुजरने से मना किया गया।
इस कदम का असर न सिर्फ पाकिस्तान की आंतरिक उड़ानों पर पड़ा बल्कि भारत, खाड़ी और मध्य एशिया के एयर नेटवर्क पर भी भारी प्रभाव देखने को मिला। कई फ्लाइट्स को डायवर्ट करना पड़ा, जिससे यात्री घंटों तक एयरपोर्ट पर फंसे रहे।
✈️ यात्रियों की मुश्किलें और एयरलाइंस की चुनौती
Air India, Qatar Airways, Emirates और अन्य प्रमुख एयरलाइंस को अचानक अपने मार्गों को बदलना पड़ा। जो उड़ानें सामान्यतः पाकिस्तान के ऊपर से होकर जाती थीं, उन्हें वैकल्पिक और अधिक समय लेने वाले मार्ग अपनाने पड़े।
कुछ यात्रियों को तो एयरपोर्ट पहुंचने के बाद ही पता चला कि उनकी फ्लाइट रद्द हो गई है। इससे कई लोगों को ना सिर्फ मानसिक परेशानी हुई बल्कि यात्रा खर्च भी दोगुना हो गया।
Hundreds of flights at Lahore’s main international airport have been cancelled in the wake of #India’s attack on #Pakistan and Pakistan administered Kashmir.#IndiaPakistanWar #IndiaPakistan pic.twitter.com/uBfamsrFKc
— Sara Iram Gill (@SaraIramGL) May 7, 2025
⚠️ यह सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, रणनीतिक संदेश भी
पाकिस्तान का यह कदम सुरक्षा उपाय के साथ-साथ भारत को एक परोक्ष चेतावनी भी माना जा रहा है। हालांकि भारत-पाक तनाव इस समय चरम पर है, परंतु विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम एक परोक्ष राजनयिक प्रतिक्रिया है।
एक ओर भारत ने सीमित और टारगेटेड सैन्य कार्रवाई की, तो दूसरी ओर पाकिस्तान ने एयरस्पेस बंद करके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संदेश देने की कोशिश की कि वह हरकतों को हल्के में नहीं लेता।
🌐 वैश्विक प्रतिक्रिया: अब सबकी नजरें दक्षिण एशिया पर
हालांकि अभी तक संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, रूस या चीन की ओर से कोई सार्वजनिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों की मानें तो बैकडोर डिप्लोमेसी शुरू हो चुकी है।
अमेरिकी थिंक टैंक के अनुसार, “यह संघर्ष पूर्ण युद्ध में न बदले, इसके लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को जल्द हस्तक्षेप करना चाहिए।”
📱 सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया और राजनीतिक बयान
पाकिस्तान द्वारा एयरस्पेस बंद किए जाने की खबर जैसे ही फैली, ट्विटर पर #OperationSindoor, #PakistanAirspace, और #PahalgamAttack जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। भारत में लोगों ने सरकार की दृढ़ता की प्रशंसा की, जबकि पाकिस्तान में लोग सरकार से पारदर्शिता की मांग करने लगे।
इसी बीच LOC और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से बिना उकसावे की फायरिंग की भी खबरें आईं, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
🧭 आगे क्या?
सवाल यह है कि क्या यह टकराव और बढ़ेगा या दोनों देश संयम दिखाएंगे? अगर एयरस्पेस लंबे समय तक बंद रहा, तो न केवल दोनों देशों की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा बल्कि आम नागरिकों को भी भारी नुकसान झेलना पड़ेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि तनाव और बढ़ने के बजाय अब संवाद की पहल होनी चाहिए, ताकि शांति की दिशा में कदम उठाया जा सके।
🔚 निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर भारत की ओर से एक स्पष्ट और संगठित कार्रवाई थी, जो आतंकी नेटवर्क के खिलाफ थी। पाकिस्तान का जवाब भले ही सैन्य न हो, लेकिन एयरस्पेस बंद कर उसने यह दिखाया कि वह चुप नहीं बैठेगा।
परंतु इस संघर्ष को शांति में बदलना अब दोनों देशों की जिम्मेदारी है। केवल शक्ति प्रदर्शन से समाधान नहीं मिलेगा। अब वक्त है कि दोनों देश वार्ता की मेज पर आएं।
💬 आपकी राय?
क्या आपको लगता है पाकिस्तान का एयरस्पेस बंद करना सही कदम था?
क्या भारत को और अधिक सख्त होना चाहिए था?
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