पीएम मोदी का दमदार संदेश – अब नहीं सहेगा भारत कोई धमकी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालिया राष्ट्र संबोधन में स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत अब किसी भी प्रकार के परमाणु ब्लैकमेल या आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। उनका यह बयान उस वक्त आया जब पाकिस्तान की ओर से परमाणु हमले की अप्रत्यक्ष धमकी दी जा रही थी। पीएम मोदी का कहना था कि भारत अब उस दौर में नहीं है जब वह चुपचाप सब सह ले।
“हमारे देश की सुरक्षा अब केवल सीमा पर नहीं, हर नागरिक के मन में भी बसी हुई है,” उन्होंने जोर देते हुए कहा। उनके भाषण की शुरुआत राष्ट्र के लिए एक भावनात्मक अपील से हुई — “भारत को कमजोर समझने की भूल अब किसी को भारी पड़ेगी।”
इससे पहले, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान की मिसाइल और ड्रोन हमलों को नाकाम करते हुए सर्जिकल स्ट्राइक की थी, जिससे नियंत्रण रेखा पर तनाव बढ़ गया था।
🔸 “भारत अब धमकियों से डरने वाला नहीं है।”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ – माताओं और बेटियों के सम्मान की रक्षा का प्रण
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को हर भारतीय महिला के सम्मान की रक्षा के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक और भावनात्मक मिशन था।
“हर मां, बहन और बेटी के सिंदूर की रक्षा के लिए हमारे जवानों ने जो पराक्रम दिखाया, वह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।” पीएम मोदी ने इसे न्याय का संकल्प बताया।
Address to the nation. https://t.co/iKjEJvlciR
— Narendra Modi (@narendramodi) May 12, 2025
🔸 “हर आतंकी को अब पता चल गया है कि सिंदूर मिटाने की कीमत क्या होती है।”
यही कारण है कि राजस्थान और पंजाब में सेना ने सीमाओं को सील कर दिया है और मिसाइल सिस्टम को अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी नई चुनौती का तुरंत जवाब दिया जा सके।
आतंकवाद पर सख्त रुख – हर हमले का मिलेगा मुंहतोड़ जवाब
प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत अब ‘सब्र’ नहीं बल्कि ‘उत्तर’ की नीति अपनाएगा। उन्होंने कहा कि अब हर गोली का जवाब गोली से दिया जाएगा, और यह न केवल आतंकी संगठनों बल्कि उन्हें पनाह देने वालों के लिए भी चेतावनी है।
उन्होंने बिना नाम लिए पाकिस्तान को चेतावनी दी कि भारत की चुप्पी को उसकी कमजोरी समझना भारी भूल होगी।
हाल ही में पंजाब के अमृतसर क्षेत्र में संदिग्ध धमाकों के बाद मिसाइल के मलबे मिलने की खबर सामने आई थी, जिससे ये स्पष्ट होता है कि आतंकी गतिविधियां अब सीमा से परे गांवों तक पहुंच गई हैं।
🔸 “अब हर आतंकी जानता है कि भारत बदल चुका है।”
सैन्य शक्ति और राजनीतिक इच्छाशक्ति का संगम
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण से यह भी स्पष्ट हुआ कि भारत की सैन्य शक्ति और राजनीतिक नेतृत्व अब एक दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने रक्षा क्षेत्र में हो रहे सुधारों को गिनाते हुए बताया कि:
- आधुनिक हथियारों की खरीद और निर्माण
- सीमाओं पर तकनीकी निगरानी
- जवानों की रणनीतिक ट्रेनिंग
🔸 “राजनीतिक नेतृत्व और सेना दोनों एक ही दिशा में हैं।”
इस समन्वय ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी सटीक कार्रवाइयों को संभव बनाया। यह भारत की रक्षा नीति में आत्मनिर्भरता और आक्रामक सुरक्षा नीति की मिसाल बन गया है।
वैश्विक प्रतिक्रिया और भारत की छवि में बदलाव
प्रधानमंत्री मोदी के बयान और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि में बड़ा परिवर्तन देखने को मिला। अमेरिका, फ्रांस, जापान जैसे देशों ने भारत के आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख की सराहना की है।
🔸 “दुनिया अब भारत को एक निर्णायक शक्ति के रूप में देख रही है।”
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने भी भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को उचित ठहराया। यह भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करने वाला क्षण साबित हुआ।
‘सबका साथ, सबका विश्वास’ के साथ सुरक्षा नीति का नया युग
पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि देश की सुरक्षा नीति अब सिर्फ सीमाओं तक सीमित नहीं, बल्कि हर नागरिक को इसका भागीदार माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि:
- सैनिकों और नागरिकों के बीच भावनात्मक संबंध मजबूत हो रहे हैं।
- आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का समय है।
- राष्ट्रीय सुरक्षा को राजनीतिक मुद्दे से ऊपर उठकर देखा जाना चाहिए।
🔸 “हर नागरिक अब इस लड़ाई का सिपाही है।”
यह बात लोगों के मन में यह भावना भर देती है कि वे केवल दर्शक नहीं, बल्कि रक्षक हैं अपने देश के।
राष्ट्रहित में लिया गया ऐतिहासिक निर्णय
‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं बल्कि न्याय, आत्मसम्मान और आत्मरक्षा की ऐतिहासिक नीति बन गई है। पीएम मोदी के शब्दों ने देशवासियों में गर्व, साहस और एकता की भावना को मजबूत किया है।
🔸 “ये सिर्फ ऑपरेशन नहीं, यह न्याय की दिशा में उठाया गया संकल्प है।”
आज जब भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक मोड़ पर खड़ा है, यह जरूरी है कि देश का हर नागरिक अपनी भूमिका को समझे और एकजुट होकर राष्ट्र निर्माण में भागीदारी निभाए।
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