उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है। राज्य के कई जिलों में जलभराव, ट्रैफिक बाधा और नदी-नालों के उफान की वजह से सोमवार को स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर लखनऊ, अयोध्या, बाराबंकी, हरदोई और सीतापुर जैसे जिलों में कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा और स्कूल आने-जाने में होने वाली दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए लिया गया।
प्रशासनिक आदेश के तहत स्कूलों की छुट्टी
लखनऊ के जिलाधिकारी समेत अन्य ज़िलों के प्रशासनिक अधिकारियों ने स्कूलों की छुट्टी की घोषणा करते हुए कहा कि भारी बारिश से सड़कों पर जलभराव हो गया है। बच्चों को स्कूल पहुंचाना जोखिम भरा हो सकता है। सभी बोर्डों के स्कूल, चाहे वे सरकारी हों या निजी, एक दिन के लिए पूरी तरह से बंद रहेंगे। जिन इलाकों में बारिश का प्रभाव ज़्यादा है, वहां स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यदि मौसम की स्थिति नहीं सुधरी तो अवकाश आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने यूपी के कई जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। यलो अलर्ट का मतलब होता है कि आने वाले समय में भारी बारिश की संभावना है और सतर्कता बरतना ज़रूरी है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 48 घंटों तक बारिश का सिलसिला इसी तरह बना रह सकता है। विभाग ने तेज़ बारिश, बिजली गिरने और कुछ इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने की आशंका जताई है। इसी के चलते राज्य प्रशासन ने स्कूलों को बंद करने का कदम उठाया है।
भारी बारिश की वजह से लखनऊ के स्कूलों में आज छुट्टी का ऐलान, डीआईओएस ने जारी किए निर्देश,@NBTLucknow pic.twitter.com/gatU0t1IyH
— Manish srivastava (@manishsNBT) August 4, 2025
अयोध्या में सरयू नदी उफान पर, बाढ़ का खतरा मंडराया
अयोध्या ज़िले में हालात और भी चिंताजनक हैं। वहां की प्रमुख सरयू नदी उफान पर है, जिससे आसपास के निचले इलाकों में पानी भर गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति बन रही है। प्रशासन ने इन क्षेत्रों में राहत और बचाव दल को अलर्ट मोड पर रखा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नावों की व्यवस्था की गई है और जरूरी राहत सामग्री तैयार रखी गई है। स्कूलों को बंद करने का फैसला विशेष रूप से ऐसे संवेदनशील इलाकों के लिए बेहद जरूरी बन गया था।
लखनऊ की सड़कों पर पानी ही पानी, स्कूल बसें भी प्रभावित
लखनऊ शहर में भी लगातार बारिश के चलते कई इलाकों की सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है। पुराने लखनऊ के कुछ हिस्सों में ड्रेनेज सिस्टम फेल हो गया है, जिससे ट्रैफिक पूरी तरह से बाधित हो गया है। ऐसे हालात में स्कूली बसों का चल पाना नामुमकिन सा हो गया है। कुछ स्कूलों की बसें सुबह जलभराव में फंस गईं, जिससे बच्चों और अभिभावकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसीलिए प्रशासन ने एक दिन की छुट्टी की घोषणा कर दी।
अभिभावकों ने फैसले का किया समर्थन, बच्चों को राहत
स्कूल बंद होने की सूचना मिलते ही छात्रों में तो खुशी की लहर दौड़ गई, लेकिन अभिभावक इस निर्णय को ज़रूरी और समयानुकूल मान रहे हैं। उनका कहना है कि जब सड़कों की स्थिति ऐसी हो कि गाड़ियाँ भी नहीं चल पा रहीं, तो बच्चों को स्कूल भेजना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं। बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया यह कदम उन्हें सुकून देने वाला लगा। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने प्रशासन के इस फैसले की सराहना की।
जनजीवन अस्त-व्यस्त, प्रशासन राहत कार्यों में जुटा
राज्य के कई हिस्सों में लगातार बारिश से स्थिति सामान्य नहीं रही है। ट्रैफिक की रफ्तार धीमी हो गई है, बिजली आपूर्ति बाधित हुई है और बाजारों में ग्राहक कम दिखाई दे रहे हैं। छोटे दुकानदारों और ऑटो चालकों की रोज़मर्रा की आमदनी भी प्रभावित हो रही है। इन सबके बीच प्रशासन ने अपनी सक्रियता बनाए रखी है। स्थानीय निकायों को आदेश दिए गए हैं कि जलभराव जल्द से जल्द साफ कराया जाए। साथ ही, संवेदनशील इलाकों में लोगों को अलर्ट रहने की हिदायत दी गई है।
वहीं दूसरी ओर, महाराष्ट्र के कोल्हापुर में भी न्यायिक व्यवस्था को मजबूती देने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट की पांचवीं बेंच की स्थापना की जा रही है, जिसका उद्घाटन 18 अगस्त को प्रस्तावित है
क्या आगे भी बंद रह सकते हैं स्कूल? जानें अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार और बुधवार को भी बारिश जारी रह सकती है। यदि हालात नहीं सुधरे, तो स्कूलों को दोबारा बंद रखने का आदेश जारी किया जा सकता है। हालांकि, प्रशासन फिलहाल रोज़ाना हालात की समीक्षा कर रहा है और उसी के अनुसार निर्णय लिए जा रहे हैं। राज्य सरकार की प्राथमिकता बच्चों की सुरक्षा है, इसलिए जल्दबाज़ी में कोई फैसला नहीं लिया जाएगा। यदि मौसम सामान्य हो जाता है, तो स्कूल बुधवार से खुल सकते हैं।
सरकार की अपील: सुरक्षित रहें, अफवाहों से बचें
उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे बारिश के दौरान सावधानी बरतें। जलभराव वाली जगहों पर बच्चों को न भेजें और घरों में ही रहने की कोशिश करें। साथ ही प्रशासन ने लोगों से अफवाहों से बचने और केवल आधिकारिक जानकारी पर भरोसा रखने का अनुरोध किया है। सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।