उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में सोमवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा सामने आया। श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली को पीछे से आ रहे तेज़ रफ्तार ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी, जिसके चलते मौके पर ही कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हादसे में कम से कम 8 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है जबकि 40 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। आस-पास मौजूद ग्रामीणों ने किसी तरह घायलों को सड़क किनारे से हटाकर अस्पताल पहुंचाने में मदद की। फिलहाल पुलिस और प्रशासन मौके पर मौजूद है और राहत-बचाव कार्य जारी है।
कैसे हुआ हादसा? घटनास्थल का हाल
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रैक्टर-ट्रॉली में बैठे श्रद्धालु मंदिर दर्शन करके अपने गांव लौट रहे थे। ट्रॉली में क्षमता से अधिक लोग सवार थे और अचानक पीछे से आ रहे ट्रक ने ट्रॉली को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयंकर थी कि ट्रॉली पलट गई और लोग सड़क पर बिखर गए।
आस-पास के लोगों ने तुरंत शोर मचाकर बाकी वाहनों को रोका और घायलों को निकालकर अस्पताल भेजने की व्यवस्था की। हादसे के बाद कई परिवारों में चीख-पुकार मच गई और पूरा इलाका मातम में डूब गया।
मृतकों और घायलों की जानकारी
हादसे में 8 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनमें महिलाएँ और बुजुर्ग भी शामिल हैं। कई गंभीर रूप से घायल लोगों को जिला अस्पताल और नज़दीकी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि कुछ घायलों की हालत नाज़ुक बनी हुई है, ऐसे में मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
परिवारजन अस्पतालों में अपने रिश्तेदारों को खोजते नज़र आए। कई लोगों की हालत ऐसी थी कि उन्हें तुरंत ICU में शिफ्ट किया गया। घायलों का इलाज जारी है और प्रशासन लगातार स्थिति पर नज़र बनाए हुए है।
#WATCH | Uttar Pradesh | Visuals from the spot where 8 people died and 43 got injured after a container hit a tractor full of devotees of Gogaji, going to Gogamedi, Rajasthan, from Kasganj, near Ghatal village on National Highway 34 under Bulandshahr police station. pic.twitter.com/yjpqNnOhhJ
— ANI (@ANI) August 25, 2025
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। ट्रक ड्राइवर हादसे के बाद मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
जिला प्रशासन ने मृतकों के परिवार को आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। साथ ही घायलों के इलाज का पूरा खर्च उठाने की जिम्मेदारी भी सरकार ने ली है। अधिकारियों ने कहा है कि इस मामले में पूरी जांच होगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा, हाल ही में एक और घटना ने यूपी में सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक जिम्मेदारी पर सवाल खड़े किए थे। आप यूपी टोल प्लाज़ा पर सैनिक से मारपीट वाली रिपोर्ट यहाँ पढ़ सकते हैं, जहाँ सेना ने सख्त रुख अपनाते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया और माहौल
घटना के बाद पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है। गांव के लोग स्तब्ध हैं क्योंकि हादसे में एक ही गांव के कई परिवार प्रभावित हुए हैं।
एक चश्मदीद ने बताया कि, “टक्कर इतनी तेज़ थी कि हमें लगा भूकंप आ गया हो। लोग चीखते-चिल्लाते सड़क पर गिरे पड़े थे। हमने किसी तरह ट्रॉली उठाकर घायलों को बाहर निकाला।”
लोगों का कहना है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली में श्रद्धालुओं को ले जाने पर पहले भी हादसे हो चुके हैं, लेकिन नियमों के पालन की कमी के कारण ऐसे मामले बार-बार सामने आते हैं।
उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों का आंकड़ा
उत्तर प्रदेश देश के उन राज्यों में शामिल है जहां सड़क हादसों के मामले सबसे ज़्यादा दर्ज किए जाते हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक हर साल हजारों लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाते हैं।
ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवारियों को ले जाना आम बात है, लेकिन यह पूरी तरह असुरक्षित है। अधिकतर मामलों में ओवरलोडिंग और तेज़ रफ्तार ही बड़ी दुर्घटनाओं की वजह बनती है। पिछले कुछ वर्षों में श्रद्धालुओं से जुड़े ऐसे हादसों की संख्या बढ़ी है, जिससे सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
VIDEO | Bulandshahr, Uttar Pradesh: Eight people were killed and 43 others injured after a truck rammed into a tractor-trolley carrying pilgrims in the early hours of Monday.
District Magistrate Shruti, along with SSP Singh and other senior officials, visited the hospital and… pic.twitter.com/X52qC1q3p8
— Press Trust of India (@PTI_News) August 25, 2025
सरकार और समाज के लिए सबक
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर सड़क सुरक्षा नियमों को लेकर सख्ती कब होगी। ट्रैक्टर-ट्रॉली का इस्तेमाल खेती-किसानी के लिए होता है, लेकिन लोग इसे सवारी ढोने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं।
जरूरी है कि प्रशासन न केवल सख्ती दिखाए बल्कि आम लोगों में जागरूकता भी फैलाए। सड़कों पर छोटी सी लापरवाही भी कई परिवारों को बर्बाद कर सकती है।
शोक और सवाल
बुलंदशहर का यह हादसा उन परिवारों के लिए कभी न भूलने वाला दुख लेकर आया है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। प्रशासन ने राहत और सहायता की घोषणा तो कर दी है, लेकिन असली सवाल यह है कि क्या सड़क हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे?
अब ज़रूरत है कि नियमों का कड़ाई से पालन हो और आम नागरिक भी सडक सुरक्षा को लेकर ज़िम्मेदारी दिखाएँ।