भारतीय क्रिकेट टीम को इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। यह केवल एक सामान्य हार नहीं थी, बल्कि 148 साल के इतिहास में पहली बार हुआ जब भारत इंग्लैंड में पहला टेस्ट पारी और 15 रनों से हार गया।
मैच में भारत ने पहली पारी में मात्र 191 रन बनाए जबकि इंग्लैंड ने 498 रनों की विशाल पारी खेली। दूसरी पारी में भारत सिर्फ 292 रन बना पाया और पारी की हार झेलनी पड़ी।
🎯 फील्डिंग से लेकर बल्लेबाजी तक—हर मोर्चे पर विफलता
भारत की हार के पीछे कई कारण थे लेकिन सबसे बड़ा कारण रहा टीम की कमजोर फील्डिंग और गैर-जिम्मेदाराना बल्लेबाजी। सुनील गावस्कर जैसे दिग्गजों ने आलोचना करते हुए कहा कि इस प्रदर्शन को “नॉट टेस्ट क्लास” कहा जा सकता है।
- कैच छूटे, रन-आउट के मौके गंवाए गए
- टॉप ऑर्डर ने एक बार फिर निराश किया
- कप्तान और सीनियर बल्लेबाज़ भी नहीं चले
Indian young team batted well throughout the match even after lack of experience in England.
India lost the 1st test match at English tour due to very poor fielding and ordinary bowling performance.
Bumrah alone cannot win you the game. Cricket is not one man game.#INDvsENG pic.twitter.com/9rbySaXOYO
— P’rashant Kumar (@prasy088) June 24, 2025
🔍 फैंस की सोशल मीडिया पर जांच-पड़ताल
इस हार के बाद ट्विटर, यूट्यूब और क्रिकेट फोरम्स पर फैंस ने पूरे मैच की गहराई से समीक्षा शुरू कर दी। कुछ ने वीडियो विश्लेषण किया, कुछ ने पोस्ट्स के जरिए सवाल उठाए –
- “क्या टीम सीरियस थी ही नहीं?”
- “Optional Practice से कुछ नहीं होता!”
- “Selection में transparency कहां है?”
एक यूजर ने लिखा – “हमेशा कहा जाता है की प्लेयर थके हुए हैं, पर जब मैदान में उतरते हैं तो जोश नदारद रहता है।”
Even if I sound harsh.
Jaiswal has let India down and on the verge of loss vs England single handedly.
Man has now dropped 4-5 catches alone. pic.twitter.com/srAU6k8fDc
— Inside out (@INSIDDE_OUT) June 24, 2025
📉 कोचिंग स्टाफ और सपोर्ट टीम पर सवाल
कोचिंग स्टाफ की भूमिका पर भी सवाल उठे। क्या खिलाड़ियों की तैयारी ठीक से करवाई गई थी? “Optional Practice” को लेकर सुनील गावस्कर की टिप्पणी के बाद इस व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हुए।
- टीम मैनेजमेंट का रवैया ढीला
- प्लानिंग और एग्जीक्यूशन में अंतर
- नेट प्रैक्टिस की कमी साफ नजर आई
इस बीच फैंस ने यह भी याद दिलाया कि कैसे हाल ही में ऋषभ पंत ने इतिहास रचते हुए एक टेस्ट में दो शतक लगाए और सचिन व कोहली जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ा – जिसकी खबर आप यहाँ पढ़ सकते हैं।
🌦️ पिच और मौसम का प्रभाव या बहाना?
कई लोगों का मानना है कि इंग्लैंड की पिचें और मौसम भारतीय बल्लेबाजों के अनुकूल नहीं थे। मगर क्या यही एकमात्र कारण था?
- इंग्लिश गेंदबाजों ने स्विंग का बेहतरीन उपयोग किया
- भारतीय बल्लेबाज बार-बार बाहर की गेंदों पर फंसते नजर आए
- कोई ठोस पिच प्लान नहीं दिखा
🧠 इंग्लैंड की मजबूत रणनीति: सीख क्या ले सकता है भारत?
इंग्लैंड ने हर विभाग में बेहतरीन प्रदर्शन किया—चाहे वो बल्लेबाज़ी हो, गेंदबाज़ी हो या फील्डिंग। उनके कप्तान की रणनीति स्पष्ट और सटीक थी।
- टॉप ऑर्डर ने नींव मजबूत की
- गेंदबाज़ों ने भारतीय बल्लेबाज़ों को बांध कर रखा
- फील्डिंग ने दबाव बनाए रखा
🔁 आगे के मैचों के लिए भारत को क्या बदलना होगा?
अब भारत को यदि श्रृंखला में वापसी करनी है, तो गंभीर बदलाव करने होंगे:
- प्रैक्टिस को अनिवार्य बनाना होगा
- सीनियर खिलाड़ियों को जिम्मेदारी उठानी होगी
- मैच के पहले सभी खिलाड़ियों की तैयारी पुख्ता होनी चाहिए
🧾क्या भारत कर पाएगा वापसी?
भारतीय क्रिकेट टीम में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, पर ज़रूरत है आत्ममंथन की। हार को सिर्फ किस्मत का खेल मानना सही नहीं होगा। इस समय फैंस उम्मीद लगाए बैठे हैं कि टीम अगले टेस्ट में दमदार वापसी करेगी।